13 Mukhi Rudraksha Benefits | तेरह मुखी रुद्राक्ष के लाभ
13 Mukhi Rudraksha Benefits (तेरह मुखी रुद्राक्ष लाभ): 13 Mukhi Rudraksha/Thirteen Face Rudraksha is said to be replica of Cupid (Kaamdev). 13 mukhi rudraksha is found very rarely; hence only fortunate people can have this Rudraksha. This Rudraksha has thousands of benefits. This is too beneficial for the fulfillment of the mental desire. This Rudraksha is ultimate useful for getting wealth, fame, honour, position, prestige etc. One can fulfill the wishes and desire with the help of this Rudraksha. For maintaining beauty of the body, one should make the paste of this Rudraksha (13 Mukhi Rudraksha Benefits) by rubbing on the stone and drink it with milk. This Rudraksha is said to be soul of Kaamdev. By holding this, the person is said to be a complete male as it cures impotency.
Spiritual Significance of 13 Mukhi Rudraksha:
The person who holds this Rudraksha (13 Mukhi Rudraksha Benefits) is always under the blessings of lord Kaamdev. These individuals cannot be impotent. Woman gets attracted to such individuals. Who wear this Rudraksha, it is said that that person can satisfy all the needs of women, it leads to the full enjoyment, and this rudraksha is considered to fulfill all the wishes of the human.
Health Benefits of 13 Mukhi Rudraksha:
If any person, has any type of skin diseases or related to skin problems, the person should take the paste of this Rudraksh duly mixed with coconut oil and apply on the infected skin for improvement. Taking it with milk or honey can cure the impotency of the male. The person holding it, gets his body attractive and beautiful and can attract any kind of woman towards him and he gets great skills in physical relations.
Mantra for Wearing 13 Mukhi Rudraksha:
For every Rudraksha, it has a specific chant for wearing, if the Rudraksha is worn after the process of chanting mantra it shows its influence more effectively, if the Rudraksha is worn without chanting the mantra, it does not show its full effect on the person. 13 Mukhi Rudraksha (13 Mukhi Rudraksha Benefits) is purified for getting the blessings of lord Kaamdev. Chant the following mantra for one lakh and twenty five thousand times for purification of the Rudraksha. Wear the Rudraksha after chanting the mantra on this by a well qualified Brahmin or purchase from the place where it is already being purified with the mantra on it.
Appropriation of 13 Mukhi Rudraksha Benefits:
Om Asya shree Indra mantrashya Brahma rishi: pankti: chhand: indro devata een beejam, Aapah: shakti: rudraakshadhaaranaarthe jape viniyog:
Meditation:
Peetavarn sahasraakshan vajrapadmadharan vibhum
Sarvaalankaarasanyuktan naumeendraadikameeshvaram
Mantra:
॥ ॐ ईं यां आप: ॐ ॥
॥ Om Im Yaam Aapah Om ॥
तेरह मुखी रुद्राक्ष के लाभ | 13 Mukhi Rudraksha Benefits
तेरह मुखी रुद्राक्ष के लाभ (13 Mukhi Rudraksha Benefits): यह रुद्राक्ष कामदेव का प्रतीक माना गया है, सौभाग्यशाली लोगों के पास ही यह रुद्राक्ष होता है। इसके धारण करने से सैकड़ों लाभ हैं। मानसिक इच्छापूर्ति में यह रुद्राक्ष पूर्णत: सहायक है। धन, यश, मान, पद-प्रतिष्ठा आदि के लिए यह रुद्राक्ष परम उपयोगी एवं सफलतादायक है। इस रुद्राक्ष को कई प्रकार से सिद्ध कर मानसिक इच्छाएं पूर्ण की जा सकती हैं। शारीरिक सुन्दरता बनाए रखने के लिए इसे दूध के साथ औटाकर पीना चाहिए। यह रुद्राक्ष साक्षात कामदेव होता है। इसके धारण करने पर व्यक्ति पूर्ण पुरुष बनता है तथा नपुंसकता दूर होती है।
तेरह मुखी रुद्राक्ष का आध्यात्मिक महत्व:
इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले व्यक्तियों से भगवान् कामदेव सदा प्रसन्न रहते है। ऐसे व्यक्ति नामर्द नहीं होते हैं। स्त्रियाँ ऐसे व्यक्तियों की ओर आकर्षित रहती है, वह हर प्रकार की रमणी को संतुष्ट कर सकता है, उसे पूर्ण भोग की प्राप्ति होती है, यह रुद्राक्ष व्यक्ति की सभी इच्छाओं को पूर्ण करने वाला माना गया है।
तेरह मुखी रुद्राक्ष के स्वास्थ्य लाभ:
जितने भी प्रकार के चर्म सम्बंधित रोग के पीड़ित लोग होते है, यदि वे इस रुद्राक्ष को घिस कर नारियल तेल के साथ लगाये तो बहुत लाभ होता है। दूध या मधु के साथ घिस कर इसे सेवन करने से नपुंसकता दूर होती है, उसका शरीर सुंदर और हर प्रकार की स्त्री को आकर्षित करने वाला होता है ऐसा व्यक्ति काम कला में निपुण होता है।
तेरह मुखी रुद्राक्ष को धारण करने का मंत्र:
प्रत्येक रुद्राक्ष को सिद्ध करने का एक विशिष्ट मन्त्र होता है, जिससे रूद्राक्ष सिद्ध होकर अपना पूरा प्रभाव दिखा सके, रुद्राक्ष पर बिना मंत्र जप किये या सिद्ध किये धारण करने से, पूर्ण फल प्राप्ति नही होती, तेरह मुखी रुद्राक्ष कामदेव को प्रसन्न कर उनकी कृपा प्राप्ति के लिए सिद्ध किया जाता है। निम्न मन्त्र का सवा लाख मंत्र जाप करने से तेरह मुखी रुद्राक्ष सिद्ध होता है, यह मंत्र किसी योग्य ब्रहामण से जाप करवा कर धारण करे या किसी ऐसी संस्थान से खरीदें, जहां से मंत्र जाप और सिद्ध किया प्राप्त हो सके।
तेरह मुखी रुद्राक्ष विनियोग:
ॐ अस्य श्री इन्द्र मन्त्रस्य ब्रह्मा ऋषि: पंक्ति: छन्द: इन्द्रो देवता ईं बीजम, आप: शक्ति: रुद्राक्षधारणार्थे जपे विनियोग: ।
ध्यान:
पीतवर्ण सहस्राक्षं वज्रपद्मधरं विभुम् ।
सर्वालंकारसंयुक्तं नौमीन्द्रादिकमीश्वरम् ।
मन्त्र:
॥ ॐ ईं यां आप: ॐ ॥
॥ Om Im Yaam Aapah Om ॥