4 Mukhi Rudraksha Benefits | चार मुखी रुद्राक्ष के लाभ
4 Mukhi Rudraksha Benefits (चार मुखी रुद्राक्ष लाभ): 4 Mukhi Rudraksha is the replica image of Brahma. If this is hold by the student, he will get success in every field. The child who has dull wit, senses of speech is weak, memory problem or it seems they are not interested in studies, this Rudraksh is like a wish tree for them. After wearing this the child always get successful in every task, boil this in milk and drink that milk for continuous 20 days, this will cure the brain related problems. This Rudraksh is meant for them who wants better education, and income-tax personnel, accountants, lawyers, business, or for the one who wants to take higher education should retain it..
The Spiritual Significance of 4 Mukhi Rudraksha:
4 Mukhi Rudraksha is known as a replica of Lord Brahma. The person who holds this gets free from the charges of the killing of Brahmins, the person who hold this Rudraksh have very sharp mind, they really have a deep memory, they can do hardest task very smoothly, which is not easy to be done by the common human.
The Health Benefits of 4 Mukhi Rudraksha:
This Rudraksha is considered as the divine grandfather of fire Brahma. After wearing this one can have a good health. The persons who has low ability to think, or weak mentality, they should have the paste made by rubbing the Rudraksh on stone plate with water and lick it with honey to sharpen the mind. The diseases of intestine, epilepsy, eruption, stomach gas, body pain etc are eliminated quickly by wearing this four faced Rudraksh.
Mantra for Holding 4 Mukhi Rudraksha:
For every Rudraksh, it has a specific chant for wearing it. If the Rudraksh is worn after the process of chanting mantra, it shows its effect more effectively, if the rudraksh is worn without chanting the mantra it does not show its full effect on the person. Four faced Rudraksh (4 Mukhi Rudraksha Benefits) is purified for better education purpose. Chant the following mantra for one lakh and twenty five thousand times for purification of the Rudraksh. Wear the rudraksh after chanting the mantra on Rudraksh by well qualified Brahmin or purchase from the place where it is already being purified with the mantra on it.
Appropriation of 4 Mukhi Rudraksha:
Om Asya shree brahmaa mantrasy bhaargav rishi: anushtupa chhand: Brahma devata vaan beejam kraan shakti: abheeshta siddhayarthe jape viniyog:
Meditation:
Pranamya shirasa shashv, danshtraavaktran chaturmukham
Gayatri sahitan devan, namaami vidhimeeshvaram
Mantra:
॥ ॐ वां क्रां तां ह्रां ईं ॥
॥ Om Vaam Kraam Hreem Im॥
चार मुखी रुद्राक्ष के लाभ | 4 Mukhi Rudraksha Benefits
चार मुखी रुद्राक्ष के लाभ (4 Mukhi Rudraksha Benefits): यह चार मुखी रूद्राक्ष (4 Mukhi Rudraksha Benefits) ब्रह्म का स्वरूप है। इसे धारण करने से शिक्षा, ज्ञान में सफलता प्राप्त होती है। ऐसे व्यक्ति या बच्चे जिसकी मन्द बुद्धि हो, वाक्शक्ति कमज़ोर हो, स्मरण शक्ति क्षीण हो या जिनका पढाई में मन नही लगता हो, उसके लिए यह रुद्राक्ष कल्पतरु के समान है। इसके धारण करने से शिक्षा, उच्च परीक्षा, ज्ञान में पूर्ण सफलता मिलती है, इसे दूध में उबालकर बीस दिन तक पीने से मस्तिष्क-सम्बन्धी विकार दूर होते हैं। शिक्षा विभाग, आयकर, एकाउंटेंट, वकील, व्यापारी, उच्च शिक्षा लेने वाले लोगों को यह रूद्राक्ष अवश्य ही धारण करना चाहिए।
चार मुखी रुद्राक्ष का आध्यात्मिक महत्व:
चार मुखी रुद्राक्ष (4 Mukhi Rudraksha Benefits) साक्षात ब्रह्मा का स्वरुप है। इसके धारण करने से मनुष्य ब्रहम हत्या से मुक्त हो जाता है। जो साधक चार मुखी रुद्राक्ष को धारण करते हैं, वह व्यक्ति दिमाग से तेज़ होते हैं, उनकी याददाश्त गहरी होती है, वह अपने दिमाग से कठिन से कठिन कार्य को कर देते है, जो सामान्य व्यक्ति आसानी से नही कर पाता।
चार मुखी रुद्राक्ष के स्वास्थ्य लाभ:
इस रुद्राक्ष (4 Mukhi Rudraksha Benefits) को अग्नि पितामह ब्रह्म के स्वरूप वाला माना गया है, इसके धारण करने से स्वास्थ्य ठीक रहता है तथा उत्तम आरोग्य की प्राप्ति होती है। जो बच्चे दिमाग से कमजोर होते है या जिनकी याददाश्त कमजोर हो जाती है, ऐसे व्यक्तियों को चार मुखी रुद्राक्ष घिस के मधु के साथ खिलाने से फायदा होता है, इसके माध्यम से आँतों की समस्या, मिर्गी, फुंसियां, पेट में गैस बनना, शरीर में दर्द रहना, आदि रोग शीघ्र समाप्त हो जाते हैं।
चार मुखी रूद्राक्ष को धारण करने का मंत्र:
प्रत्येक रुद्राक्ष को सिद्ध करने का एक विशिष्ट मन्त्र होता है, जिससे रूद्राक्ष सिद्ध होकर अपना पूरा प्रभाव दिखा सके, रुद्राक्ष पर बिना मंत्र जप किया या सिद्ध किये धारण करने से, पूर्ण फल प्राप्ति नही होती, चार मुखी रुद्राक्ष शिक्षा और ज्ञान प्राप्ति के लिए सिद्ध किया जाता है। निम्न मन्त्र का सवा लाख मंत्र जाप करने से चार मुखी रुद्राक्ष (4 Mukhi Rudraksha Benefits) सिद्ध होता है, यह मंत्र किसी योग्य ब्राह्मण से जाप करवा कर धारण करे या किसी ऐसी संस्थान से खरीदें, जहां से मंत्र जाप और सिद्ध किया प्राप्त हो सके।
चार मुखी रुद्राक्ष विनियोग:
ॐ अस्य श्री ब्रह्मा मन्त्रस्य भार्गव ऋषि: अनुष्टुपछन्द: ब्रह्मा देवता वां बीजं क्रां शक्ति: अभीष्टसिद्धयर्थे जपे विनियोग:।
ध्यानम्:
प्रणम्य शिरसा शश्व, दंष्ट्रावक्त्रं चतुर्मुखम् ।
गायत्री सहितं देवं, नमामि विधिमीश्वरम् ॥
मन्त्र:
॥ ॐ वां क्रां तां ह्रां ईं ॥
॥ Om Vaam Kraam Hreem Im॥