5 Mukhi Rudraksha Benefits, पांच मुखी रुद्राक्ष के लाभ

5 Mukhi Rudraksha Benefits | पांच मुखी रुद्राक्ष के लाभ

5 Mukhi Rudraksha Benefits (पांच मुखी रुद्राक्ष लाभ): 5 Mukhi Rudraksha is the form of lord Shiva. This is easily available in the market; also this Rudraksh is the cheapest Rudraksh among all the Rudraksh. It gives best results, by wearing this one gets mental peace, he leads a cheerful life, concentration level increases, enemies are destroyed, the one who wears this rudraksh  has not to fear from the snakes, scorpion or poisonous animals. It is known as prosperous and called Kalagni. The one gets free from the sin of harassing women.

The Spiritual Significance of 5 Mukhi Rudraksha:

5 Mukhi Rudraksha is the form of five faced Shiva. After holding one gets the special blessing from the lord Shiva. He cannot do any kind of sin. It is also known by the name of Kalagni, the one who wears this Rudraksh becomes the dear of the lord Shiva.  The person does not face the bad effects of the spirits.

The Health Benefits of 5 Mukhi Rudraksha:

If someone is suffering from the illness in the secret parts of the body; take the paste of the Rudraksh and mix it with butter or coconut oil and honey and lick this paste, it will help you to cure from the problem. Apart from this, this Rudraksh cures the problem of mental illness, kidney stones, stomach problem, gas, fever, blood-related illness etc.

Mantra for Wearing Rudraksha:

For every Rudraksh it has a specific chant for wearing it, if the rudraksh is worn after the process of chanting mantra, it shows its effect more effectively, if the rudraksh is worn without chanting the mantra it does not shows its full effect on the person. 5 Mukhi Rudraksha is purified for the blessings from lord Shiva. Chant the following mantra for one lakh and twenty-five times for the purification of the same. Wear the Rudraksh after chanting the mantra on Rudraksh by a well qualified Brahmin or purchase from the place where it is already being purified with the mantra on it.

Appropriation of 5 Mukhi Rudraksha Benefits:

Om Asya shree mantrasy Brahma rishi: Gayatri chhand: sadaa shiva kaalaagni rudro devata om beejam, swaaha shakti: abheesht siddhayarthe jape viniyog:


Meditation:

Haavabhaavavilasaarddh naarikan, bheeshanardhamathava maheshvaram
Daashsotpalakapaalashulinan, chintaye japavidhau vibhootaye

Mantra:

॥ ॐ ह्रां आं क्ष्म्यौ स्वाहा ॥
॥ Om Hraam Aam Chamyo Swaha॥

5 Mukhi Rudraksha Benefits, पांच मुखी रुद्राक्ष के लाभ

पांच मुखी रुद्राक्ष के लाभ | 5 Mukhi Rudraksha Benefits

पांच मुखी रुद्राक्ष के लाभ (5 Mukhi Rudraksha Benefits): पांच मुखी रुद्राक्ष भगवान शंकर का स्वरूप है। यह बाज़ार में आसानी से प्राप्त हो जाता है, और यह रूद्राक्ष अन्य सभी रुद्राक्षों की अपेक्षा सस्ता भी होता है। रुद्राक्ष पूर्णतया फलदायी है, इसके धारण करने से मानसिक शान्ति प्राप्त होती है, मन प्रफुल्लता लिए रहता है, एकाग्रता बढती है, शत्रुनाश का नाश होता है, जिसके गले में यह रूद्राक्ष होता है, उसे सांप-बिच्छु आदि ज़हरीले जानवरों का डर नहीं रहता। यह रुद्राक्ष उन्नतिदायक माना गया है और इसे कालाग्नि के नाम से पुकारा जाता है। पर स्त्री गमन के पाप से ऐसा व्यक्ति मुक्त हो जाता है।

पांच मुखी रुद्राक्ष का आध्यात्मिक महत्व:

पांच मुखी रुद्राक्ष (5 Mukhi Rudraksha Benefits) पंचमुखी शिव का रूप होता है। इसे धारण करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है, उसके हाथों से कोई पाप नही होता, पंचमुखी रुद्राक्ष को कालाग्नि के नाम से भी जाना जाता है। जो व्यक्ति पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करते है वह भगवान शिव के प्रिय बन जाते है। उसके ऊपर किसी भी प्रकार का तंत्र प्रयोग नही हो सकता अगर हो तो शीघ्र ही समाप्त हो जाता है।

पांच मुखी रुद्राक्ष के स्वास्थ्य लाभ:

किसी व्यक्ति को गुप्त इन्द्रियों से सम्बंधित कोई भी बिमारी हो तो पंचमुखी रुद्राक्ष के लेप को मक्खन या नारियल के तेल में मिला के लगाने से या शहद के साथ घिस के चाटने से सम्बंधित बिमारी का नाश होता है। इसके अलावा मानसिक बिमारी, पथरी, पेट की समस्या, गैस, बुखार, रक्त सम्बन्धी बिमारी धीरे धीरे समाप्त हो जाती है।

पांच मुखी रूद्राक्ष को धारण करने का मंत्र:

प्रत्येक रुद्राक्ष को सिद्ध करने का एक विशिष्ट मन्त्र होता है, जिससे रूद्राक्ष सिद्ध होकर अपना पूरा प्रभाव दिखा सके, रुद्राक्ष पर बिना मंत्र जप किये या सिद्ध किये धारण करने से, पूर्ण फल प्राप्ति नही हो होती, पांच मुखी रुद्राक्ष शिव की कृपा प्राप्ति के लिए सिद्ध किया जाता है। निम्न मन्त्र का सवा लाख मंत्र जाप करने से पांच मुखी रुद्राक्ष (5 Mukhi Rudraksha Benefits) सिद्ध होता है, यह मंत्र किसी योग्य ब्रहामण से जाप करवा कर धारण करे या किसी ऐसी संस्थान से खरीदें, जहां से मंत्र जाप और सिद्ध किया प्राप्त हो सके।

पांच मुखी रुद्राक्ष विनियोग:

अस्य श्री मन्त्रस्य ब्रह्मा ऋषि: गायत्री छन्द: सदाशिव कालाग्नि रुद्रो देवता ॐ बीजं, स्वाहा शक्ति: अभीष्ट सिद्धयर्थे जपे विनियोग:।

ध्यानम्:

हावभावविलसार्द्ध नारिकं, भीषणर्धमथवा महेश्वरम् ।

दाश्सोत्पलकपालशुलिनं, चिन्तये जपविधौ विभूतये ॥

मन्त्र:

॥ ॐ ह्रां आं क्ष्म्यौ स्वाहा ॥
॥ Om Hraam Aam Chamyo Swaha॥