8 Mukhi Rudraksha Benefits | आठ मुखी रुद्राक्ष के लाभ
8 Mukhi Rudraksha Benefits (आठ मुखी रुद्राक्ष लाभ): 8 Mukhi Rudraksha is the symbol of eight Vasus. This Rudraksh has a pivotal role in getting knowledge, inner contentment and concentration when a person wears this. If a person is unable to concentrate on work or unable to awaken the Kundlini, this Rudraksh (8 Mukhi Rudraksha Benefits) shows amazing results. For the business class it is very useful and it helps to enhance the business. By wearing this one gets results in gambling, betting, horse racing, stock market etc. This Rudraksh is used for multiple purposes and for peace in mind. If any person wears this Rudraksh, he will not face the effect of evil spirit and becomes fearless.
Spiritual Significance of 8 Mukhi Rudraksha:
8 Mukhi Rudraksha (8 Mukhi Rudraksha Benefits) is the image of eight Vasus, by wearing this one gets blessing from Ganga, that is equivalent to the virtue of taking bath in Ganga river. By wearing this, any kind of sin is eliminated, by holding this the person is considered to receive salvation.
Health Benefits of 8 Mukhi Rudraksha:
The person who is not interested in any work, always remains distracted, even if he was not successful to do any work and remains failure, his mind became frustrated, this kind of person should lick the paste of this Rudraksh (8 Mukhi Rudraksha Benefits) duly rubbed on a stone plate with water along butter. If any person have complain of gas regularly, that person also can have this paste with honey in morning and evening for betterment of health. This rudraksh has power to cure paralysis, dropsy and other diseases gradually.
Mantra for Wearing 8 Mukhi Rudraksha:
For every Rudraksh it has a specific chant for wearing. If the Rudraksh is worn after the process of chanting mantra, it shows its influence more effectively. If the Rudraksh is worn without chanting the mantra it does not shows its full effect on the person. 8 Mukhi Rudraksha (8 Mukhi Rudraksha Benefits) is purified for achieving the property and wealth. Chant the following mantra for one lakh and twenty five thousand times for purification. Wear the rudraksh (8 Mukhi Rudraksha Benefits) after chanting the mantra on Rudraksh from well qualified Brahmin or purchase from the place where it is already being purified with the mantra on it.
Appropriation of 8 Mukhi Rudraksha Benefits:
Om Asya shree ganesha mantrasy bhaargav rishi: anushtupa chhand: vinaayako devata greem beejam aan shakti: Chatur varga siddhayarthe jape viniyog.
Meditation:
Haratu kul Ganesha vighnasandhaanasheshaan
Nayatu sakalasampoornataan saadhakaanaam
Pibut batukanaath: shoshitan Nimnakaanaan
Dishatu sakalakaamaan kaulikaanaan ganesh
Mantra:
॥ ॐ ह्रां ग्रीं लं आं श्रीं ॥
॥ Om Hraam Greem Lam Aam Shreem॥
आठ मुखी रुद्राक्ष के लाभ | 8 Mukhi Rudraksha Benefits
आठ मुखी रुद्राक्ष के लाभ (8 Mukhi Rudraksha Benefits): आठ मुखी रुद्राक्ष आठ वसुओं का प्रतीक है। ज्ञान प्राप्ति, मन संतोष तथा चित्त की एकाग्रता में इस रूद्राक्ष का बड़ा योगदान है। जब काफ़ी प्रयत्न करने पर भी ध्यान एकाग्र न होता हो, या कुंडलिनी जागरण न होती हो, उस समय यह रुद्राक्ष बड़ी सफलता देता है, व्यापारी वर्ग के लिए यह रुद्राक्ष परम उपयोगी है, यह व्यापार में उन्नति के लिए सहायक है। इसके धारण से जुए, सट्टे, घुड़दौड़, शेयर मार्किट से आकस्मिक धन लाभ प्राप्त होता है। इस रूद्राक्ष का प्रयोग प्रत्येक प्रकार के विघ्न शान्ति के लिए किया जाता है, जिस व्यक्ति के शरीर पर यह रुद्राक्ष हो, उस पर किसी भी प्रकार का तान्त्रिक प्रयोग नही हो सकता, ऐसा व्यक्ति निर्भय होता है।
आठ मुखी रुद्राक्ष का आध्यात्मिक महत्व:
आठ मुखी रुद्राक्षआठ वसुओं का रूप माना जाता है। इसे धारण करने से गंगा भी प्रसन्न होती हैं और गंगा स्नान करने जैसा पुण्य मिलता है। इसके धारण से किसी भी प्रकार के पाप समाप्त हो जाते है, यह रुद्राक्ष मुक्ति प्राप्त करने में पूर्ण रूप से सहायक माना गया है।
आठ मुखी रुद्राक्ष के स्वास्थ्य लाभ:
जिस व्यक्ति का किसी कार्य में मन नहीं लगता हो, वह हमेशा विचलित रहता हो, कई काम करने के बाद भी असफल हो गया हो, उसके मन में निराशा घर कर गयी हो, ऐसे व्यक्ति को आठ मुखी रुद्राक्ष घिस कर मक्खन के साथ खाना चाहिए। अगर किसी व्यक्ति को लगातार गैस की शिकायत रहती हो, वैसे व्यक्ति को भी यह रुद्राक्ष घिस कर मधु के साथ सुबह शाम सेवन करना चाहिए। यह रूद्राक्ष पक्षाघात, जलोदर आदि रोगों को धीरे-धीरे समाप्त कर देता है।
आठ मुखी रूद्राक्ष को धारण करने का मंत्र:
प्रत्येक रुद्राक्ष को सिद्ध करने का एक विशिष्ट मन्त्र होता है, जिससे रूद्राक्ष सिद्ध होकर अपना पूरा प्रभाव दिखा सके, रुद्राक्ष पर बिना मंत्र जप किये या सिद्ध किये धारण करने से, पूर्ण फल प्राप्ति नही होती, आठ मुखी रुद्राक्ष आकस्मिक धन प्राप्ति के लिए सिद्ध किया जाता है। निम्न मन्त्र का सवा लाख मंत्र जाप करने से आठ मुखी रुद्राक्ष सिद्ध होता है, यह मंत्र किसी योग्य ब्रहामण से जाप करवा कर धारण करे या किसी ऐसी संस्थान से खरीदें, जहां से मंत्र जाप और सिद्ध किया प्राप्त हो सके।
आठ मुखी रुद्राक्ष विनियोग:
ॐ अस्य श्रीगणेशमन्त्रस्य भार्गवऋषि: अनुष्टुपछन्द: विनायको देवता ग्रीबीजं आं शक्ति: । चतुर्वर्गसिद्धयर्थे जपे विनियोग: ।
ध्यानम्:
हरतु कुल गणेशो विघ्नसंधानशेषान् ।
नयतु सकलसम्पूर्णतां साधकानाम् ॥
पिबुत बटुकनाथ: शोषितं निम्नकानां ।
दिशतु सकलकामान् कौलिकानां गणेश: ॥
मन्त्र:
॥ ॐ ह्रां ग्रीं लं आं श्रीं ॥
॥ Om Hraam Greem Lam Aam Shreem॥