Aarti Kunj Bihari, आरती कुंज बिहारी

Aarti Kunj Bihari | आरती कुंज बिहारी

Aarti Kunj Bihari (आरती कुंज बिहारी) seeker gets the special blessings of Shri Krishna by performing it. Happiness, success and prosperity start coming in the life of the seeker. All the wishes of the seeker’s life start getting fulfilled. Besides, if Radha-Krishna Kavach wears by the seeker along with reciting Kunj Bihari Aarti. Then he gets happiness and all kinds of troubles start going away from his life.

Krishna Gutika also has its own importance. Wearing Krishna Gutika increases love between husband and wife and there is a lot of happiness and peace in life. If you recite Aarti keeping Krishna Idol in front, then all the difficulties of your life can go away. Moreover, a seeker wearing Krishna Rosary experiences courage and confidence within himself. And start feeling yourself full of positive energy.

कुंज बिहारी आरती

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की

॥आरती कुंजबिहारी की॥

गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला ।

श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला ।

गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली ।

लतन में ठाढ़े बनमालीभ्रमर सी अलक,कस्तूरी तिलक, चंद्र सी झलक,

ललित छवि श्यामा प्यारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

॥ आरती कुंज बिहारी की…॥

कनकमय मोर मुकुट बिलसै, देवता दरसन को तरसैं ।

गगन सों सुमन रासि बरसै ।

बजे मुरचंग, मधुर मिरदंग, ग्वालिन संग,

अतुल रति गोप कुमारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥

॥ आरती कुंज बिहारी की…॥

जहां ते प्रकट भई गंगा, सकल मन हारिणि श्री गंगा ।

स्मरन ते होत मोह भंगा, बसी शिव सीस,

जटा के बीच, हरै अघ कीच,

चरन छवि श्रीबनवारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥

॥ आरती कुंज बिहारी की…॥

चमकती उज्ज्वल तट रेनू, बज रही वृंदावन बेनू ।

चहुं दिसि गोपि ग्वाल धेनू, हंसत मृदु मंद,

चांदनी चंद, कटत भव फंद,

टेर सुन दीन दुखारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥

॥ आरती कुंज बिहारी की…॥

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

Aarti Kunj Bihari

Aarti Kunj Bihari Ji ki Shri Girdhar Krishna Murari Ki

|| Aarti Kunj Bihari ||

Gale Mein Baijanti Mala, Bajave Murali Madhur Bala

Shravan Mein Kundal Jhalakala,
Nand Ke nand, shri anand kand, Mohan brijchand

Radhika Raman bihari ki, Shri Girdhar Krishna Murari Ki

|| Aarti Kunj Bihari ||

Gagan Sam Ang Kanti Kali, Radhika Chamak Rahi Aali,
Ratan Mein Thadhe Banamali

Bhramar Si Alak, Kasturi Tilak, Chandra Si Jhalak,
Lalit Chavi Shyama Pyari Ki , Shri Giradhar Krishnamuraari Ki

|| Aarti Kunj Bihari ||
Kanakmay Mor Mukut Bilse, Devata Darsan Ko Tarse,
Gagan So Suman Raasi Barse

Baje Murchang, Madhur Mridang, Gwaalin Sang,
Atual Rati Gop Kumaari Ki,  Shri Giradhar Krishnamuraari Ki

|| Aarti Kunj Bihari ||
Jahaan Se Pragat Bhayi Ganga, Kalush Kali Haarini Shri Ganga,
Smaran Se Hot Moh Bhanga

Basi Shiv Shish, Jataa Ke Biich, Harei Agh Kiich
Charan Chhavi Shri Banvaari Ki, Shri Giradhar Krishnamuraari Ki

|| Aarti Kunj Bihari ||
Chamakati Ujjawal Tat Renu, Baj Rahi Vrindavan Benu,
Chahu Disi Gopi Gwaal Dhenu

Hansat Mridu Mand, Chandani Chandra, Katat Bhav Phand
Ter Sun Diin Bhikhaarii Ki, Shri Giradhar Krishnamuraari Ki

|| Aarti Kunj Bihari ||

आरती कुंज बिहारी के लाभ:

कुंज बिहारी की आरती करने से श्री कृष्ण जी की विशेष कृपा प्राप्त होती हैं तथा साधक के जीवन में ख़ुशी, सफलता और समृद्धि आने लगती हैं, साधक के जीवन की सभी इच्छाएं पूरी होने लगती हैं। यदि कुंज बिहारी आरती का पाठ करने के साथ राधा-कृष्ण कवच धारण किया जाये, तो साधक सुख का भागीदार बनता है तथा उसके जीवन से सभी प्रकार के कष्ट दूर होने लगते हैं

कृष्ण गुटिका का भी अपना महत्व हैं। कृष्णा गुटिका धारण करने से पति–पत्नी में प्रेम बढ़ता हैं तथा जीवन में बहुत ख़ुशी और शांति मिलती हैं। यदि आप कृष्ण मूर्त्ति को सामने रख कर आरती का पाठ करते है तो आपके जीवन की सभी कठिनाइयाँ दूर हो सकती हैं। कृष्ण माला धारण करने से आप अपने अंदर साहस तथा आत्मविश्वास महसूस करते है तथा आप स्वयं को सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ महसूस करने लगेंगे।