Amethyst Gemstone Benefits | जमुनिया रत्न के लाभ
Amethyst Gemstone Benefits/जमुनिया रत्न के लाभ: According to astrology Amethyst Gemstone is concerned with Saturn. It is a sub gem to Blue Sapphire. It is a gem of Capricorn and Aquarius. Hence holding it, people overcome the malefic effects of Saturn. This gem is also helpful to Aries, Leo and Scorpio.
Amethyst Gemstone (Amethyst Gemstone Benefits) is the gem for Saturn which is the planet of justice and humanity. Hence by holding this one can have wealth, prestige and mental peace. During the malefic effects of Saturn Dhaiyya, Saturn Sade Satee and Saturn Mahadasha, this can be held.
Retention of Amethyst Gemstone (Amethyst Gemstone Benefits) improves the quality of work and makes progress in professions. It also increases the power of taking decision which is beneficial to them. This Amethyst Gemstone (Amethyst Gemstone Benefits) makes a person hard labourer and dedicated to the work. He understands his responsibility. By retention of this gem one can overcome knee pain, shoulder pain etc.
Identification of the Amethyst Gemstone:
By look it is smooth, bluish and shinning. Many waves come out from this gem which looks like Blue Sapphire. Weight wise it is lighter than Blue Sapphire. It is a strong Amethyst Gemstone (Amethyst Gemstone Benefits) and has many types of cuttings. It is beautiful in look. Hence girls use this as a pendent with a necklace.
Retention of the Amethyst Gemstone:
According to astrology, the Amethyst Gemstone (Amethyst Gemstone Benefits) should be taken of 8 and quarter whit, which should be poured into the muster oil for 4 hours and during evening between 4 to 8 it is to be held. While purchasing this gem, it may please be noted that you have to check it properly. Such as shinning, unbroken, without scratch, without chemically wash and heat treatment. The African Amethyst is considered to be the best.
The Amethyst Gemstone (Amethyst Gemstone Benefits) must be hold in lockets or ring of silver on the middle finger of right hand on any Saturday. After keeping 4 hours in muster oil, keep it on a blue cloth and chant the spell Om Pram Preem Proum Sah Shanaye Namah and worship it systematically and then hold it.
Quality of Amethyst Gemstone:
Amethyst Gemstone (Amethyst Gemstone Benefits) quality depends on its cutting. Its colour should be deep purple and no aggravation is done on it. One should be very much careful of the stone and observe that its colour is not fading and totally unbroken.
Synthetic Amethyst Gemstone (Amethyst Gemstone Benefits) is also available in the market and for the attractive colour it is used in Jewellery. Purchase it from any trust worthy shop and get it energized and sanctified by an experienced Pundit. This will enable to take all the problems.
जामुनिया रत्न के लाभ | Amethyst Gemstone Benefits
जमुनिया रत्न के लाभ (Amethyst Gemstone Benefits): भारतीय ज्योतिष विज्ञान के अनुसार जामुनिया रत्न शनि ग्रह से संबंध रखता है। नीलम रत्न के उपरत्न में जामुनिया रत्न का उपयोग किया जाता है। नीलम रत्न की तरह ही यह कुंभ (एक्वेरियन) और मकर (कैपरिकॉन) राशि का रत्न है। इसलिए जामुनिया को धारण करने से शनि के दोषों और गलत प्रभावों से छुटकारा मिलता है और पहनने वाले को धन, सम्मान और अच्छी सेहत मिलती है। यह रत्न मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक राशि से भी संबंधित होता है।
जामुनिया से लाभ:
जामुनिया शनि का रत्न है जोकि ‘न्याय’ और ‘मानवता’ का ग्रह है। अत: इस रत्न को पहनने से धन, सम्मान और मानसिक शांति मिलती है। शनि ढैय्या, शनि साढ़ेसाती और शनि महादशा के समय में इसके गलत प्रभावों से बचने के लिए नीलम के स्थान पर जामुनिया धारण किया जा सकता है।
जामुनिया धारण करने से कार्य क्षेत्र में भी प्रगति होती है क्योंकि यह निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाता है जिससे प्राप्त अवसरों का ज्यादा लाभ उठाया जा सकता है। यह जमुनिया रत्न मनुष्य को मेहनती बनाता है और ऐसा देखा गया है कि इसके धारण करने से व्यक्ति काम के प्रति ज्यादा डेडिकेटेड हो जाता है और अपनी नैतिक जिम्मेदारी को समझता है। इस रत्न के धारण करने से शनि ग्रह की पीड़ा जैसे घुटना, रीढ़ की हड्डी और कन्धे का दर्द आदि दूर हो जाते हैं।
रत्न पहचान:
जामुनिया रत्न (Amethyst Gemstone Benefits) देखने में नीला चिकना और चमकीला होता है। इसमें से नीले रंग की कई तरंगे निकलती है जो देखने में नीलम रत्न की तरह लगती है। यह रत्न वजन अनुसार औसत में हल्का होता है। यह रत्न मजबूत कहा जा सकता है, इस रत्न की कई तरह की कटिंग होती है, जो देखने में बहुत सुंदर लगती है। जिसे अधिकांश लड़कियां पेंडेंट बनवाकर अपने गले में धारण करती है।
रत्न धारण:
ज्योतिष विज्ञान के अनुसार जामुनिया पहनने वाले व्यक्ति को यह रत्न उसके वजन के दसवें हिस्से के बराबर ही धारण करना चाहिए। और उन सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए जो किसी भी रत्न को खरीदते समय होनी चाहिए जैसे – रत्न की चमक अच्छी होनी चाहिए, वो कहीं से टूटा या उसमें किसी प्रकार का स्क्रेच न हो, उसके साथ किसी भी प्रकार की छेड़-छाड़ न की गई हो जैसे कैमिकल वॉश और हीट ट्रीटमेंट, ज्योतिष के अनुसार इस रत्न को धारण करने से अवश्य ही लाभ मिलता है, यह रत्न अफ्रीका देश का रत्न हो तो सबसे अच्छा माना जाता है।
जामुनिया उपरत्न (Amethyst Gemstone Benefits) को चांदी की अंगूठी या लॉकेट में धारण किया जाता है। इसे शनिवार के दिन शनि की होरा में पहनना चाहिए। इस पत्थर को सीधे हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण करना चाहिए। इससे पहनने से पहले सरसों के तेल में 4 घंटे डुबो कर शुद्ध करके अंगूठी या लॉकेट को नील कपड़े के ऊपर रख लेना चाहिए तत्पश्चात शनि के मंत्र “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः” से अभिमंत्रित कर विधिवत संकल्पपूर्वक धुप, दीप नैवेद्य से पूजा अर्चना करके धारण करना चाहिए।
जामुनिया के गुण:
इसकी गुणवत्ता इसकी कटिंग, रंग और स्पष्टता पर निर्भर करती है। इसका रंग गाढ़ा बैंगनी होना चाहिए और रत्न के साथ किसी भी प्रकार की छेड़-छाड़ नहीं की गई हो। ज्योतिष रेमेडी के लिए धारण किए जाने वाले जामुनिया में विशेष ध्यान रखना चाहिए कि उसका रंग बिल्कुल भी हल्का न हुआ हो और वह कहीं से टूटा न हो।
सेंथेटिक जामुनिया भी बाजार में बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते है। इसके आकर्षक रंग के कारण इसे फैशन ज्वेलरी में बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। इसे किसी अच्छी विश्वसनीय संस्था से खरीदें जो इस रत्न को प्राण प्रतिष्ठित सिद्ध कर दें। जिससे आपको इस रत्न का अच्छा लाभ मिल सके। प्राण प्रतिष्ठित सिद्ध होने से यह रत्न सभी प्रकार की समस्या को अपने ऊपर ले लेता है।