Ashtalakshmi Stotra, अष्टलक्ष्मी स्तोत्र हिंदी

 What is Ashtalakshmi Stotra? | अष्टलक्ष्मी स्तोत्र हिंदी

Ashtalakshmi Stotra (अष्टलक्ष्मी स्तोत्र हिंदी): Goddess Lakshmi is often worshipped in her eight different forms. These varied forms of Goddess Lakshmi stand for eight different ways that everyone can gain prosperity and wealth. These eight forms represent the eight forms of ‘Aishwarya’ that are necessary for a human being to lead a happy and prosperous life. It is believed that worshipping the eight different forms of goddess Shakti gives positive results.

The person who worships the goddess with Ashtalakshmi Stotra is blessed with immense happiness, prosperity and wealth in life. It is considered to be auspicious to keep Ashtalakshmi Stotra in your home. Establishing Sri Yantra along with Ashtalakshmi Stotra brings success in business. The eight forms of Goddess Lakshmi are called the Adi Lakshmi, Dhanya Lakshmi, Dhairya Lakshmi, Gaja Lakshmi, Santana Lakshmi, Vijaya Lakshmi, Vidya Lakshmi and Dhana Lakshmi.

Lakshmi is commonly known as Goddess of wealth. Wealth is tradition and values, Family and progress, not simply money. Belongings such as land, property, animals, grains, etc as well as virtues like patience, persistence, purity etc in the form of a character are wealth and so is glory or victory. Mother Lakshmi is the source and provider of the following enumerated well-known sixteen types of wealth and many more.

Goddess Lakshmi is often worshipped in her eight different forms. These varied forms of Goddess Lakshmi stand for eight different ways that you can gain prosperity and wealth. These eight forms represent the eight forms of ‘Aishwarya’ that are necessary for a human being to lead a happy and prosperous life.

Ashtalakshmi Stotra Benefits:

  • Ashtalakshmi Stotra is believed that the one who prays to the Goddess Maha Lakshmi by exalting her eight forms will receive immense wealth and will be showered with all kinds of auspiciousness.
  • Although Goddess Lakshmi is the source and provider of Wealth & Prosperity but also the giver of Fame, Knowledge, Courage, Victory, Happiness, Intelligence, Beauty, Good Health & Long Life. Reciting Ashtalakshmi Stotra in a day gives you Patience, Persistence & Purity in the form of Wealth.

Who has to chant Ashtalakshmi Stotra:

  • The persons facing poverty, loss of business, financial losses etc. must chant Ashtalakshmi Stotra regularly.
  • For a perfect guidelines please contact Astro Mantra.

अष्टलक्ष्मी स्तोत्र | Ashtalakshmi Stotra Lyrics

सुमनसवंदित सुंदरि माधवि चंद्र सहोदरि हेममये ।

मुनिगण वंदित मोक्षप्रदायिनि मंजुळभाषिणि वेदनुते ॥

पंकजवासिनि देवसुपूजित सदगुणवर्षिणि शांतियुते ।

जय जय हे मधुसूदन कामिनि आदिलक्ष्मि जय पालय माम् ॥1॥

अयिकलि कल्मषनाशिनि कामिनि वैदिकरूपिणि वेदमये ।

क्षीरसमुदभव मंगलरूपिणि मंत्रनिवासिनि मंत्रनुते ॥

मंगलदायिनि अंबुजवासिनि देवगणाश्रित पादयुते ।

जय जय हे मधुसूदन कामिनि धान्यलक्ष्मि जय पालय माम् ॥2॥

जयवर वर्णिनि वैष्णविभार्गवि मंत्रस्वरूपिणि मंत्रमये ।

सुरगण पूजित शीघ्र फलप्रद ज्ञानविकासिनि शास्त्रनुते ॥

भवभयहारिणि पापविमोचनि साधुजनाश्रित पादयुते ।

जय जय हे मधुसूदन कामिनि धैर्यलक्ष्मि जय पालय माम् ॥3॥

जय जय दुर्गतिनाशिनि कामिनि सर्वफलप्रद शास्त्रमये ।

रथगज तुरग पदादिसमानुत परिजनमंडित लोकनुते ॥

हरि-हर ब्रह्म सुपूजित सेवित तापनिवारिणि पादयुते ।

जय जय हे मधुसूदन कामिनि श्री गजलक्ष्मि पालय माम् ॥4॥

अयि खगवाहिनि मोहिनि चक्रिणि राग विवर्धिनि ज्ञानमये ।

गुणगणवारिधि लोकहितैषिणि सप्तस्वरवर गाननुते ॥

सकल सुरासुर देव मुनीश्वर मानववंदित पादयुते ।

जय जय हे मधुसूदन कामिनि संतानलक्ष्मि पालय माम् ॥5॥

जय कमलासनि सदगतिदायिनि ज्ञान विकासिनि गानमये ।

अनुदिनमर्चित कुकुंमधूसर भूषितवासित वाद्यनुते ॥

कनक धरा स्तुति वैभव वंदित शंकर देशिक मान्य पते।

जय जय हे मधुसूदन कामिनि विजयलक्ष्मि जय पालय माम् ॥6॥

प्रणत सुरेश्वरि भारति भार्गवि शोकविनाशिनि रत्नमये ।

मणिमय भूषित कर्णविभूषण शांतिसमावृत हास्यमुखे ॥

नवनिधि दायिनि कलिमलहारिणि काम्य फलप्रद हस्तयुते ।

जय जय हे मधुसूदन कामिनि विद्यालक्ष्मि पालय माम् ॥7॥

धिमि धिमि धिम् धिमि धिंधिमि धिंधिमि दुंदुभि्नाद सुपूर्णमये ।

घुमघुम घुंघुम घुंघुम घुंघुम शंखनिनाद सुवाद्यनुते ॥

वेदपुराणेति हास सुपूजित वैदिकमार्ग प्रदर्शयुते ।

जय जय हे मधुसूदन कामिनि श्री धनलक्ष्मि पालय माम् ॥8॥

अष्टलक्ष्मी स्तोत्र हिंदी विशेषताएँ | Ashtalakshmi Stotra in Hindi:

अष्टलक्ष्मी स्तोत्र के साथ-साथ यदि श्री लक्ष्मी कवच का पाठ किया जाए तो, अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का बहुत लाभ मिलता है। मनोवांछित कामना पूर्ण होती है, यह स्तोत्र शीघ्र ही फल देने लग जाता है सम्रद्धि, अच्छाई, स्वास्थ्य, धन और पुरे घर की भलाई के लिए अष्टलक्ष्मी दर्शनासह श्री यन्त्र, अष्टलक्ष्मी दर्शनासह श्री महालक्ष्मी यंत्र की पूजा करनी चाहिए। घर से नकारात्मक ऊर्जा और रोगों को दूर रखने के लिए अष्टलक्ष्मी दर्शनासह श्रीसूक्त यंत्र की पूजा करनी चाहिए। अष्टलक्ष्मी दर्शनासह श्रीसूक्त यंत्र के सामने किसी भी शुक्रवार से श्री सूक्त का पाठ करने या सुनने से जीवन में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं रहती।

BUY RELIGIOUS BOOKS