Baba Balak Nath Aarti | बाबा बालक नाथ आरती
Baba Balak Nath Aarti (बाबा बालक नाथ आरती): Baba Balak Nath is worshiped by Hindus. Who is worshiped with great devotion in the North Indian states of Himachal Pradesh and Punjab. All the troubles of the seeker’s family start going away by reciting and listening to Baba Balak Nath Aarti. The seeker gets a lot of benefits by reciting Baba Balak Nath Aarti.
Baba Balak Nath is considered to be the form of Kartikeya. The seeker gains courage and many types of obstacles can be removed by reciting this, Aarti. The seeker starts living a happy life by performing Baba Balak Nath Aarti. All the problems are removed from the life of the seeker. Continual recitation of Aarti removes all types of negativities.
बाबा बालक नाथ आरती
ॐ जय कलाधारी हरे, स्वामी जय पौणाहारी हरे,
भक्त जनों की नैया, दस जनों की नैया, भव से पार करे,
ॐ जय कलाधारी हरे ॥
बालक उमर सुहानी, नाम बालक नाथा,
अमर हुए शंकर से, सुन के अमर गाथा ।
ॐ जय कलाधारी हरे ॥
शीश पे बाल सुनैहरी, गले रुद्राक्षी माला,
हाथ में झोली चिमटा, आसन मृगशाला ।
ॐ जय कलाधारी हरे ॥
सुंदर सेली सिंगी, वैरागन सोहे,
गऊ पालक रखवालक, भगतन मन मोहे ।
ॐ जय कलाधारी हरे ॥
अंग भभूत रमाई, मूर्ति प्रभु रंगी,
भय भज्जन दुःख नाशक, भरथरी के संगी ।
ॐ जय कलाधारी हरे ॥
रोट चढ़त रविवार को, फल, फूल मिश्री मेवा,
धुप दीप कुदनुं से, आनंद सिद्ध देवा ।
ॐ जय कलाधारी हरे ॥
भक्तन हित अवतार लियो, प्रभु देख के कल्लू काला,
दुष्ट दमन शत्रुहन, सबके प्रतिपाला ।
ॐ जय कलाधारी हरे ॥
श्री बालक नाथ जी की आरती, जो कोई नित गावे,
कहते है सेवक तेरे, मन वाच्छित फल पावे ।
ॐ जय कलाधारी हरे ॥
ॐ जय कलाधारी हरे, स्वामी जय पौणाहारी हरे,
भक्त जनों की नैया, भव से पार करे,
ॐ जय कलाधारी हरे ॥
Baba Balak Nath Aarti
Om Jai Kaladhari Hare, Swami Jai Paunahari Hare,
Bhakt Janon Ki Naiya, Das Janon Ki Naiya, Bhav Se Paar Kare,
Om Jai Kaladhari Hare.
Balak Umar Suhani, Naam Balak Natha,
Amar Hue Shankar Se, Sun Ke Amar Gatha.
Om Jai Kaladhari Hare.
Sheesh Pe Bal Sunaihari, Gale Rudrakshi Mala,
Hath Mein Jholi Chimata, Aasan Mrgashala.
Om Jai Kaladhari Hare.
Sundar Seli Singee, Vairagan Sohe,
Gau Palak Rakhavalak, Bhagatan Mann Mohe.
Om Jai Kaladhari Hare.
Ang Bhabhoot Ramai, Murti Prabhu Rangi,
Bhay Bhanjan Duhkh Nashak, Bharathari Ke Sangi.
Om Jai Kaladhari Hare.
Rot Chadhat Raviwar Ko, Phal, Phool Mishri Mewa,
Dhup Deep Kudanun Se, Aanand Siddh Dewa.
Om Jai Kaladhari Hare.
Bhaktan Hit Avatar Liyo, Prabhu Dekh Ke Kallu Kala,
Dusht Daman Shatruhan, Sabake Pratipala.
Om Jai Kaladhari Hare.
Shri Balak Nath Ji Ki Aarti, Jo Koi Nit Gave,
Kahate Hai Sewak Tere, Man Vancchhit Phal Pawe.
Om Jai Kaladhari Hare.
Om Jai Kaladhari Hare, Swami Jai Paunahari Hare,
Bhakt Janon Ki Naiya, Das Janon Ki Naiya,
Bhav Se Paar Kare,
Om Jai Kaladhari Hare.
बाबा बालक नाथ आरती के लाभ:
बाबा बालक नाथ हिन्दू आराध्य हैं। जिन्हें उत्तर भारतीय राज्यों हिमाचल प्रदेश, पंजाब में बहुत श्रद्धा से पूजा जाता हैं। बाबा बालक नाथ आरती का पाठ करने तथा सुनने से साधक के परिवार के सभी संकट दूर होने लगते हैं। बाबा बालक नाथ आरती का पाठ करने से साधक को अत्यधिक लाभ प्राप्त होते हैं। बाबा बालकनाथ कार्तिकेय का रूप माने जाते हैं।
बाबा बालक नाथ आरती का पाठ करने से साधक को साहस की प्राप्ति होती है तथा विभन्न प्रकार की बाधाओं को दूर किया जा सकता हैं। बाबा बालक नाथ की आरती करने से साधक खुशहाल जीवन जीने लगता हैं। साधक के जीवन से सभी समस्याएँ दूर हो जाती हैं। नित्य आरती का पाठ सभी प्रकार की नकारात्मकताओं को दूर करता हैं।