Baglamukhi Aarti | बगलामुखी आरती
Baglamukhi Aarti (बगलामुखी आरती): Maa Baglamukhi has special significance in Hindu religion. She is also called the Goddess of war. The fear of enemy and unknown gets remove from the life of the seeker by reciting the Maa Baglamukhi Aarti. The seeker gets the ability to fight the enemies. If you wear Baglamukhi Kavach along with performing the aarti of Maa Baglamukhi, then all your obstacles are removed. Legal disputes also start getting resolved by wearing this Kavach and success is achieved in life.
Baglamukhi Yantra is also very beneficial. The devotee is able to conquer his enemies and destroy the evil powers by keeping this Yantra in front and reciting Maa Baglamukhi Aarti. With this, the negative energy present at the seeker’s home and workplace gets removed. Baglamukhi Kada provides protection to the seeker from evil eyes and makes economically prosperous and reputed.
बगलामुखी आरती
जय जय श्री बगलामुखी माता, आरती करहूँ तुम्हारी |
जय जय श्री बगलामुखी माता, आरती करहूँ तुम्हारी |
पीत वसन तन पर तव सोहै, कुण्डल की छबि न्यारी |
कर कमलों में मुद्गर धारै, अस्तुति करहिं सकल नर नारी |
जय जय श्री बगलामुखी माता ……
चम्पक माल गले लहरावे, सुर नर मुनि जय जयति उचारी |
जय जय श्री बगलामुखी माता ……
त्रिविध ताप मिटि जात सकल सब, भक्ति सदा तव है सुखकारी |
जय जय श्री बगलामुखी माता ……
पालन हरत सृजत तुम जग को, सब जीवन की हो रखवारी ||
जय जय श्री बगलामुखी माता ……
मोह निशा में भ्रमत सकल जन, करहु ह्रदय महँ, तुम उजियारी ||
जय जय श्री बगलामुखी माता ……
तिमिर नशावहू ज्ञान बढ़ावहु, अम्बे तुमही हो असुरारी |
जय जय श्री बगलामुखी माता ……
सन्तन को सुख देत सदा ही, सब जन की तुम प्राण प्यारी ||
जय जय श्री बगलामुखी माता ……
तव चरणन जो ध्यान लगावै, ताको हो सब भव – भयहारी |
जय जय श्री बगलामुखी माता ……
प्रेम सहित जो करहिं आरती, ते नर मोक्षधाम अधिकारी ||
जय जय श्री बगलामुखी माता ……
Baglamukhi Aarti
Jay Jay Shri Baglamukhi Mata, Aarti Karahun Tumhari.
Jay Jay Shri Baglamukhi Mata, Aarti Karahun Tumhari.
Peet Vasan Tan Par Tav Sohe, Kundal Ki Chavi Nyari.
Kar Kamalon Me Mudgar Dhaare, Astuti Karahin Sakal Nar Naari.
Jay Jay Shri Baglamukhi Mata ……
Champak Maal Gale Lahrawe, Sur Nar Muni Jay Jayati Uchari.
Jay Jay Shri Baglamukhi Mata ……
Trividh Taap Miti Jaat Sakal Sab, Bhakti Sada Tav Hai Sukhkaari.
Jay Jay Shri Baglamukhi Mata ……
Paalan Harat Srijat Tum Jag Ko, Sab Jiwan Ki Ho Rakhwari.
Jay Jay Shri Baglamukhi Mata ……
Moh Nisha Me Bhramat Sakal Jan, Karahu Hriday Mah, Tum Ujiyaari.
Jay Jay Shri Baglamukhi Mata ……
Timir Nashawahu Gyan Badhawahu, Ambe Tumahi Ho Asurari.
Jay Jay Shri Baglamukhi Mata ……
Santan Ko Sukh Det Sada Hi, Sab Jan Ki Tum Praan Pyari.
Jay Jay Shri Baglamukhi Mata ……
Tav Charanan Jo Dhyan Lagawe, Taako Ho Sab Bhav-Bhayhaari.
Jay Jay Shri Baglamukhi Mata ……
Prem Sahit Jo Karahi Aarti, Te Nar Mokshdhaam Adhikari.
Jay Jay Shri Baglamukhi Mata ……
बगलामुखी आरती के लाभ:
हिन्दू धर्म में माँ बगलामुखी का विशेष महत्व हैं। इन्हें युद्ध की देवी भी कहा जाता हैं। माँ बगलामुखी आरती का पाठ करने से साधक के जीवन से शत्रु और अज्ञात का भय समाप्त हो जाता हैं तथा साधक को शत्रुओ से लड़ने की क्षमता प्राप्त होती हैं। माँ बगलामुखी आरती करने के साथ यदि आप बगलामुखी कवच धारण करते हैं, तो आपकी सम्पूर्ण बाधाएँ दूर हो जाती हैं। इस कवच को धारण करके क़ानूनी विवादों का समाधान भी होने लगता हैं तथा जीवन में सफलता प्राप्त हो जाती हैं।
बगलामुखी यंत्र भी अत्यंत लाभकारी हैं। इस यंत्र को सामने रख कर माँ बगलामुखी आरती का पाठ करने से साधक अपने शत्रुओ पर विजय प्राप्त तथा बुरी शक्तियों का विनाश कर पाता हैं। इसी के साथ, साधक के घर, कार्यस्थल पर उपस्थित नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती हैं। बगलामुखी कड़ा साधक को नजर दोष से सुरक्षा प्रदान करता हैं तथा आर्थिक रूप से संपन्न, समृद्ध और प्रतिष्ठित बनाता हैं।