Banyan Tree Benefits, वट वृक्ष

Banyan Tree Benefits | वट वृक्ष के लाभ

Banyan Tree Benefits (वट वृक्ष): Banyan tree is available everywhere in India. This is a huge tree. The leaves are rounding, big and thick. In Punjabi it is called Bohad.

Astrological Importance of Banyan tree:

For getting money search such a banyan tree which has a small tree beneath it. Bring this small plant systematically after worshipping bring it in the home and show aggarbatti and benzyl smoke to it. This act will enhance your wealth.

During the eastern Phalguni constellation collect the roots of this tree and if the non fertile woman tie it in her hand, she may turn fertile.

For the Yakshini Siddhis climb up on a Banyan tree (Banyan Tree Benefits) during the night and chant the following spell one lakh time and thereafter wash your face with the sanctified water. Perform this act for three months. The Yakshini will be happy and will provide you food and other things.

।।  Om Namah Srandradhava Karnkarath Swaha ।।

।। ॐ नम: श्रन्द्राधावा कर्णकारथ स्वाहा।।

For the Siddhis of Vichitra Yakshini sit under a Banyan tree (Banyan Tree Benefits) after being fresh and duly bathed and chant the following spell one lakh time and perform Yajna with bastard teak flower, honey, milk and rice. The Yakshini will be happy and bless you and you get the desired thing.

।। Om Vichitra hreeng kleeng Swaha ।।

।। ॐ विचित्रा ह्रीं क्लीं स्वाहा।।

In the battle field if any one goes with the Banyan twig duly tied in his hand, it will be a sure win.

Banyan Tree Benefits, वट वृक्ष

वट वृक्ष के लाभ | Banyan Tree Benefits

वट वृक्ष का परिचय: वट का वृक्ष भी प्राय: सभी स्थानों पर प्राप्त हो जाता है, जो बहुत बड़ा होता है और पत्ते लम्बे चौड़े और अग्रभाग से गोल होते है, पंजाबी में इसको बोहड़ कहते है।

वट वृक्ष का ज्योतिषीय महत्व:

धन प्राप्ति के लिए आप ऐसे बरगद का वृक्ष ढूंढे जिस के नीचे एक छोटा सा बरगद का पौधा उगा हो, इस पौधे को बाँदा भी कहते है, इस बान्दे को सिद्ध योग में प्राप्त करके घर में लाकर धूप दीप करें, तो निश्चित ही अन्न तथा धन की बहुत प्राप्ति होगी।

पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के संयोग में वट की जड़ प्राप्त करके स्त्री अपनी भुजा पर धारण करे तो बांझ स्त्री को भी पुत्र की प्राप्ति होगी।

यक्षिणी सिद्धि के लिए रात के समय वट वृक्ष (Banyan Tree Benefits) पर चढ़कर ऊपर लिखा मंत्र सवा लाख जप करें, जप समाप्त होने पर 7 बार इस मन्त्र से अभिमंत्रित कांजी द्वारा मुख धोये तो इस प्रकार तीन मास तक यह प्रयोग करने से यक्षिणी प्रसन्न होकर साधक को रसायन और भोजन, द्रव्य प्रदान करती है।

।। ॐ नम: श्रन्द्राधावा कर्णकारथ स्वाहा ।।

विचित्रा यक्षिणी सिद्धि के लिए वट वृक्ष के नीचे बैठकर, पवित्र होकर, उपरोक्त मन्त्र का एक लाख जप करें, तथा बंधक के फूल, शहद, अन्न तथा दूध मिला के हवन करें तो विचित्र यक्षिणी सिद्ध होकर मनोवांछित वर देती है।

।। ॐ विचित्रा ह्रीं क्लीं स्वाहा ।।

युद्ध में विजय के लिए आर्द्रा नक्षत्र में वट का बांदा प्राप्त करके अपने साथ लेकर जाए तो निश्चित ही युद्ध में विजय की प्राप्ति होती है।