Cycas Tree Benefits, मदन मस्त

Cycas Tree Benefits | मदन मस्त के लाभ

Different Names of Cycas Tree Benefits (मदन मस्त):

  • Hindi — Junglee Madan Mast ka Phool
  • Gujarati — Madano
  • Latin — Cycus Circinalis

Brief description of Cycas Tree:

The Cycas (Cycas Tree Benefits) is a very ancient genus of trees. The group achieved its maximum diversity in the Jurassic and Cretaceous periods, when it was distributed almost worldwide. It is a very slow-growing, symmetrical plant that produces a crown of shiny, arching, palm-like, evergreen palmate leaves atop a shaggy upright trunk. Trunks take a long time to form (1″ diameter trunks may take years to eventually reach 12″ diameter). Young plants typically grow to 2-3′ tall over several years, but may take 50 or more years to eventually reach 10′ tall. Arching pinnate leaves (to 3-7′ long depending on age) form a loose, feather-like rosette with leaflets to 7″ long. Each leaf has a large mid-rib with very narrow, rigid, spiny-tipped, deep green leaflets.

Leaflets have revolute edges (margins rolled downward), hence the specific epithet. Young sago palm plants produce leaves intermittently in several different growth spurts per year, however mature plants only produce leaves once per year. Plants are dioeciously (separate male and female plants). Female plants will not produce seed without a nearby male; however these plants rarely flower when grown indoors in containers. Males produce upright yellowish ellipsoid pollen cones (to 12-18″ tall). Orbicular female cones produce vermilion seeds.

Astrological significance of Cycas Tree:

In horoscope when most of the planets come between Rahu and Ketu, it is called Kaalsarp Dosha. This malefic effect put obstacles to many work. To get relief from this, water the plant daily in the evening.

Religious effects of Cycas Tree:

If the following mascot is burnt under the black plant of Cycas Tree (Cycas Tree Benefits) all the hurdles in life are removed. This mascot can be made any day in auspicious time. Sit on a woollen blanket facing south; make this mascot on a paper. Charcoal ink can be used for this and any pen can be used. After that, burn the mascot under the Cycas tree (Cycas Tree Benefits) in the evening. All the obstacles will be removed.

Cycas Tree 2

Significance of Cycas tree in Vaastu:

This Cycas Tree plant is said to be too auspicious and can be kept in flower pot.

Cycas Tree Benefits, मदन मस्त

मदन मस्त के लाभ | Cycas Tree Benefits

मदन मस्त के विभिन्न नाम:

  • हिन्दी में — जंगली मदन मस्त का फूल
  • गुजराती में — मदनो
  • अंग्रेजी में — Cycus Tree (सायकस ट्री)
  • लेटिन में — Cycus circinalis (सायकस सरसीनेलिस)

मदन मस्त का संक्षिप्त महत्त्व:

यह पौधा खजूर के समान दिखाई देता है, किन्तु इसकी ऊँचाई अधिक नहीं होती, यह धीरे-धीरे वृद्धि करता है, इसके तने की ऊँचाई अधिक होती है। इसका तना खजूर के समान ही होता है, इसके ऊपर पत्तियों के टूटने के निशान बने होते हैं। पत्तियां शीर्ष पर मुकुट बनाकर लगी होती हैं। प्रत्येक पत्ती में एक लम्बी डण्डी होती है, जिसके दोनों ओर पतली-पतली गहरी हरी नुकीले सिरों वाली पर्णिकायें लगी होती हैं। ये पर्णिकायें कुछ अधिक चौड़ी और लम्बी होती हैं, साथ ही जिस डण्डी पर ये पर्णिकायें लगती हैं, वह डंडियां काफी लम्बी होती हैं। इस पौधे की जड़े जमीन में गहरी होती हैं, यह पौधा काफी मजबूत होता है। पौधों के सिरों पर विशेष प्रकार की रचनायें विकसित होती हैं जिन्हें कोण (Cones) कहते हैं।

मदन मस्त का ज्योतिषीय महत्व:

अनेक व्यक्तियों की पत्रिका में राहु तथा केतु के बीच जब सारे ग्रह आ जाते हैं तब यही योग कालसर्प दोष कहलाता है। जिस जातक की पत्रिका में यह दोष होता है वह अनेक प्रकार की परेशानियों से समय-समय पर घिरता रहता है। उसके कार्यों में अनेक प्रकार की बाधायें खड़ी होती रहती हैं। इस दोष के निवारणार्थ सम्बन्धित व्यक्ति को साय: काल के पौधे पर नित्य जल अर्पित करना चाहिये, फिर शुभ मुहूर्त में मेगास्पोरोफील प्राप्त करे, यह मेगास्पोरोफील विशेष प्रकार की रचनायें होती हैं।

यह रचनायें इसके मादा पौधे के शीर्ष पर जहां पत्तियों का मुकुट होता है, वहाँ लगती हैं, यह पत्तियों की डंडियों के उद्गम स्थल से बीच-बीच में निकलती हैं। यह रचनायें एक से सवा फुट तक लम्बी होती हैं तथा इसके शीर्ष साँप के फन के समान दिखाई देते हैं। यह प्राप्त हो जाने पर व्यक्ति को अपने ऊपर से 21 बार उसार कर उसे किसी पवित्र नदी में विसर्जित कर देना चाहिये। ऐसा करने से कालसर्प दोष की शांति हो जाती है।

मदन मस्त का धार्मिक महत्व:

निम्न यंत्र को साय: काल के पौधे के नीचे जलाने मात्र से व्यक्ति के कार्य की रुकावटें दूर होने लगती हैं। इस यंत्र को किसी भी दिन एवं शुभ मुहूर्त में बनाया जा सकता है। दक्षिण की तरफ मुख करके एक ऊनी आसन पर बैठकर कोरे कागज पर इस यंत्र को बना लें। इसके लिये लकड़ी के कोयले की स्याही काम में ली जाती है। कोयले को बारीक पीस कर अथवा इसे घिस कर स्याही बनायें। लेखन के लिये किसी भी कलम का प्रयोग किया जा सकता है। यंत्र लेखन के पश्चात् ही इसे सांय काल पौधे के नीचे जला दें। कुछ ही समय में आपके सामने आने वाली बाधाओं तथा समस्याओं का अन्त होने लगेगा। यंत्र इस प्रकार है –

जिस व्यक्ति को रात्रि में सपने में साँप दिखाई देते हैं, उसे एक मेगास्पोरोफील को अपने सिरहाने रखकर शयन करना चाहिये। ऐसा करने से उसे सपने में साँप दिखना बंद हो जाता है।

Cycas Tree 2

मदन मस्त का वास्तु में महत्व:

इस मदन मस्त पौधे का घर की सीमा में होना अत्यन्त शुभ माना गया है। इसे गमलों में भी लगाया जा सकता है।