Durga Aarti | दुर्गा आरती
Durga Aarti (दुर्गा आरती): Maa Durga ends all the troubles of the devotees and protects them from obstacles and troubles. Maa Durga Aarti has special significance. Recitation of Durga Aarti removes negative energy and brings positive energy in your life. If the seeker worships the Durga Idol along with the recitation of this Aarti, then happiness and prosperity reside in his life and love remains in the family.
The biggest problems can be solved and seeker can get relief from incurable diseases by wearing Durga Kavach while recitation of Aarti. Nav Durga Yantra is also considered extremely beneficial. If Aarti is recited keeping Nav Durga Yantra in front, then the seeker gets protection from enemies and evils.
दुर्गा आरती | Durga Aarti
जय अम्बे गौरी मैया जय श्यामा गौरी।
तुमको निसदिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवरी॥
ॐ जय अम्बे गौरी।
मांग सिंदूर विराजत टीको मृगमदको।
उज्जवल से दोऊ नैना चन्द्रवदन नीको॥
ॐ जय अम्बे गौरी।
कनक समान कलेवर रक्ताम्बर राजे।
रक्त पुष्प गल माला कण्ठन पर साजे॥
ॐ जय अम्बे गौरी।
केहरि वाहन राजत खड्ग खप्पर धारी।
सुर नर मुनि जन सेवत तिनके दुःख हारी॥
ॐ जय अम्बे गौरी।
कानन कुंडल शोभित नासाग्रे मोती।
कोटिक चंद्र दिवाकर राजत सम ज्योति॥
ॐ जय अम्बे गौरी।
शुंभ निशंभु विदारे महिषासुरधाती।
धूम्रविलोचन नैना निशदिन मदमाती॥
ॐ जय अम्बे गौरी।
चण्ड मुण्ड संहारे शोणित बीज हरे।
मधु कैटभ दोउ मारे सुर भयहीन करे॥
ॐ जय अम्बे गौरी।
ब्रम्हाणी रुद्राणी तुम कमलारानी।
आगम निगम बखानी तुम शिव पटरानी॥
ॐ जय अम्बे गौरी।
चौसंठ योगिनी गावत नृत्य करत भैरुँ।
बाजत ताल मृदंगा अरु डमरुँ॥
ॐ जय अम्बे गौरी।
तुम ही जग की माता तुम ही हो भरता।
भक्तन की दुःखहर्ता सुख सम्पत्ति कर्ता॥
ॐ जय अम्बे गौरी।
भुजा चार अति शोभित वर मुद्रा धारी।
मनवांच्छित फल पावे सेवत नर नारी॥
ॐ जय अम्बे गौरी।
कंचन थाल विराजत अगर कपुर बात्ती।
श्री माल केतु में राजत कोटि रतन ज्योती॥
ॐ जय अम्बे गौरी।
या अम्बे जी की आरती जो कोई नर गाये।
कहत शिवानंद स्वामी सुख संपत्ति पाये॥
जय अम्बे गौरी मैया जय श्यामा गौरी।
तुमको निसदिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवरी॥
ॐ जय अम्बे गौरी।
दुर्गा आरती के लाभ:
माँ दुर्गा साधको के सभी कष्टों का अंत करती हैं तथा बाधाओं और संकटों से उनकी रक्षा करती हैं। माँ दुर्गा आरती का विशेष महत्व हैं। माँ दुर्गा की आरती का पाठ करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है। माँ दुर्गा की आरती के पाठ के साथ यदि साधक दुर्गा मूर्ति की पूजा करता हैं तो उसके जीवन में सुख-समृद्धि का निवास होता हैं और परिवार में प्रेम बना रहता हैं।
पाठ करते समय दुर्गा कवच धारण करने से बड़े से बड़े संकटो का निवारण किया जा सकता हैं तथा असाध्य रोगों से मुक्ति पायी जा सकती हैं। नव दुर्गा यंत्र भी अंत्यंत लाभकारी माना जाता हैं। नव दुर्गा यंत्र को सामने रख कर यदि आरती का पाठ किया जाए, तो साधक को शत्रुओ और बुराइयों से सुरक्षा प्राप्त होती हैं।