Golden Shower Tree Benefits/अमलतास के लाभ
Different Name of Golden Shower Tree Benefits (अमलतास) :
Sanskrit— Rajbriksh, Shampak, Chatur Rangul, Aarvet,Vyadhighati, Kritmaal, Suvarnak, Karnikar, darghikaar, Swarnbhushan.
Hindi— Amaltas, Dhanbahera.
Bengali— Sotal, Sondal.
Marathi— Bahawa.
Gujarati— Garmal.
Kannad— Heggake.
Telugu— Rallekaya.
Parsee— Khware Shamber
Latin— Cassia fistula
Introduction of Golden Shower Tree (Golden Shower Tree Benefits):
The Golden Shower Tree (Golden Shower Tree Benefits) of Pudding pipe tree are too tall. The leaves of this tree are smooth like black berry. Its flowers are yellow in colour, big in size and having five petals found in all the nook or corner of the country. It looks to good when blossomed.
After the deciduous season all the leaves are defoliated and it looks that the tree is appeared to be covered with yellow blanket. It looks too panoramic. Hence this Golden Shower tree (Golden Shower Tree) is also named as Rajbriksh means king of trees. The flower of this Golden Shower tree (Golden Shower Tree) is odourless.
The flowers are blossomed during the month of mid April to mid June. After the fall of the flowers immediately buds come up which are in the green pods and buds are yellow in color inside the pod.
Religious Importance of Golden Shower Tree Benefits:
When a man is suffering from insomnia due to the stress in life, the pod of this flower is very useful to him. What he has to do is to keep one grey pod of this Golden Shower tree (Golden Shower Tree Benefits) under the pillow of the bed which will help him to get a sound sleep. It is also seen that he does not get a nightmare.
The inside material sticky substance of the ripe pod is usually black. If soot is made with jasmine oil, and with that soot if one round figure like a circle is made and meditation is done, concentration is never interrupted.
5 seeds of pudding pipe tree, 5 seeds of jequirity, 5 seeds of Bauhinia and 5 seeds of Vishnukanta are kept on a clean saucer and the whole thing is to be placed in the place of worship. Burn aromatic sticks and chant a spell of your deity for one rosary. After that put those seeds in a plastic bag and keep it in pocket. All the financial constraints will be over. During the night keep those seeds in the pocket of the shirt. If these seeds are kept in the vault, the money will never be a problem.
Medicinal Importance of Golden Shower Tree Benefits:
Tonsil is a painful throat disease. If the tonsil isswollen, it starts giving problems even at the time of drinking water. During this period thejuice of the roots of this Golden Shower tree (Golden Shower Tree Benefits) gives an instantrelief. About 10 grams of the root is boiled with one cup of water to make the water up to three fourth of the cup. After sieving the material the liquid portion is consumed half tea spoon at a time. Tonsil problems will be over.
In the colic pain also it worked as miracle. If theroots are grinded and put around the naval, it eradicates the colic pain. For the children itis very effective.
In ringworm, this works instantly. The paste of it withwater if applied in the infested place, Golden Shower Tree (Golden Shower Tree Benefits) willbe cured. If this paste of roots is made with milk and applied on the infested place, it doesmiracle.
If deep wound is there, the leaves of this tree,jasmine and Indian beech crushed with cow urine and applied the paste on the wound, it healsinstantly.
The pock in the children is a common disease. 5 to 6leaves of this tree crushed and it applied with cow milk on the pokes, it gives relief.
Paralytic effects on the face can comfort a man if thejuice of the leaves of this Golden Shower tree (Golden Shower Tree Benefits) is used for facemassage.
अमलतास के लाभ/Golden Shower Tree Benefits
अमलतास के विभिन्न नाम (Golden Shower Tree Benefits):
संस्कृत में — राजवृक्ष, शम्पाक, चतुररंगुल, आरवेत, व्याधिघाती, कृतमाल, सुवर्णक, कर्णिकार, दर्घिकार,स्वर्णभूषण,
हिन्दी में — अमलतास, धनबहेड़ा,
बंगाली में — सोताल, सोंदाल,
मराठी में — बाहवा,
गुजराती में — गरमाल,
कन्नड़ में — हेग्गके,
तैलगु में — रल्लेकाया,
फारसी में — ख्यारे शम्बर,
अंग्रेजी में — Pudding Pipr Tree (पुडिंग पाइप ट्री)
लेटिन में — केसिया फिस्टुला (Cassia fistula)
अमलतास का परिचय (Golden Shower Tree Benefits):
अमलतास (Golden Shower Tree Benefits) के पेड़ बड़े होते हैं। इनकी पत्तियां चिकनी—चिकनी जामुन की तरह होती हैं। इसके फूल पीतवर्ण के दीर्घ व पांच-पांच पंखुड़ियों वाले रुप में सर्वत्र लगते हैं। पुष्पकाल में इसकी शोभा अपूर्व हो जाती है। पत्तियों के झड़ जाने के बाद इनमें पीले फूल सम्पूर्ण पेड़ के ऊपर ऐसे दिखाई देते हैं, कि मानो पेड़ ने पीताम्बर ओढ़ रखीं हो। इस शोभा को देखकर आनन्द प्राप्त होता है। इसी कारण से इसका नाम राजवृक्ष रखा गया है।
इतना सब होने पर भी इसके पुष्प में किसी प्रकार की गंध नहीं होती है। इन्हें गन्धरहित देखकर आश्चर्यचकित होना पड़ता है। इसका पुष्पकाल वैशाख अथवा ज्येष्ठ माह का होता है। पुष्पों के झड़ते ही इन पर हरे रंग की फलियां, जो भीतर से पीली रहती हैं, लगती हैं।
अमलतास का धार्मिक महत्व (Golden Shower Tree Benefits):
वर्तमान समय में व्यक्ति जब अनेक प्रकार के तनाव तथा चिन्ताओं से घिरा रहता है, इसके कारण से रात्रि को उसे ठीक से नींद भी नहीं आती है। अनेक व्यक्ति अनिद्रा के शिकार हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में अमलतास (Golden Shower Tree Benefits) की फली अत्यन्त उपयोगी सिद्ध हो सकती है।
अमलतास की पकी हुई फली जोकि गहरे भूरे रंग की हो जाती है, साबुत तोड़ लायें। इस फली को सिरहाने रखकर शयन करने से उत्तम निद्रा प्राप्त होती है। इस फली को पास में रखकर अथवा सिरहाने की तरफ तकिये के नीचे रखकर शयन करने वाले को रात्रि में दु:स्वप्न नहीं आते हैं।
अमलतास (Golden Shower Tree Benefits) की पकी हुई फली का गूदा काला होता है। इसे चमेली के तेल में मिलाकर उस तेल से काजल बना लें। इस काजल से एक सफेद कागज पर एक रूपये के सिक्के बराबर काला गोला बनाकर उस पर त्राटक करने से शीघ्र ही ध्यान लगने लगता है।
5 बीज अमलतास (Golden Shower Tree Benefits) के, 5 बीज लाल गूंजा के, 5 बीज कचनार के तथा 5 बीज विष्णुकांता के इन सभी बीजों को एकत्र करके एक स्वच्छ प्लेट में रखकर अपने पूजा के स्थान में रखें। अगरबत्ती अर्पित करें और अपने इष्ट के किसी भी मंत्र का एक माला जाप करें। उसके बाद प्रणाम करके इन्हें उठाकर एक प्लास्टिक की थैली में डालकर अपनी जेब में रख लें। ऐसा करने से व्यक्ति को पैसे की समस्या परेशान नहीं करती है। रात्रिकाल में बीज शर्ट की जेब में ही रखे रहने दें।
इन बीजों को इसी प्रकार से प्राप्त कर आप अपनी तिजोरी में रखते हैं तो वहाँ धन की कमी नहीं रहती है। अगर आपका व्यवसाय है तो इन्हें अपने गल्ले में रखें। इसके पश्चात् प्राप्त होने वाले परिणाम आपके समक्ष होंगे।
अमलतास (Golden Shower Tree Benefits) के बीजों को धन के साथ तिजोरी में सुरक्षित रखने से धन वृद्धि होती है। उस तिजोरी में कभी भी धन की कमी नहीं होती हैं।
अमलतास का ज्योतिषीय महत्व (Golden Shower Tree Benefits):
जो व्यक्ति गुरु ग्रह की पीड़ा से त्रस्त हो उस जातक को नित्य अमलतास (Golden Shower Tree Benefits)के वृक्ष का स्पर्श करना चाहिये। ऐसा करना उसके लिये शुभ होता है। इस वृक्ष को अगर जल अर्पित कर सकते हैं तो आपको गुरु ग्रह के शुभत्व का बहुत अधिक लाभ प्राप्त रहेगा।
जिन जातकों का जन्म रेवती नक्षत्र में हुआ हो, उन्हें गुरूवार के दिन अमलतास (Golden Shower Tree Benefits) के वृक्ष की परिक्रमा करनी चाहिये। यह परिक्रमा 7 अथवा 11 की संख्या में हो। ऐसा करने से उनकी ग्रह पीड़ा शांत होती है।
पढ़ने वाले विद्यार्थी अमलतास (Golden Shower Tree Benefits) के नीचे बैठकर अध्ययन करते हैं तो उनका परिश्रम निष्फल नहीं जाता है। मंदबुद्धि बच्चों के लिये अमलतास का आश्रय श्रेष्ठ होता है।
अमलतास का वास्तु में महत्व (Golden Shower Tree Benefits):
अमलतास (Golden Shower Tree Benefits)के वृक्ष का घर की सीमा में होना शुभकारी होता है। यह वृक्ष पश्चिम दिशा में अथवा दक्षिण में होना चाहिये। इसके प्रभाव से सम्बन्धित घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है, उस घर में शांति बने रहने से परिवार के सभी सदस्य अपने-अपने क्षेत्र में बहुत उन्नति करते हैं। उस घर में रहने वालों में तनाव नहीं होता।
अमलतास का औषधीय महत्व (Golden Shower Tree Benefits):
टांसिल गले का एक कष्टकारक रोग है। टांसिल बढने पर पानी पीने में भी कष्ट का अनुभव होता है। ऐसीअवस्था में इसकी जड़ का काढ़ा अत्यंत लाभकारी रहता है। इस वृक्ष की 10 ग्राम के लगभग जड़ लेकर इसे कूट लें। दो कप पानी में इसे डालकर इतना पकाएं की लगभग पौन कप बच जाएँ। इसके पश्चात इसे छानकर आधा आधा चम्मच काढ़े का सेवन करने से टांसिल की समस्या में आराम प्राप्त होता है।
पेट दर्द की समस्याओं में अमलतास (Golden Shower Tree Benefits) का प्रयोगअत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ है। इसका प्रयोग पेट दर्द की स्थिति में लाभकारी है पेट दर्द तथा अफारे की स्थिति में थोड़ी मात्रा में इसकी जड़ को ठीक प्रकार से पीसकर नाभि के चारों तरफ लगाने से लाभ मिलता है। यह प्रयोग छोटे बच्चों के लिए विशेष लाभ देने वाला है।
दाद में अमलतास (Golden Shower Tree Benefits) के पंचांग का चमत्कारिकप्रभाव देखा जा सकता है। इसके पंचांग को जल में पीस कर बारीक पेस्ट बना लें। इसे दाद वाले स्थान पर लगाने से आशानुकूल परिणाम प्राप्त होते है। शीघ्र ही दाद ठीक हो जाता है। दाद की स्थिति में इसका एक अन्य उपाय भी है। इसकी जड़ लगभग 10-15 ग्राम प्राप्त करें। इसे दूध में उबाल लें। बाद में इस जड़ को बारीक पीसकर दाद वाले स्थान पर लगायें। चमत्कारिक रूप से लाभ की प्राप्ति होगी।
घाव की स्थिति में अमलतास (Golden Shower Tree Benefits), चमेली तथाकरंज, इन तीनों के थोड़े थोड़े पत्ते प्राप्त कर उन्हें गोमूत्र के साथ पीस कर लुग्दी बना लें। इसे घाव पर लगाने से लाभ की प्राप्ति होती है।
छोटे बच्चों के फुंसी आदि की समस्या अक्सर देखने में आती है। ऐसी स्थिति में इसके 5-10 पत्तों को गायके दूध में पीस कर फुंसी वाले स्थान पर लगाने से लाभ की प्राप्ति शीघ्र होती है।
चेहरे पर पक्षाघात का प्रभाव प्रकट होने पर अमलतास के पत्तों के स्वरस की मालिश करने से लाभ होताहै।