Gorakshasana Benefits, गोरक्षासन

Gorakshasana Benefits | गोरक्षासन के लाभ

Method of Gorakshasana Benefits (गोरक्षासन): Sit on the floor. Bent the knees and seat on the legs so that the knees touch the floor completely. Keep the hands on the knees and keep the backbone straight and remain in this position for few minutes. Remember that the body should not bent.

Note: This asana is useful to every person of any age. Women can do this Gorakshasana (Gorakshasana Benefits) easily. The fat people should not exert the power to perform it.

Gorakshasana Benefits:

  • Gorakshasana removes the hardness of hips and calves.
  • It awakens the Kundalini.
  • Gorakshasana joins the pran with apan. It also flow the life in dead nerves.
  • It recovers haemorrhoids, kidney related diseases and anus problems.
  • This Gorakshasana is good for curing the increased bones.
  • It stops wet dreams.
  • Gorakshasana removes the diseases of ovary in omen.

Gorakshasana Benefits, गोरक्षासन

गोरक्षासन के लाभ | Gorakshasana Benefits

गोरक्षासन  विधि: जमीन पर बैठकर घुटनों को मोड़ते हुए पैरों के तलुओं को आपस में मिलाकर, आगे आकर मिले हुए पैरों के बीच बैठ जाओ घुटने दोनों ओर से जमीन से लग जाने चाहिए फिर हाथों को घुटनों पर रखकर मेरुदण्ड सहित गले को सीधा रखते हुए इस अवस्था में स्थित रहो परन्तु आगे का भाग छाती आदि जरा भी मुड़ने न पाए।

नोट: यह गोरक्षासन  सभी आयु के व्यक्तियों के लिए लाभदायक है। यह आसन पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियाँ अधिक आसानी से कर सकती है। स्थूल शरीर वाले इसे करने में जबरदस्ती न करें।

गोरक्षासन के लाभ:

  • इस गोरक्षासन  द्वारा नितम्ब, घुटनों और पिंडलियों की कठोरता दूर होती है।
  • यह आसन कुंडलिनी को जाग्रत करता है।
  • इस गोरक्षासन  द्वारा प्राण और अपान की एकता होती है। सुषम्ना नाडी में प्राण का प्रवाह होता है।
  • यह आसन गुदा के रोगों, मूत्र सम्बन्धी रोगों और बवासीर को दूर करता है।
  • यह गोरक्षासन  बढ़ी हुई हड्डी के लिए लाभदायक है।
  • इस गोरक्षासन  से स्वप्नदोष में लाभ होता है।
  • नारियों के गर्भाशय से सम्बन्धित रोगों को दूर करता है।