Goumata Aarti | गौमाता आरती
Goumata Aarti (गौमाता आरती): Goumata is considered a sacred creature. There is a belief in Hindu religion that 33 crore gods and goddesses reside on the body of Goumata. All the sorrows start going away from the life of the seeker by reciting the Goumata Aarti. Along with this, the life of the seeker is filled with wealth and happiness.
All the Vaastu defects in the house start getting removed by reciting Aarti and setup the statue of Kamdhenu Cow. This statues bring positive energy into the home or workplace environment. Gomukhi Conch has also special significance. Keeping it in the house brings auspicious results and the blessings of Goddess Lakshmi remain.
गौमाता आरती | Goumata Aarti
ॐ जय जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता |
जो कोई तुमको ध्याता, त्रिभुवन सुख पाता ||
मैया जय जय गौमाता
सुख समृद्धि प्रदायनी, गौ की कृपा मिले |
जो करे गौ की सेवा, पल में विपत्ति टले ||
मैया जय जय गौमाता
आयु ओज विकासिनी, जन जन की माई |
शत्रु मित्र सुत जाने, सब की सुख दाई ||
मैया जय जय गौमाता
सुर सौभाग्य विधायिनी, अमृती दुग्ध दियो |
अखिल विश्व नर नारी, शिव अभिषेक कियो ||
मैया जय जय गौमाता
ममतामयी मन भाविनी, तुम ही जग माता |
जग की पालनहारी, कामधेनु माता ||
मैया जय जय गौमाता
संकट रोग विनाशिनी, सुर महिमा गायी |
गौ शाला की सेवा, संतन मन भायी ||
मैया जय जय गौमाता
गौ माँ की रक्षा हित, हरी अवतार लियो |
गौ पालक गौपाला, शुभ सन्देश दियो ||
मैया जय जय गौमाता
श्री गौमात की आरती, जो कोई सुत गावे |
“पदम्” कहत वे तरणी, भव से तर जावे ||
मैया जय जय गौमाता
Goumata Aarti | गौमाता आरती
Om Jai Jai Goumata, Maiya Jai Jai Goumata.
Jo Koi Tumko Dhyata, Tribhuvan Sukh Pata.
Maiya Jai Jai Goumata
Sukh Samriddhi Pradayini, Gou Ki Kripa Mile.
Jo Kare Gou Ki Seva, Pal Me vipatti Tale.
Maiya Jai Jai Goumata
Aayu Oj Vikasini, Jan Jan Ki Maayi.
Shatru Mitra Sut Jaane, Sab Ki Sukh Daayi.
Maiya Jai Jai Goumata
Sur Soubhagya Vidhayini, Amriti Dugdh Diyo.
Akhil Vishwa Nar Naari, Shiv Abhishek Kiyo.
Maiya Jai Jai Goumata
Mamtamayi Man Bhavini, Tum Hi Jag Mata.
Jag Ki Paalanhari, Kaamdhenu Mata.
Maiya Jai Jai Goumata
Sankat Rog Vinashini, Sur Mahima Gaayi.
Gou Shala Ki Seva, Santan Man Bhayi.
Maiya Jai Jai Goumata
Gou Maa Ki Raksha Hit, Hari Avtaar Liyo.
Gou Paalak Gopala, Shubh Sandesh Diyo.
Maiya Jai Jai Goumata
Shri Goumat Ki Aarti, Jo Koi Sut Gaave.
Padam Kahat We Tarani, Bhav Se tar Jaawe.
Maiya Jai Jai Goumata
गौमाता आरती के लाभ:
गौमाता को एक पवित्र जीव माना जाता हैं। हिन्दू धर्म में ऐसी मान्यता हैं कि गौमाता के शरीर में 33 करोड़ देवी–देवताओं का वास होता हैं। गौमाता आरती का पाठ करने से साधक के जीवन से सभी दुःख दूर होने लगते हैं और साधक का जीवन धन-धान्य और खुशियों से भर जाता हैं। गौमाता आरती का पाठ करने के साथ कामधेनु गाय की प्रतिमा स्थापित करने से घर के सभी वास्तुदोष दूर होने लगते हैं तथा परिवार में सुख, शांति बनी रहती हैं। यह प्रतिमा घर या कार्यस्थल के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा लेकर आती हैं। गोमुखी शंख का भी विशेष महत्व हैं। इसे घर में रखने से शुभ फलो की प्राप्ति होती हैं तथा माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहती हैं।