Haldi Mala Ke Labh/हल्दी माला के लाभ
Haldi Mala Ke Labh (हल्दी माला के लाभ): In Hindu scriptures, turmeric has been counted as Manglik items, which are why turmeric is applied when a marriage takes place.
Turmeric also known as “Haridra”, worshiping God, Ganapati, Vishnu (Narayana) and Mother Baglamukhi with turmeric, soon fulfills the desire.
Benefits of Siddha Haldi Mala:
Haldi Mala (Haldi Mala Ke Labh) is easily found in the market, but that garland is not proven, without full benefits of Siddha garland, turmeric garland is accomplished with Guru Bija Mantras, it is proven to be vital to life, then the turmeric garland is proven.
Siddha seekers of Astra Mantra have prepared the haldi mala (Haldi Mala Ke Labh), duly proven, so that everyone can get the benefit of turmeric garland easily.
Haldi Mala Ke Labh:
If Haldi Mala (Haldi Mala Ke Labh) is proven and worn, then there is removal of all diseases.
He who is not getting married should wear haldi mala (Haldi Mala Ke Labh) for 27 days from Thursday of Shukla Paksha.
If a person has suffered from jaundice, he gets to see benefits soon by wearing a haldi mala (Haldi Mala Ke Labh).
To remove mental illness, turmeric garland should be worn on Monday.
On every Wednesday, Ganesha should be worn this Mala to make peace in the house.
To destroy the enemy, sitting at the yellow posture at night, should chant the Baglamukhi mantra with haldi mala (Haldi Mala Ke Labh).
For the peace of the planet Guru, a garland of turmeric should be donated to the temple on Thursday.
For the predominance of the planet Guru, a haldi mala (Haldi Mala Ke Labh) should be worn on Thursday.
Chanting of Ganesha Mantra with turmeric garland leads to the attainment of goodwill.
Pregnant woman should keep haldi mala (Haldi Mala Ke Labh) for 3 months for best child or son.
According to Vastu, chanting with turmeric garland gives you knowledge, and children.
To destroy negative energy from the house, haldi mala (Haldi Mala Ke Labh) should be hung on the main gate of the house.
Haldi Mala Puja:
To get the full benefit of turmeric garland, also on Thursday morning, take a bath, place a turmeric garland in a peepal leaf in the place of worship, then recite the following mantra over the haldi mala (Haldi Mala Ke Labh) 108 Offering Akshata (rice), by doing this turmeric garland will become active and provide its full benefits then turmeric garland can be worn.
।। Oum Gram Greem Groum Sah Guruve Namah ।।
।। ॐ ग्राम ग्रीम ग्रौम सा गुरुवे नमः ।।
Precautions for Turmeric Mala:
Haldi Mala (Haldi Mala Ke Labh) should be kept away from water, turmeric swells with water.
The person wearing turmeric garland should not take any intoxication.
हल्दी की माला के लाभ/Haldi Mala Ke Labh
हिन्दू शास्त्रों में हल्दी को मांगलिक वस्तुओं में गिना गया है, इसी कारण जब शादी होती है, तब हल्दी लगायी जाती है। हल्दी न केवल आयुर्वेद औषधि है, बल्कि प्रत्यक्ष रूप से भगवान “बृहस्पति” का रूप मानी गयी है।
हल्दी को “हरिद्रा” के नाम से भी जाना जाता है, हल्दी से भगवान, गणपति, विष्णु(नारायण) और माँ बगलामुखी की पूजा करने से, शीघ्र ही मनोकामना पूर्ण होती है।
सिद्ध हल्दी माला:
हल्दी की माला बाजार में आसानी से मिल जाती है, पर वह माला सिद्ध नही होती, बिना सिद्ध माला का पूर्ण लाभ नही मिलता, हल्दी की माला को गुरु बीज मंत्रों से संपुटित करके, प्राण-प्रतिष्ठित सिद्ध किया जाता है, तब जाकर हल्दी की माला सिद्ध होती है।
अस्त्रों मंत्रा के सिद्ध साधकों ने हल्दी की माला को, विधिवत सिद्ध करके तैयार किया है, जिससे हल्दी माला का लाभ सभी को आसनी से मिल सके।
हल्दी माला के लाभ:
यदि हल्दी माला को सिद्ध कर धारण किया जाए तो, सभी रोगों की शांति होती है।
जिसकी शादी नही हो रही हो, वह हल्दी की माला को शुक्ल पक्ष के गुरुवार से 27 दिन तक हल्दी की माला को धारण करे।
यदि किसी व्यक्ति को पीलिया हो गया हो, तो उसे हल्दी माला पहनाने से शीघ्र ही लाभ देखने को मिलाता है।
मानसिक रोग को दूर करने के लिए, हल्दी माला को सोमवार के दिन धारण करना चाहियें।
घर में सुख शांति के लिए किसी भी बुधवार के दिन हल्दी माला को गणेश जी को पहना देनी चाहियें।
शत्रु नाश के लिए रात्रि के समय पीले आसन पर बैठकर, हल्दी माला से बगलामुखी मंत्र का जप करना चाहियें।
गुरु ग्रह की शांति के लिए हल्दी माला को, गुरवार के दिन मंदिर में दान करना चाहियें।
गुरु ग्रह की प्रबलता के लिए हल्दी की माला को, गुरुवार के दिन धारण करनी चाहियें।
हल्दी माला से गणेश मन्त्र का जाप करने से सदबुद्धि की प्राप्ति होती है।
श्रेष्ठ संतान या पुत्र संतान के लिए गर्भवती महिला को 3 महीने तक हल्दी की माला धारण करके रखना चाहियें।
वास्तु अनुसार हल्दी माला से जप करने पर ज्ञान, विद्या तथा संतान सुख मिलता है।
घर से नकारात्मक उर्जा नष्ट करने के लिए हल्दी की माला को घर के मेंन गेट पर टांग देनी चाहियें।
हल्दी की माला की पूजा:
हल्दी माला का पूर्णरूप से लाभ प्राप्त करने के लिए, की भी गुरुवार के दिन प्रात काल: स्नान आदि करके हल्दी की माला को पीपल के पत्ते में रख कर पूजा स्थान में रख दे, इसके बाद निम्न मन्त्र का पाठ करते हुए हल्दी की माला के उपर 108 अक्षत (चावल) चढ़ाये, ऐसा करने से यह हल्दी की माला एक्टिव हो जाएगी और अपना पूर्ण लाभ प्रदान करेगी फिर हल्दी माला (Haldi Mala Ke Labh) को धारण किया जा सकता है।
।। ॐ ग्राम ग्रीम ग्रौम सा गुरुवे नमः ।।
हल्दी की माला के लिए ध्यान दे:
हल्दी माला (Haldi Mala Ke Labh) को पानी से दूर रखना चाहियें, पानी से हल्दी फूल जाती है।
हल्दी माला (Haldi Mala Ke Labh) को धारण करने वाले व्यक्ति को कोई नशा नही करना चाहियें।