Hand Yoga Benefits, हाथ योग

Hand Yoga Benefits | हाथ योगा के लाभ

Method of Hand Yoga Benefits (हाथ योग): 1st:  At first join your feet and keep the whole body straight, keep the right hand loose and make it like the wings of the birds and make the hand up and down. Remember that the fingers should be joined and hands must not touch head or thigh while taking the hand up and down. The palm should be outer side of the body.

2nd: Repeat the exercise only with left hand.

3rd: Do this exercise by both the hands. Both the hands should be working at a time.

Precautions : Remember no hands should touch the thigh and head.

Hand Yoga Benefits:

  • The hands become powerful like 10 tons air.
  • Doing Hand Yoga hands and muscles become powerful and in good shape.

Hand Yoga Method:

  • At first join your feet and keep the whole body straight, close the fist of right hand and inhale from nostrils. Stop the breathing circulate the right arm from front side to back side as many times as possible. After that bring the hand parallel to the ground with a jerk and breathe out.
  • Do it with the left hand but circulate in the opposite directions and then bring the hand parallel to ground with jerk and breathe out.
  • Do it for both the hands once clock wise and once anti clock wise.

Hand Yoga Benefits:

  • This Hand Yoga exercise makes the hand s in good shape and soft as well.
  • The nerves of the hands become stronger.
  • With Hand Yoga arms become stronger.

Hand Yoga Benefits, हाथ योग

हाथ योग के लाभ | Hand Yoga Benefits

हाथ योग विधि: प्रथम: अपने पैरों को आपस में मिलाकर पैरों से सिर तक का भाग सीधा रख खड़े रहो और अपने दाहिने हाथ को शिथिल रख इसे पक्षी के पंख के समान बगल से ऊपर नीचे ले जाओ, इस हाथ व्यायाम को करते समय जब हाथ सीधे ऊपर जाएं तो सिर तथा जंघा को न छुएं इसमें हाथ का पंजा खुला रहना चाहिए और अंगुलियाँ आपस में सटी होनी चाहिए। हाथ ऊपर जाने पर करतल बाहर की ओर रहना चाहिए।

द्वितीय: बाएं हाथ द्वारा व्यायाम प्रथम को दोहराओ।

तृतीय: यह हाथ व्यायाम दोनों हाथों से करो। दोनों हाथों को एक साथ ऊपर ले जाओ तथा एक साथ नीचे लाओ।

सावधानियां : न ही इन्हें आपस में मिलने देना है, न ही इन्हें सिर तथा जंघा से छूने देना है।

हाथ योग के लाभ:

  • हाथों में 10,000 मन वायु जितनी शक्ति आ जाती है।
  • भुजा-बल्लियाँ सुंदर, सुडौल, पुष्ट बन जाती है।

पूर्ण भुजा के लिए व्यायाम हाथ योग विधि:

  • अपने पैर आपस में मिलाकर पैरों से सिर तक का भाग सीधा रख हाथों की मुट्ठी बाँध कर खड़े रहो और अपने हाथों की मुट्ठी बाँध कर नाक के दोनों छिद्रों से बाहर की वायु अंदर खींचो और सांस को रोककर अपनी दाहिनी भुजा को आगे से पीछे की ओर आवृत्ताकार जितनी बार घुमा सके, घुमाएं तथा वक्ष स्थल के सामने पृथ्वी के समानान्तर अपने हाथ को झटके से सामने की ओर फेंकते हुए फुंकार के साथ हवा को नाक से निकाल दो।
  • अपने दाएं हाथ की मुट्ठी बांधो। व्यायाम (1) जैसे उल्टा घुमाओ।
  • अपने बाएं हाथ की मुट्ठी को बांधकर आगे की ओर से आवृत्ताकार घुमाओ तथा वक्ष स्थल के सामने पृथ्वी के समानांतर लाकर अंदर की वायु को फुंकारते हुए बाहर फेंको।
  • अपने बाएं हाथ की मुट्ठी बाँधकर व्यायाम (3) जैसा उल्टा घुमाओ।
  • अपने दोनों हाथों की मुट्ठी बाँधकर आगे की ओर से आवृत्ताकार घुमाते हुए एक साथ ही वक्ष:स्थल के सामने पृथ्वी के समानांतर लाओ और अंदर की वायु को फुंकारते हुए बाहर फेंको।
  • इस हाथ व्यायाम में यथा पूर्व दोनों हाथों को विपरीत चक्राकार घुमाओ।

हाथ योग के लाभ:

  • इस हाथ व्यायाम के अभ्यास द्वारा हाथ अधिक सुंदर, मुलायम तथा सुडौल बनते है।
  • आंतरिक नाड़ियाँ पुष्ट होती है।
  • हाथ योग करने से भुजाओं में स्वाभाविक शक्ति आती है।

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