Hanuman Aarti | हनुमान आरती
Hanuman Aarti (हनुमान आरती): Hanuman is worshiped as the most powerful and wise God. All the sorrows in the life of the seeker start going away by reciting Hanuman Aarti. Also, the seeker starts getting freedom from all kinds of fears. Worshiping of Hanuman Idol is also consider very auspicious. If Hanuman Idol is worshiped along with reciting Hanuman Aarti, then all the problems, obstacles of the seeker are removed.
Apart from this, the seeker is protected by Tantra-Mantra-Yantra. The seeker gets relief from incurable diseases by wearing Hanuman Locket. Ghosts and evil powers do not come near the seeker and provides mental stability. Hanuman Yantra is also consider extremely beneficial. If Hanuman Aarti is recite by keeping Hanuman Yantra in front, it helps the seeker in achieving his goal and provides mental stability.
हनुमान आरती
आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।।
जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके।।
अनजानी पुत्र महाबलदायी। संतान के प्रभु सदा सहाई।
दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारी सिया सुध लाए।
लंका सो कोट समुद्र सी खाई। जात पवनसुत बार न लाई।
लंका जारी असुर संहारे। सियारामजी के काज संवारे।
लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे। आणि संजीवन प्राण उबारे।
पैठी पताल तोरि जम कारे। अहिरावण की भुजा उखाड़े।
बाएं भुजा असुरदल मारे। दाहिने भुजा संतजन तारे।
सुर-नर-मुनि जन आरती उतारे। जै जै जै हनुमान उचारे।
कंचन थार कपूर लौ छाई। आरती करत अंजना माई।
लंकविध्वंस कीन्ह रघुराई। तुलसीदास प्रभु कीरति गाई।
जो हनुमान जी की आरती गावै। बसी बैकुंठ परमपद पावै।
आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।
हनुमान आरती के लाभ:
हनुमान को सबसे बलशाली और बुद्धिमान देवता के रूप में पूजा जाता हैं। हनुमान की आरती का पाठ करने से साधक के जीवन में व्याप्त सभी दुःख दूर होने लगते हैं साथ ही, साधक को सभी प्रकार के भय से मुक्ति मिलने लग जाती हैं। हनुमान मूर्ति की पूजा करना भी बहुत शुभ माना जाता हैं। हनुमान आरती का पाठ करने के साथ यदि हनुमान मूर्ति की पूजा की जाए, तो साधक की सभी समस्याएँ और बाधाएँ दूर हों जाती हैं।
इसके अलावा, साधक की तंत्र-मंत्र-यंत्र से रक्षा होती हैं। हनुमान लॉकेट धारण करने से साधक को असाध्य रोगों से मुक्ति प्राप्त होती हैं तथा भूत-प्रेत और बुरी शक्तियाँ साधक के आस-पास नही आती हैं। हनुमान यंत्र भी अत्यंत लाभकारी माना जाता हैं। हनुमान यंत्र को सामने रख कर यदि इस आरती का पाठ किया जाए, तो यह साधक को उसका लक्ष्य प्रदान करने में मदद करता हैं तथा मानसिक स्थिरता प्रदान करता हैं।