Kaalsarp Yoga Yantra Benefits, काल सर्प यंत्र

Kaalsarp Yoga Yantra Benefits | काल सर्प यंत्र योग के लाभ

Kaalsarp Yoga Yantra Benefits (काल सर्प यंत्र) : Kaalsarp Dosh or yoga is a serious condition in one’s horoscope. As per Hindu astrology, when all the seven planets are hemmed between the shadow planets Rahu and Ketu, Kaal Sarp Yog is formed. Rahu is the serpent’s head while Ketu is the serpent’s tail. The presence of Kaalsarp Yoga (Kaalsarp Yoga Yantra Benefits) in one’s horoscope is very harmful. It harms every aspect of the individual’s life. In fact, such is its effect that it makes the person unlucky and even with good planetary positions in the horoscope, due to Kaalsarp Yoga’s effects, no impact is a good impact. It creates unnecessary problems and delays. For the remedies from Kaalsarp yoga (Kaalsarp Yoga Yantra Benefits) following things are to be observed.

Kaalsarp Yoga Yantra Locket: It is used to reduce the effects of Kaalsarp (Kaalsarp Yoga Yantra Benefits). After wearing it a person is also protected from Rahu and Ketu effects.

Kaalsarp Yoga Yantra Ring: It is to be hold as per the yoga. It is beneficial to them. Kaalsarp Yoga Yantra will bring peace.

Kaalsarp Yoga Yantra Benefits, काल सर्प यंत्र

कालसर्प योग के लाभ | Kaalsarp Yoga Yantra Benefits

कालसर्प योग के लाभ: कालसर्प योग अधिक पीड़ादायक योग है जो व्यक्ति के जीवन को घोर दुखदायी एवं पीड़ादायक बना देता है। ऐसा व्यक्ति सदैव किसी न किसी अभाव से ग्रस्त रहता है। चाहे उस व्यक्ति को कितनी भी समझ क्यों न हो। यह योग व्यक्ति के जीवन में अशांति एवं हलचल बनाये रखता है, या यह कहे इस योग का दूसरा नाम मृत्यु है। जैसे सांप का काटा पानी नही मांगता बिना उचित उपचार से उसकी मृत्यु निश्चित है। इसी तरह इस योग से ग्रसित व्यक्ति सदैव मृत्यु जैसे भयानक पीड़ा से ग्रस्त रहता है। जब सभी गृह राहु – केतु के मध्य आ जाते है, तभी कालसर्प योग बनता है। इस योग से पीड़ित व्यक्ति आजीवन संघर्ष करता रहता है। अगर किसी की कुंडली में काल सर्प योग है, तो उस व्यक्ति के उपचार स्वरूप निम्न चीजों का प्रयोग करना चाहिए।

काल सर्प लॉकेट: कालसर्प योग  के प्रभाव को कम करने के लिए व्यक्ति को गले में काल सर्प लॉकेट पहनना चाहिए। इसे पहनने के बाद व्यक्ति राहु – केतु के दुष्प्रभाव से बच जाता है, तथा काल सर्प का प्रभाव भी कम हो जाता है। इस लॉकेट से कम समय में अत्यंत आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त होते है।

काल सर्प अंगूठी: यह अंगूठी भी व्यक्ति को कालसर्प योग के अनुसार ही धारण करनी चाहिए। कालसर्प योग  से पीड़ित व्यक्ति अगर इस अंगूठी को धारण करे तो उसे लाभ हो सकता है तथा अपने अशांत जीवन को शांत में बदल सकता है।