Konasana Benefits/कोणासन के लाभ
Method of Konasana (Konasana Benefits/कोणासन):
Stand by spreading your legs. Keep your left hand on your on the foot of your left leg. Lift the right hand upwards. The waist should not move to and fro. Repeat this alternately.
Note of Konasana:
There are many types of Konasana. Here only one type is described.
Women conceived can also do this Konasana up to her 6 to 7 months of pregnancy slowly.
It is more beneficial if it is done slowly.
The crippled people also can do it slowly.
Konasana Benefits:
This Konasana lightens the body.
It removes the dwarf problem.
This Konasana eases the movement to walk straight.
This Asana makes the muscles strong.
This Konasana removes the waist pain.
It removes the cough.
This Asana removes boils, acne, pain in ribs, lung problems etc.
कोणासन के लाभ/Konasana Benefits
कोणासन विधि:
अपने दोनों पैर फैलाकर सीधे खड़े होकर बाएं हाथ को नीचे बाएं पैर के पंजे पर रखकर दाएं हाथ को ऊपर ले जाओ इसमें कमर का भाग आगे पीछे नहीं होना चाहिए। इसी प्रकार दूसरे हाथ से भी करो।
नोट:
कोणासन (Konasana Benefits) कई प्रकार के होते है। यहाँ केवल एक प्रकार के कोणासन का वर्णन किया गया है।
यह आसन गर्भ धारण करने के पश्चात 6 या 7 मास तक स्त्रियाँ धीरे धीरे कर सकती है।
इस आसन को धीरे धीरे करने के विशेष लाभ है।
आधे अंग के रोगी इस आसन को धीरे धीरे करें।
कोणासन (Konasana Benefits) के लाभ:
यह कोणासन (Konasana Benefits) शरीर को हल्का करता है।
यह आसन ठिगनेपन को दूर करता है।
कोणासन शरीर में टेढ़ापन और सीधा चलने में असुविधा को दूर करता है।
इस आसन के अभ्यास द्वारा शरीर की मांसपेशियां पुष्ट होती है।
यह कोणासन (Konasana Benefits) कमर के दर्द को दूर करता है।
यह आसन कफ को दूर करता है।
इस कोणासन (Konasana Benefits) द्वारा पसलियों का दर्द, फेफड़ों की कमजोरी, फोड़ा फुंसी आदि दूर होते है।