Krishna Aarti | कृष्णा आरती
Krishna Aarti (कृष्णा आरती): Recitation of Krishna Aarti is considered extremely beneficial. Recitation of Krishna Aarti the seekers become free from the cycle of birth and death. Along with this, All the difficulties coming in his life start going away. If Radha-Krishna Kavach is worn with reciting Krishna Aarti, then love, attraction and beauty starts increasing between husband and wife. And problems like divorce, home troubles start getting resolved and also there is benefit in having a child. Krishna Gutika also has special significance.
Wearing Krishna Gutika, the life of the seeker starts filling with happiness and peace. Besides, if you recite Aarti keeping the Krishna Idol in front, then all the difficulties of your life start going away. A seeker wearing Krishna Rosary experiences courage and confidence within himself. And start feeling yourself full of positive energy. Moreover, recitation of Krishna Aarti regularly Krishna becomes pleased due to which the married life of the seeker becomes happy and prosperous.
कृष्णा आरती | Krishna Aarti
ॐ जय श्री कृष्ण हरे, प्रभु जय श्री कृष्ण हरे भक्तन के दुख टारे पल में दूर करे।
जय जय श्री कृष्ण हरे….
परमानन्द मुरारी मोहन गिरधारी, जय रस रास बिहारी जय जय गिरधारी।
जय जय श्री कृष्ण हरे….
कर कंचन कटि कंचन श्रुति कुंड़ल माला मोर मुकुट पीताम्बर सोहे बनमाला।
जय जय श्री कृष्ण हरे….
दीन सुदामा तारे, दरिद्र दुख टारे जग के फ़ंद छुड़ाए भव सागर तारे।
जय जय श्री कृष्ण हरे….
हिरण्यकश्यप संहारे नरहरि रुप धरे, पाहन से प्रभु प्रगटे जन के बीच पड़े।
जय जय श्री कृष्ण हरे….
केशी कंस विदारे नर कूबेर तारे,दामोदर छवि सुन्दर भगतन रखवारे।
जय जय श्री कृष्ण हरे….
काली नाग नथैया नटवर छवि सोहे, फ़न फ़न चढ़त ही नागन नागन मन मोहे।
जय जय श्री कृष्ण हरे….
राज्य विभिषण थापे सीता शोक हरे, द्रुपद सुता पत राखी करुणा लाज भरे।
जय जय श्री कृष्ण हरे….
कृष्णा आरती के लाभ:
कृष्ण आरती का पाठ अत्यंत लाभकारी माना जाता हैं। कृष्ण आरती का पाठ करने से साधक जन्म और पुनर्जन्म के चक्र से मुक्त होने लगता हैं तथा उसके जीवन में आने वाली सभी कठिनाइयाँ दूर होने लग जाती हैं। कृष्ण आरती का पाठ करने के साथ यदि राधा-कृष्ण कवच धारण किया जाए, तो पति- पत्नी में प्रेम, आकर्षण और सौंदर्य बड़ने लग जाता हैं तथा तलाक, ग्रह क्लेश जैसी समस्याएँ दूर होने लगती हैं साथ ही, संतान प्राप्ति में भी लाभ होने लगता हैं। कृष्ण गुटिका का भी विशेष महत्व हैं।
कृष्ण गुटिका धारण करने से साधक का जीवन ख़ुशी और शांति से भरने लग जाता हैं। यदि आप कृष्ण मूर्त्ति को सामने रख कर आरती का पाठ करते है तो आपके जीवन की सभी कठिनाइयाँ दूर होने लग जाती हैं। इसके साथ कृष्ण माला धारण करने से साधक के अंदर साहस तथा आत्मविश्वास आने लगता हैं तथा साधक स्वयं को सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ महसूस करने लगता हैं। कृष्णा आरती का नियमित पाठ करने से भगवान कृष्ण को प्रसन्न होने लगते हैं जिससे साधक का वैवाहिक जीवन सुखी और खुशहाल बन जाता हैं।