Laughing Buddha, लाफिंग बुद्धा

Laughing Buddha | लाफिंग बुद्धा

Laughing Buddha (लाफिंग बुद्धा): In present era weal became apparent, it is only found in words. To adjust between adversity and smoothness people want peace. Peace is the basic thing of prosperity. The statue of Laughing Buddha is the epitome of weal.

Laughing Buddha can be placed in the house in the drawing room, lobby before the main gate. The face of the statue should be towards the main door and at a certain height. If not possible keep it on a cupboard facing the main gate.

Laughing Buddha is the symbol of positive energy. The laughing posture mobilise the positive energy. This statue should not be kept in the bed room, toilet, and kitchen and wash room. It is said that it should not be purchased but it is a rumour.

Laughing Buddha, लाफिंग बुद्धा

लाफिंग बुद्धा | Laughing Buddha

लाफिंग बुद्धा (Laughing Buddha): आज के युग में सुख एक काल्पनिक अवस्था लगती है। समता-विषमता के बीच में सामंजस्य स्थापित करने के लिए बहुत लोग शांति चाहते है। शांति, समृद्धता आज के मानव की प्रथम प्राथमिकता है। बुद्धा की मूर्ति आज के युग में सुख की पर्याय मानी जाती है।

इस मूर्ति को घर में मुख्य द्वार के सामने लॉबी या बैठक कक्ष में रखा जा सकता है। मूर्ति का मुंह हमेशा मुख्य द्वार के सामने और कुछ ऊँचाई पर होना चाहिए। अगर स्थापित करना संभव न हो तो किसी टेबल या शोकेस आदि के ऊपर इसे इस प्रकार स्थापित करे, कि यह प्रवेश करते ही दिखाई दे।

यह सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होता है। उसका हँसता हुआ चेहरा ऊर्जा को अधिक क्रियाशील एवं गतिशील बनाता है। इस मूर्ति को शयन कक्ष, रसोईघर, बाथरूम, शौचघर में नहीं रखा जाता। हंसते हुए बुद्धा (Laughing Buddha) के विषय में मान्यता है कि इसे खरीदना नहीं चाहिये, उपहार में ही मिले तो अच्छा है, किन्तु यह धारणा भ्रामक है।