Lotus Benefits | कमल के लाभ
Different Names of Lotus Benefits/कमल:
- Sanskrit— Kamal, Padma (Surya Vikashi), Arvind
- Bengali— Padma, Kamal
- Hindi— Kanwal, Kamal, Purin
- Marathi— Kamal
- Gujarati— Kamal
- Punjabi— Kanwal
- Tamil— Tamrey
- Kannad— Mposh
- Latin— Nelumbo Nucifera
Brief Description Of Lotus:
It is an aquatic plant of stagnant water. The leaves of this plant are round like a dish. The lower side of the leaves are soft and of light green colour. The upper part is deep green in colour very smooth and waxy. Water does not stay on these leaves. During the spring season and rainy season these flowers bloom with sunrise and by sunset it closes its petals. The flowers are pinkish white. It mostly grows on mud. The ponds which remain watered during summer are the best for the Lotus blooming.
Religious Importance of Lotus:
People mostly know about the religious importance of Lotus/Lotus Benefits. Though it grows in mud but it remains free of mud and spreads its aroma all over, this shows its significance. For this quality this flower is loved by Lord Vishnu. During the worship of Lord Vishnu and Laxmi offering lotus is said to be auspicious. The lotus has a tremendous religious significance.
If any religious performance is being done for the money and wealth, the rosary of lotus seeds should be used. This will bring success for which the worship is being done. Immediate effect can be seen on doing so. Problems concerned with money will be over.
On the first Friday of full moon fortnight or on the day of Dhanteras, collect 11 seeds of lotus core and by chanting Laxmi spell for 11 rosaries. Put this seeds into your chest or in the place wherein you usually keep the money. Your money problems will be over.
The Astrological Importance of Lotus:
If anyone having malefic effects of planets due to the positions of planets in the horoscope or under the grip of any mean position, that creates the lack of money in life. Sometimes he becomes debtor. Under this condition one should offer daily one lotus flower to goddess Laxmi or worship goddess Laxmi sitting on Lotus daily by chanting the spell “Om shreen shreen Namah” 108 times.
The total plant of lotus is divine. On the North West angle of the house make a small pond and if lotus is grown there then all the Vaastu Dosha will be eradicated. And that place becomes the abode of goddess Laxmi. If the petals of the lotus are kept under the pillow, there will be no nightmare. It is a divine use.
If any one takes the seeds of lotus/Lotus Benefits and along with those some seeds of coriander and turmeric and a crystal of salt are tied in a red cloth and keep it in house, the peace and harmony prevails in the house.
This practice if done on the day of Deepawali, more miracles happens. On the Deepawali day take 11 seeds, 5 turmeric, one handful seed of coriander and crystal of salts are t be tied in a yellow cloth and worship the same during the Deepawali Puja, and keep it in the chest where usually money is kept, the house will be full of wealth, peace and harmony. Goddess Laxmi remains there.
Importance of Lotus in Vaastu:
According to Vaastu Science, lotus plants in the house boundary are most auspicious. Make a pond in the North West side of the house and grow lotus there, it will be a matter of great welfare for the family. Lotus (Lotus Benefits) also enhances the beauty of the place.
Medicinal Importance of Lotus:
- The lotus (Lotus Benefits) is also very much useful in medicines. Uses of the medicines are used as per the almanac. The flowers and leaves are mostly used in this.
- If this Lotus flower is taken with the sugar candy, it will empower the heart.
- During the pregnancy, if the petals of the lotus is boiled with sugar candy in milk and given to would be mother, the ovary becomes strong.
- The manes of this Lotus flower (Lotus Benefits) if given to the pregnant women with sugar candy and milk cake, the lady produces a beautiful baby.
- If the petals are boiled with gooseberry oil and applied on the head, it gives freshness and calms the stress.
- If the lotus flower is boiled with milk and given to a person suffering from eye ailments, he gets recovered.
- The manes if mixed with butter and given to pregnant woman it will be beneficial to her.
कमल के लाभ | Lotus Benefits
कमल के विभिन्न नाम:
- संस्कृत— कमल, पद्म (सूर्य विकास), अरविंद
- बंगाली— पद्म, कमल
- हिंदी— कंवल, कमल, पुरीन
- मराठी— कमल
- गुजराती— कमल
- पंजाबी— कंवल
- तमिल— तमरे
- कन्नड़— एमपोश
- लैटिन— नेलुम्बो न्यूसिफेरा
कमल का संक्षिप्त विवरण:
यह स्थिर पानी का एक जलीय पौधा है। इस पौधे की पत्तियाँ एक थाली की तरह गोल होती हैं। पत्तियों का निचला भाग मुलायम और हल्के हरे रंग का होता है। ऊपरी भाग गहरे हरे रंग का बहुत चिकना और मोम जैसा होता है। इन पत्तियों पर पानी नहीं ठहरता। वसंत ऋतु और बरसात के मौसम में ये फूल सूर्योदय के साथ खिलते हैं और सूर्यास्त तक अपनी पंखुड़ियाँ बंद कर लेते हैं। फूल गुलाबी सफेद होते हैं। यह ज़्यादातर मिट्टी पर उगता है। गर्मियों में पानी से भरे रहने वाले तालाब कमल के खिलने के लिए सबसे अच्छे होते हैं।
कमल का धार्मिक महत्व:
कमल के धार्मिक महत्व के बारे में तो लोग ज़्यादातर जानते हैं। यह मिट्टी में उगता है, लेकिन मिट्टी से मुक्त रहता है और इसकी सुगंध हर जगह फैलती है, यही इसका महत्व दर्शाता है। इसी गुण के कारण यह फूल भगवान विष्णु को प्रिय है। भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा में कमल चढ़ाना शुभ माना जाता है। कमल का धार्मिक महत्व बहुत ज़्यादा है।
अगर धन-संपत्ति के लिए कोई धार्मिक कार्य किया जा रहा है, तो कमल के बीजों की माला का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे वह सफलता मिलेगी जिसके लिए पूजा की जा रही है। ऐसा करने पर तुरंत असर दिखाई देता है। पैसों से जुड़ी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
पूर्णिमा के पहले शुक्रवार या धनतेरस के दिन कमल के 11 बीज इकट्ठा करें और लक्ष्मी मंत्र का 11 माला जाप करके इन बीजों को अपनी तिजोरी में या उस जगह रखें, जहां आप आमतौर पर पैसे रखते हैं। आपकी पैसों से जुड़ी परेशानियां दूर हो जाएंगी।
कमल का ज्योतिषीय महत्व:
यदि किसी की कुंडली में ग्रहों की स्थिति के कारण ग्रहों का अशुभ प्रभाव हो या वह किसी नीच स्थिति के प्रभाव में हो, तो जीवन में धन की कमी होती है। कई बार वह कर्जदार भी हो जाता है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति को प्रतिदिन एक कमल का फूल देवी लक्ष्मी को अर्पित करना चाहिए या कमल पर बैठी देवी लक्ष्मी की प्रतिदिन 108 बार “ॐ श्रीं श्रीं नमः” मंत्र का जाप करके पूजा करनी चाहिए।
कमल का कुल पौधा दिव्य होता है। घर के उत्तर-पश्चिम कोण पर एक छोटा सा तालाब बनाएं और यदि वहां कमल का पौधा लगाया जाए तो सभी वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं। और वह स्थान देवी लक्ष्मी का निवास बन जाता है। यदि कमल की पंखुड़ियों को तकिए के नीचे रखा जाए तो बुरे सपने नहीं आते। यह एक दिव्य प्रयोग है।
यदि कोई व्यक्ति कमल के बीज लेकर उसके साथ धनिया और हल्दी के कुछ बीज और नमक का एक क्रिस्टल लाल कपड़े में बांधकर घर में रखता है, तो घर में शांति और सद्भाव बना रहता है।
यह प्रयोग यदि दीपावली के दिन किया जाए तो और भी चमत्कार होते हैं। दीपावली के दिन 11 बीज, 5 हल्दी, एक मुट्ठी धनिया और नमक के दाने लेकर पीले कपड़े में बांधकर दीपावली पूजन के समय इसकी पूजा करें और इसे संदूक में रखें जहां आमतौर पर धन रखा जाता है, घर में धन, शांति और सद्भाव बना रहेगा। लक्ष्मी का वास होगा।
वास्तु में कमल का महत्व:
वास्तु विज्ञान के अनुसार घर की सीमा में कमल के पौधे सबसे शुभ होते हैं। घर के उत्तर पश्चिम दिशा में तालाब बनाकर उसमें कमल के पौधे लगाएं, इससे परिवार का बहुत भला होगा। कमल घर की खूबसूरती भी बढ़ाता है।
कमल का औषधीय महत्व:
- औषधियों में भी कमल का बहुत उपयोग होता है। औषधियों का उपयोग पंचांग के अनुसार किया जाता है। इसमें फूल और पत्तियों का सबसे अधिक उपयोग होता है।
- इस कमल के फूल को अगर मिश्री के साथ लिया जाए तो यह हृदय को शक्ति प्रदान करता है।
- गर्भावस्था के दौरान अगर कमल की पंखुड़ियों को मिश्री के साथ दूध में उबालकर गर्भवती महिला को दिया जाए तो अंडाशय मजबूत होता है।
- इस कमल के फूल की जटाएं अगर गर्भवती महिला को मिश्री और मिल्क केक के साथ दी जाएं तो महिला सुंदर बच्चा पैदा करती है।
- अगर इसकी पंखुड़ियों को आंवले के तेल में उबालकर सिर पर लगाया जाए तो ताजगी मिलती है और तनाव कम होता है।
- अगर कमल के फूल (Lotus Benefits) को दूध में उबालकर आंखों के रोग से पीड़ित व्यक्ति को दिया जाए तो वह ठीक हो जाता है।
- जटाओं को मक्खन में मिलाकर गर्भवती महिला को दिया जाए तो यह उसके लिए फायदेमंद होता है।