Lotus Flower Benefits, कमल फूल के लाभ

Lotus Flower Benefits | कमल के फूल के लाभ

Lotus Flower Benefits (कमल फूल के लाभ): In Hindu scripture, lotus has a revered place, in the scriptures, the lotus flower is also known as Brahmakamal, which means ‘Brahma’s lotus’, Mahalaxmi, Brahma, Saraswati, etc. Goddesses have adopted lotus flower and made a pedestal.

The main use of lotus flower is used in the worship of Mahalakshmi, Tantra Sadhana and Mahalakshmi Yajna, this flower is very popular to Mahalakshmi. It fulfils the desire of a person when this flower is offered to goddess on Navaratri, Kalratri or Deepawali.

According to the scripture, the lotus flower is considered to be the symbol of the arrival of time of welfare. According to Indian astrology, the lotus flower is the favourite flower of the Gods and Goddesses, the use of this flower fulfils the wish.

Where the lotus flower (Lotus Flower Benefits) has an important place in the Puja etc., the same lotus is also used as medicinal ingredient  by which the vomiting, miscarriage, bloody piles, heart related diseases and skin related diseases are removed.

Significance of Lotus flower:

  • According to Tantra Shastra, by offering lotus flowers at the feet of Mother Lakshmi continuously for 27 days, all the pleasures of life are attained.
  • If the couple is deprived of child happiness, if that couple offers 2 lotus flowers (Lotus Flower Benefits) daily at the feet of Shri Krishna, then soon this wish also gets fulfilled.
  • According to Feng Shui Vastu, the lotus flower has been considered a symbol of purity, moral strength. It should be placed in front of the entrance of the house.
  • According to Feng Shui, keeping the lotus flower in the house makes the environment positive and pure.
  • By keeping lotus flower in the house, the ghost barrier is removed.
  • Yajna with lotus flowers achieves Mahalakshmi.
  • Where the lotus flower is kept, poverty cannot come in any way.

Lotus Flower Benefits, कमल फूल के लाभ

कमल के फूल के लाभ | Lotus Flower Benefits

हिन्दू शास्त्र में कमल को पूजनीय स्थान प्राप्त है, शास्त्रों में कमल के फूल को ब्रह्मकमल के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ होता है ब्रह्मा का कमल, महालक्ष्मी, ब्रह्मा, सरस्वती आदि देवी-देवताओं ने कमल के फूल को अपना आसन बनाया है।

कमल के फुल (Lotus Flower Benefits) का मुख्य प्रयोग महालक्ष्मी की पूजा पाठ, तंत्र साधना और महालक्ष्मी यज्ञों में किया जाता है, यह पुष्प महालक्ष्मी को अतिप्रिय है, इस पुष्प को नवरात्री, कालरात्रि, दीपावली की रात्रि को महालक्ष्मी को अर्पित करने से महालक्ष्मी शीघ्र ही प्रसन्न होकर मनोकामना पूर्ण करती है।

शास्त्रानुसार कमल के फूल को मंगल समय के आगमन का प्रतीक माना जाता है। भारतीय ज्योतिष अनुसार कमल का फूल देवी-देवताओ का अतिप्रिय पुष्प है, इस फूल के प्रयोग से मनोकामनाकी पूर्ति होती है।

जहाँ कमल के फूल का पूजा-पाठ में महत्वपूर्ण स्थान है, वही कमल का प्रयोग कर औषधीय भी बनाई जाती है जिसके प्रयोग से उल्टी, गर्भपात, खुनी बवासीर, ह्रदय सम्बंधित रोग तथा त्वचा सम्बंधित रोग दूर हो जाते है।

कमल के फूल का महत्व:

  • तंत्र शास्त्र अनुसार 27 दिन तक लगातार माँ लक्ष्मी के चरणों में कमल का फूल अर्पित करने से जीवन के समस्त सुखो की प्राप्ति होती है।
  • जो दंपत्ति संतान सुख से वंचित है, यदि वह दंपत्ति प्रतिदिन 2 कमल के फूल श्री कृष्ण के चरणों में अर्पित करे तो जल्दी ही उनकी यह इच्छा भी पूरी हो जाती है।
  • फेंगशुई वास्तु के अनुसार कमल के फूल शुद्धता, नैतिक ताकत प्रतीक माना गया है। इसे घर के प्रवेश द्वार के सामने लगाना चाहिए।
  • फेंगशुई के अनुसार कमल के फूल (Lotus Flower Benefits) को घर में रखने से वातावरण सकारात्मक तथा शुद्ध होता है।
  • कमल के फूल को घर में लगाने से भूत बाधा दूर रहती है।
  • कमल के फूलों से यज्ञ करने से महालक्ष्मी की सिद्धि प्राप्त होती है।
  • कमल का पुष्प जहाँ होता है बह किसी भी प्रकार से निर्धनता नही आ सकती।