Mahagauri Devi Kavach | महागौरी देवी कवच
Mahagauri Devi Kavach (महागौरी देवी कवच): Recitation of Mahagauri Devi Kavach is considered extremely beneficial for keeping married life happy and prosperous. If regularly fights remain in the family between husband and wife over small matters, the atmosphere in the family has become noisy and mutual understanding is completely finished. Due to which other members of the house remain very upset, then in such a situation, they must recite Mahagauri Devi Kavach regularly. By reciting this kavach, all the fights between husband and wife gradually start ending and mutual differences get resolved.
All the problems in marital life start going away by wearing Gauri Shankar Rudraksh with reciting this kavach and blessings of Maa Gauri and Lord Shankar always remains on married couple. If a woman who is married for a long time and is not able to have the happiness of having a child, unable to conceive, even if she conceives, it gets destroyed due to some reason. In such a situation, the woman must wear Gauri Gutika along with reciting Mahagauri Devi Kavach. The women get happiness of having children and protection at the time of pregnancy by wearing this Gutika.
महागौरी देवी कवच | Mahagauri Devi Kavach
|| कवच ||
ओंकार: पातुशीर्षोमां, हीं बीजंमां हृदयो।
क्लीं बीजं सदा पातु नभो गृहोच पादयो॥
ललाट कर्णो,हूं, बीजंपात महागौरीमां नेत्र घ्राणों।
कपोल चिबुकोफट् पातुस्वाहा मां सर्ववदनो॥
Mahagauri Devi Kavach | महागौरी देवी कवच
|| Kavach ||
Omkar: Patushirshomaam, Him Bijammaam Hridayo।
kleen Bijam Sada Patu Nabho Grihoch Padayo॥
Lalat Karno,Hum, Bijampat Mahagaurimaam Netra Ghranom।
Kapol Chibucophat Patusvahaa Maam Sarvavadano॥
महागौरी देवी कवच के लाभ:
महागौरी देवी कवच का पाठ दांपत्य जीवन को सुखी और समृद्ध बनाये रखने के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता हैं। यदि परिवार में आये दिन पति-पत्नी के बीच छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा होता रहता हैं, परिवार का वातावरण अशांत सा हो गया है, आपस में समझदारी बिल्कुल खत्म होती जा रही है, जिसके कारण घर के अन्य सदस्य काफी परेशान रहते है, तो ऐसे में उन्हें महागौरी देवी कवच का नियमित रूप से अवश्य ही पाठ करना चाहिए। इस कवच के पाठ से पति-पत्नी के बीच के सारे झगड़े धीरे-धीरे खत्म होने लगते हैं और आपसी मतभेद दूर हो जाते हैं।
इस कवच का पाठ करने के साथ गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करने से वैवाहिक जीवन में आने वाली सभी परेशानियाँ दूर होने लगती हैं और विवाहित जोड़े पर भगवान शंकर और माँ गोरी का आशीर्वाद बना रहता हैं। अगर कोई महिला जिसके विवाह को काफी लम्बा समय हो गया हैं और वह संतान सुख प्राप्त नही कर पा रही हैं, गर्भधारण नहीं कर पा रही हैं, यदि गर्भधारण करती भी हैं, तो किसी कारण से वह नष्ट हो जाता हैं, ऐसे में, उस महिला को महागौरी कवच का पाठ करने के साथ गौरी गुटिका अवश्य ही धारण करनी चाहिए। इस गुटिका को धारण करने से महिला को संतान सुख की प्राप्ति होने लगती हैं और उसकी गर्भधारण के समय रक्षा होती हैं।