Mangal Graha Kavach, मंगल ग्रह कवच

Mangal Graha Kavach | मंगल ग्रह कवच

Mangal Graha Kavach (मंगल ग्रह कवच): Recitation of Mangal Graha Kavach is a rambaan remedy to remove Manglik defects from the horoscope of any person. If a person has Manglik Defect in his horoscope, due to which there are many obstacles in her marriage, there is a delay in getting married. Not able to get the groom of her choice, talk getting worse as they go along, even if a good relationship is found, it breaks even before marriage. So, in such a situation, that person must recite Mangal Graha Kavach chances of marriage start increase and get the desired groom by reciting this kavach.

If a family is struggling with poverty and debt for a long time, due to which the family members are facing extreme problems, All the sources of earning money are finished there is no possibility of getting money from anywhere. So in such a situation, if Mangal Yantra is placed in the house along with reciting Mangal Graha Kavach, then the debt gets removed, gets rid of poverty and all the financial problems gradually start going away. Every person should recite Mangal Graha Kavach in his continual worship, so that Manglik defects can be removed from the person’s horoscope, as well as financial problems of the family can also be removed.

मंगल ग्रह कवच | Mangal Graha Kavach

अथ 

अस्य श्री मंगलकवचस्तोत्रमंत्रस्य कश्यप ऋषिः ।

अनुष्टुप् छन्दः । अङ्गारको देवता ।

भौम पीडापरिहारार्थं जपे विनियोगः।

रक्तांबरो रक्तवपुः किरीटी चतुर्भुजो मेषगमो गदाभृत् ।

धरासुतः शक्तिधरश्च शूली सदा ममस्याद्वरदः प्रशांतः ॥

अंगारकः शिरो रक्षेन्मुखं वै धरणीसुतः ।

श्रवौ रक्तांबरः पातु नेत्रे मे रक्तलोचनः ॥

नासां शक्तिधरः पातु मुखं मे रक्तलोचनः ।

भुजौ मे रक्तमाली च हस्तौ शक्तिधरस्तथा ॥

वक्षः पातु वरांगश्च हृदयं पातु लोहितः।

कटिं मे ग्रहराजश्च मुखं चैव धरासुतः ॥

जानुजंघे कुजः पातु पादौ भक्तप्रियः सदा ।

सर्वण्यन्यानि चांगानि रक्षेन्मे मेषवाहनः ॥

या इदं कवचं दिव्यं सर्वशत्रु निवारणम् ।

भूतप्रेतपिशाचानां नाशनं सर्व सिद्धिदम् ॥

सर्वरोगहरं चैव सर्वसंपत्प्रदं शुभम् ।

भुक्तिमुक्तिप्रदं नृणां सर्वसौभाग्यवर्धनम् ॥

रोगबंधविमोक्षं च सत्यमेतन्न संशयः ॥

॥ इति श्रीमार्कण्डेयपुराणे मंगल ग्रह कवच संपूर्णं ॥

Mangal Graha Kavach | मंगल ग्रह कवच

Ath 

Asya Shri Mangalakavachastotramantrasya Kashyap Rishih ।

Anushtup Chhandah । Angarako Devta ।

Bhaum Pidapariharaartham Jape Viniyogah।

Raktambaro Raktavapuh Kiriti Chaturbhujo Meshagamo Gadabhrut ।

Dharasutah Shaktidharasch Shuli Sada Mamasyadvaradah Prashantah ॥

Angarakah Shiro Rakshenmukham Vai Dharanisutah ।

Shravau Raktamber Patu Netre Me Raktalochanah ॥

Nasam Shaktidharah Patu Mukham Me Raktalochanah ।

Bhujau Me Raktamali Ch Hastau Shaktidharastatha ॥

Vakshah Patu Varangasch Hridayam Patu Lohitah।

Katim Me Graharajasch Mukham Chaiv Dharasutah ॥

Janujanghe Kujah Patu Padau Bhaktapriyah Sada ।

Sarvanyanyani Changani Rakshenme Meshavahanah ॥

Ya Idam Kavacham Divyam Sarvashatru Nivaranam ।

Bhutpretapishaachanam Nashanam Sarva Siddhidam ॥

Sarvarogaharam Chaiv Sarvasampatpradam Shubham ।

Bhuktimuktipradam Nrunam Sarvasaubhagyavardhanam ॥

Rogabandhavimoksham Ch Satyametann Sanshayah ॥

॥ Iti Shrimarkandeyapurane Mangal Grah Kavach Sampurnam ॥

मंगल ग्रह कवच के लाभ:

मंगल ग्रह कवच का पाठ किसी भी व्यक्ति की जन्मकुंडली से मांगलिक दोष दूर करने के लिए एक रामबाण उपाय हैं। यदि किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में मांगलिक दोष हैं, जिसके कारण उसके विवाह में बहुत-सी रुकावटें आ रही हैं, विवाह होने में देरी हो रही है, मनपसंद वर की प्राप्ति नही हो पा रही है, बात बनते-बनते बिगड़ जाती हैं, अगर कोई अच्छा रिश्ता मिलता भी है, तो विवाह होने से पहले ही वह टूट जाता हैं, तो ऐसे में उस व्यक्ति को मंगल ग्रह कवच का पाठ अवश्य करना चाहिए। इस कवच का पाठ करने से विवाह के योग बनने लगते हैं तथा मनचाहे वर की प्राप्ति होती हैं

अगर कोई परिवार दरिद्रता से जूझ रहा हैं और काफी समय से कर्ज़ में हैं, जिसके कारण परिवार के सदस्य अत्यंत परेशानी का सामना कर रहे हैं, धन प्राप्ति के सभी साधन समाप्त हो गये हैं, कहीं से भी धन मिलने की सम्भावना नही हैं, तो ऐसे में, मंगल ग्रह कवच का पाठ करने के साथ मंगल यंत्र घर में स्थापित किया जाए, तो कर्ज़ दूर होता हैं, दरिद्रता से छुटकारा मिलता हैं तथा समस्त आर्थिक समस्याएँ धीरे-धीरे दूर होने लगती हैं। प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वे नित्य पूजा में मंगल ग्रह कवच का पाठ अवश्य करे, जिससे व्यक्ति की जन्मकुंडली से मांगलिक दोष साथ-साथ परिवार से आर्थिक तंगी भी दूर हो सकें।