Mayurasana Benefits | मयूरासन के लाभ
Method of Mayurasana Benefits (मयूरासन): Lie down on the floor facing ground. Join both the feet. Keep a distance of one cupid between two knees and put the anus on heels. Keep both the hands inside the knees so that there is a distance of four fingers. Meet both the elbows and take near the naval. Give all the body weight on the elbows and lift the knees and legs from the ground. Do this asana for few days. Spread both the legs backward and keep the head straight. This asana can be done by one hand after few days practice.
Mayurasana Benefits:
- This increases reddishness in the face and makes the face beautiful.
- This asana is good for lungs.
- This Mayurasana makes the hands and arms strong.
- It cures every type of stomach disorder.
- This Mayurasana cures myopia and hypermetropia.
- It regulates the blood circulation in the body.
- This Mayurasan cures diabetes and not allow the body to suffer from diabetes.
मयूरासन के लाभ | Mayurasana Benefits
मयूरासन विधि: जमीन पर पेट के बल लेटकर दोनों पैरों के पंजों को आपस में मिलाकर दोनों घुटनों के बीच एक हाथ का अंतर रखकर दोनों पैरों की एड़ियों को मिलाकर गुदा को एड़ी पर रखो फिर दोनों हाथों को घुटनों के अंदर रखो ताकि दोनों हाथों के बीच चार अंगुल की दूरी रहे, दोनों कोहनियों को आपस में मिलाकर नाभि पर ले जाओ और सम्पूर्ण शरीर का भार कोहनियों पर देकर घुटनों और पैरो को जमीन से उठाये रखो। यह अभ्यास कुछ दिन करो। दोनों पैरों को सीधा पीछे की ओर फैलाकर सिर का भाग सीधा रखो, दोनों कोहनियों का भाग नाभि पर ही लगा रहना चाहिए। धीरे धीरे अभ्यास बढ़ाकर यह आसन एक हाथ पर भी किया जा सकता है।
मयूरासन के लाभ:
- यह मयूरासन (Mayurasana Benefits) चेहरे को लाली प्रदान करता है, तथा उसे सुन्दर बनाता है।
- यह आसन फेफड़ों के लिए बहुत उपयोगी है।
- यह मयूरासन बाहों और हाथों को बलवान बनाता है।
- यह आसन पेट के सभी रोगों जैसे – अफारा, पेट दर्द, कोष्ठवद्धता(कब्ज), वायु विकार, आदि अपच को दूर करता है। पाचन क्रिया तीव्र होती है। जठराग्नि को इतना अधिक प्रदीप्त करता है कि विष भी अमृत बन सकता है।
- यह मयूरासन (Mayurasana Benefits) पास की या दूर की दृष्टि की कमजोरी को दूर करता है।
- यह आसन शरीर में रक्त संचार को नियमित करता है।
- इस मयूरासन का अभ्यास करने वाले को वैसे तो मधुमेह रोग नहीं होता। यदि यह हो भी जाए तो ठीक हो जाता है।