Mercury Donation Remedy, बुध ग्रह दान

Mercury Donation Remedy | बुध ग्रह दान

Mercury Donation Remedy (बुध ग्रह दान): If the effects of mercury planet has adverse effects it will cause weakness, impatience, deafness, stammering, asthma, anxiety, blood cancer, allergies, and voice related defects are generated. There is constant  loss in the business, the money is blocked and found to be wasted in the business, transaction becomes imbalanced, money shortage causes him debtor.

For the peace from the planet mercury (Mercury Donation Remedy), following materials are to be donated to a Brahmin on Wednesday in the morning time between 8 am to 12 pm. Donating these materials will improve your condition and monetary problems will be solved soon.

Material for Mercury Donation Remedy:

Kidney Bean (Moog) 1. kg
Camphor 50grm
Bronze plate 1
Green cloth 2.5 meters
Emerald 1 and quarter whit.
Gold 1 to 5 gm
Limestone 1. kg
Beetle Leaf (paan) 6 leaves
Spinach 3 kg to 6 kg
Green gram 1 kg to 6 kg
Lady finger 1 kg to 3 kg
Bitter gourd 1 kg to 2 kg
Raw banana 6 pods

Feed the elephants time to time with fruits, flower or leaf by your hand.

Mercury Donation Remedy, बुध ग्रह दान

बुध ग्रह का दान | Mercury Donation Remedy

बुध ग्रह के ख़राब होने से मानसिक कमजोरी, अधीरता, बहरापन, हकलापन, दमा, उत्तेजना, रक्तकैंसर, एलर्जी तथा वाणी सम्बन्धित दोष व रोग पैदा होता है, व्यक्ति को लगातार व्यापार में हानि होती है, उसका धन व्यापार में फ़स जाता है, लेन-देन बिगड़ता है, धन उसके हाथ में नहीं रुकता, और वह व्यक्ति कर्जदार हो जाता है,

बुध ग्रह की शांति हेतु निम्नलिखित वस्तुए बुधवार प्रात: 8 बजे से 12 के बीच किसी ब्राम्हण को दान करे, दान करने से बुध ग्रह का दोष शीघ्र समाप्त होगा और बुध ग्रह से सम्बन्धित रोगों में सुधार होगा।

बुध ग्रह की दान सामग्री

मूंग 1 किलो साबुत
कर्पूर 50 ग्राम
कांसे की थाली 1
हरा वस्त्र 2.5 मीटर
पन्ना 1 (सवा से रत्ती का)
सोना 1 से 5 ग्राम तक
चूना पत्थर 1 किलो
पान का पत्ता 6
पालक 3 किलो तथा 6 किलो तक
हरा उड़द 1 किलो से 6 किलो तक
भिन्डी 1 किलो से 3 किलो तक
करेला 1 किलो से 2 किलो तक
कच्चा केला 1 किलो अथवा 6 फली

हाथी को कभी भी अपने हाथ से फल, फूल, पत्ता इत्यादि खिलाये।