Narmada Aarti | नर्मदा आरती
Narmada Aarti (नर्मदा आरती): Maa Narmada is considered a form of goddess in Hindu religion. Reciting the Aarti of Maa Narmada destroys all the sins knowingly or unknowingly and seeker get happiness and joy. The seeker gets prosperity in his life and pending tasks like marriage etc., start getting completed by wearing Narmadeshwar Shivlinga Kavach.
Apart from this, by wearing this armor, physical weakness starts going away and people also start getting attracted towards you. Narmadeshwar Shivlinga is also considered extremely beneficial. The atmosphere of the house remains positive by keeping Narmadeshwar Shivling in the house. With this, love between husband and wife and Vaastu defects are removed.
नर्मदा आरती | Narmada Aarti
ॐ जय जगदानन्दी, मैया जय आनंद कन्दी ।
ब्रह्मा हरिहर शंकर, रेवा शिव हरि शंकर, रुद्रौ पालन्ती ॥
॥ ॐ जय जगदानन्दी…॥
देवी नारद सारद तुम वरदायक, अभिनव पदण्डी ।
सुर नर मुनि जन सेवत, सुर नर मुनि…
शारद पदवाचन्ती ।
॥ ॐ जय जगदानन्दी…॥
देवी धूमक वाहन राजत, वीणा वाद्यन्ती।
झुमकत-झुमकत-झुमकत,
झननन झमकत रमती राजन्ती ।
॥ ॐ जय जगदानन्दी…॥
देवी बाजत ताल मृदंगा, सुर मण्डल रमती ।
तोड़ीतान-तोड़ीतान-तोड़ीतान, तुरड़ड़ रमती सुरवन्ती ।
॥ ॐ जय जगदानन्दी…॥
देवी सकल भुवन पर आप विराजत, निशदिन आनन्दी ।
गावत गंगा शंकर, सेवत रेवा शंकर तुम भट मेटन्ती ।
॥ ॐ जय जगदानन्दी…॥
मैयाजी को कंचन थार विराजत, अगर कपूर बाती ।
अमर कंठ में विराजत, घाटन घाट बिराजत, कोटि रतन ज्योति ।
॥ ॐ जय जगदानन्दी…॥
मैयाजी की आरती, निशदिन पढ़ गावरि, हो रेवा जुग-जुग नरगावे,
भजत शिवानन्द स्वामी, जपत हरि नंद स्वामी मनवांछित पावे।
ॐ जय जगदानन्दी, मैया जय आनंद कन्दी ।
ब्रह्मा हरिहर शंकर, रेवा शिव हरि शंकर, रुद्रौ पालन्ती ॥
Narmada Aarti | नर्मदा आरती
Om Jai Jagadanandi, Maiya Jai Aanand Kandi ।
Brahma Harihar Shankar, Reva Shiv Hari Shankar, Rudrau Palanti ।
॥ Om Jai Jagadanandi…॥
Devi Narad Sarad Tum Varadayak, Abhinav Padandi ।
Sur Nar Muni Jan Sevat, Sur Nar Muni ।
Sharad Padawachanti ।
॥ Om Jai Jagadanandi…॥
Devi Dhoomak Vahan Rajat, Veena Vadyanti ।
Jhumakat-Jhumakat-Jhumakat,
Jhannan Jhamakat Ramati Rajanti ।
॥ Om Jai Jagadanandi…॥
Devi Bajat Taal Mrdanga, Sur Mandal Ramati ।
Toditan-Toditan-Toditan, Turadad Ramati Suravanti ।
॥ Om Jai Jagadanandi…॥
Devi Sakal Bhuwan Par Aap Virajat, Nishadin Aanandi ।
Gavat Ganga Shankar, Sevat Reva Shankar Tum Bhat Metanti ।
॥ Om Jai Jagadanandi…॥
MaiyaJi Ko Kanchan Thar Virajat, Agar Kapoor Batee ।
Amar Kanth Main Virajat, Ghatan Ghat Birajat, Koti Ratan Jyoti ।
॥ Om Jai Jagadanandi…॥
MaiyaJi Ki Aarti, Nishadin Padh Gavari,
Ho Reva Jug-Jug Naragave, Bhajat Shivanand Swami
Japat Hari Nand Swami Manvanchit Pave ।
Om Jai Jagadanandi, Maiya Jai Aanand Kandi ।
Brahma Harihar Shankar, Reva Shiv Hari Shankar, Rudrau Palanti ।
नर्मदा आरती के लाभ:
माँ नर्मदा को हिन्दू धर्म में देवी का रूप माना जाता हैं। माँ नर्मदा आरती का पाठ करने से जाने-अनजाने में किए गए सभी पापों का नाश होता हैं तथा सुख और आनंद की प्राप्ति होने लगती हैं। नर्मदेश्वर शिवलिंग कवच धारण करने से साधक को अपने जीवन में समृद्धि मिलती हैं तथा रुके हुए कार्य पूर्ण होने लगते हैं जैसे विवाह आदि।
इसके अलावा, इस कवच को धारण करने से शारीरिक कमजोरी दूर होने लगती हैं तथा लोग भी आपकी ओर आकर्षित होने लगते हैं। नर्मदेश्वर शिवलिंग भी अत्यंत लाभकारी माना जाता हैं। नर्मदेश्वर शिवलिंग घर में रखने से घर का वातावरण सकारत्मक बना रहता हैं, पति पत्नी में प्रेम बना रहता हैं तथा वास्तु दोष की समाप्ति हो जाती हैं।