Narmdeshwar Shivling Benefits, नर्मदेश्वर शिवलिंग के लाभ

Narmdeshwar Shivling Benefits | नर्मदेश्वर शिवलिंग के लाभ

Narmadeshwar Shivling (नर्मदेश्वर शिवलिंग के लाभ) is a very important “Shivalinga”, this Narmadeshwar Shivling is self-revered in itself, this Shivling is also known as “Vanalinga” Shivling, it is said that Banasura, by his penance, pleased Shiva, had asked for this blessing, that you will remain seated on the

It is said in the Shiva Purana, that the result of worshiping thousands of lingas, a hundred times lesser than that obtained from the worship of Narmadeshwar (Banalinga) Shivalinga, according to Indian astrology, for family welfare, to alleviate suffering and heal the sick. Worshiping the Narmadeshwar Shivling (Narmdeshwar Shivling Benefits) is considered to be extremely beneficial.

The Shape of Narmadeshwar Shivling:

Narmadeshwar Shivling (Narmdeshwar Shivling Benefits) is found only in the Narmada River, it is oval in shape due to the flow of the Shivling river and hitting the rocks.

Benefits of the Worshiping Narmadeshwar Shivling:

  • By installing Narmadeshwar Shivling (Narmdeshwar Shivling Benefits) in the north direction of the house, there is always positive energy in the house.
  • Pashupati Sadhana is done with Narmadeshwar Shivling, this Sadhana changes the whole life, by doing this Sadhana a person can write his own destiny.
  • To get the full benefit of worshiping the Narmadeshwar Shivling (Narmdeshwar Shivling Benefits), offer ashes to the Shivling and worship it, by doing this Shankar ji is soon pleased.
  • Shiva Linga has different sizes, but before installing the Narmadeshwar lingam, you should keep in mind that the Shivaling you are going to install should not be larger than the size of your thumb.
  • Worshiping Narmadeshwar Shivling (Narmdeshwar Shivling Benefits) on Monday or in Shravan removes poverty from home, and leads to wealth, opulence.
  • Whoever chants the Mahamrityunjay Mantra, anoints the Narmadeshwar Shivling (Narmdeshwar Shivling Benefits), the sufferings of his life disappear

Muhurt of Puja of Narmadeshwar Shivling:

Although there is no special day of worshiping God, one should worship him daily, but on the occasion of Shravan month, Mondays, Pradosha, monthly Shivaratri, Pushya Nakshatra, worshiping Narmadeshwar Shivling (Narmdeshwar Shivling Benefits) and anointing it with raw milk, then you will get good fortune.

Validation of Narmadeshwar Shivling:

It is believed that any Shiva Linga that comes in hand after praising Lord Shiva with a pure heart and should be installed in the house, pay attention that the Shivling is spiked, rough, fragmented and thicker than anywhere. According to the scriptures, the establishment of such a Linga in the house is considered taboo.

Narmdeshwar Shivling Benefits, नर्मदेश्वर शिवलिंग के लाभ

नर्मदेश्वर शिवलिंग के लाभ | Narmdeshwar Shivling Benefits

नर्मदेश्वर शिवलिंग एक बहुत ही महत्वपूर्ण “शिवलिंग” है, यह नर्मदेश्वर शिवलिंग स्वयं अपने आप में प्राण-प्रतिष्ठित होता है, इस शिवलिंग को “वाणलिंग” शिवलिंग के नाम से भी जाना जाता है, कहा जाता है, की बाणासुर ने अपने तप द्वारा शिव जी को प्रसन्न कर यह वर माँगा था, की आप अमरकंटक पर्वत पर सदा के लिंग रूप में विराजमान रहोगे।

शिव पुराण में कहा गया है, की हजारों लिंगों की पूजा से जो फल मिलता है, उससे सौ गुना अधिक फल नर्मदेश्वर (बाणलिंग) शिवलिंग की पूजा से प्राप्त होता है, भारतीय ज्योतिष अनुसार परिवार कल्याण के लिए, दुखों के निवारण के लिए तथा बीमारियो को ठीक करने के लिए नर्मदेश्वर शिवलिंग (Narmdeshwar Shivling Benefits) की पूजा करना अत्यंत लाभकारी माना गया है।

नर्मदेश्वर शिवलिंगका आकार:

नर्मदेश्वर शिवलिंग (Narmdeshwar Shivling Benefits) सिर्फ नर्मदा नदीमें ही पाये जाते है, यह शिवलिंग नदी के बहाव और चट्टानों से टकराने के कारण अंडाकार आकृति के होते है।

नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा के लाभ:

  • नर्मदेश्वर शिवलिंग को घर की उतर दिशा में ही स्थापित करने से, घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
  • नर्मदेश्वर शिवलिंग (Narmdeshwar Shivling Benefits) से पशुपति साधना की जाती है, यह साधना पूर्ण जीवन को परिवर्तन कर देती है, इस साधना के करने से व्यक्ति अपने भाग्य को स्वयं लिख सकता है।
  • नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा का पूर्ण लाभ प्राप्त करने के लिए, शिवलिंग को भस्म अर्पित करके पूजा करे, ऐसा करने से शंकर जी जल्द ही प्रसन्न होते है।
  • शिव जी के शिवलिंग अलग-अलग आकार होते है, पर नर्मदेश्वर शिवलिंग को आप घर में स्थापित करने से पूर्व इस बात का ध्यान रखना चाहिए, जो शिवलिंग आप स्थापित करने जा रहे है, वह आपके अंगूठे के आकार से बड़ा ना होना चाहिए।
  • सोमवार को या श्रावण में नर्मदेश्वर शिवलिंग (Narmdeshwar Shivling Benefits) की पूजा करने से घर से दरिद्रता दूर हो जाती है, और धन, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
  • जो भी व्यक्ति महामृत्युंजय मंत्र बोलते हुए नर्मदेश्वर शिवलिंग का अभिषेक करता है, उसके जीवन के कष्ट दूर हो जाते है।

नर्मदेश्वर शिवलिंग पूजा के मुहूर्त:

वैसे तो भगवान की पूजा का कोई खास दिन नही होता, रोज ही उनकी पूजा करनी चाहिए, परन्तु श्रावणमास, सोमवार, प्रदोष, मासिक शिवरात्रि, पुष्य नक्षत्र जैसे अवसर पर नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा करके कच्चे दूध से अभिषेक करे, तो सोभाग्य की प्राप्ति होती है।

नर्मदेश्वर शिवलिंग की मान्यता :

माना जाता है, की सच्चे मन से शिव जी की स्तुति करके नर्मदा नदी में डुबकी लगाने पर जो भी शिवलिंग हाथ में आये उसकी स्थापना घर में कर लेनी चाहिए, पर ध्यान दे की शिवलिंग कहीं से भी नुकीला, खुरदरा, खंडित और ज्यादा मोटा-पतला या चपटा न हो, शास्त्र अनुसार घर में ऐसे शिवलिंग की स्थापना को वर्जित माना गया है।