Navgrah Aarti | नवग्रह आरती
Navgrah Aarti (नवग्रह आरती): Our lives can become unstable without the peace and stability of the nine planets. The direction of the planets can be improved by reciting Navgrah Aarti. The effects of inauspicious planets can be changed in the direction of peace and happiness by reciting Navgrah Aarti. The seeker’s spoiled work starts getting resolved by wearing Navgrah Rosary with reciting this Aarti and starts getting financial benefits.
The Navgrah Ring is surrounded by nine gems of nine planets. All the business-related problems start going away and you start getting closer to your goal by wearing this ring. Along with this, Navgrah Yantra is also very beneficial. The inauspicious effects of planets are removed by set up Navgrah Yantra in home or shops.
नवग्रह आरती | Navgrah Aarti
आरती श्री नवग्रहों की कीजै. बाध, कष्ट,रोग,हर लीजै ।
सूर्य तेज़ व्यापे जीवन भर. जाकी कृपा कबहु नहिं छीजै।
॥ आरती श्री नवग्रहों की कीजै.. ॥
रुप चंद्र शीतलता लायें. शांति स्नेह सरस रसु भीजै।
॥आरती श्री नवग्रहों की कीजै.. ॥
मंगल हरे अमंगल सारा. सौम्य सुधा रस अमृत पीजै ।
॥ आरती श्री नवग्रहों की कीजै.. ॥
बुद्ध सदा वैभव यश लीये. सुख सम्पति लक्ष्मी पसीजै।
॥ आरती श्री नवग्रहों की कीजै.. ॥
विद्या बुद्धि ज्ञान गुरु से ले लो . प्रगति सदा मानव पै रीझे।
॥ आरती श्री नवग्रहों की कीजै.. ॥
शुक्र तर्क विज्ञान बढावै. देश धर्म सेवा यश लीजे ।
॥ आरती श्री नवग्रहों की कीजै.. ॥
न्यायधीश शनि अति ज्यारे. जप तप श्रद्धा शनि को दीजै ।
॥ आरती श्री नवग्रहों की कीजै.. ॥
राहु मन का भरम हरावे. साथ न कबहु कुकर्म न दीजै ।
॥आरती श्री नवग्रहों की कीजै.. ॥
स्वास्थ्य उत्तम केतु राखै. पराधीनता मनहित खीजै ।
॥ आरती श्री नवग्रहों की कीजै.. ॥
॥ इति श्री नवग्रह आरती ॥
Navgrah Aarti | नवग्रह आरती
Aarati Shree Navagrahon Ki kijai, Baadh Kasht ,Rog, Har Lijai ।
Surya Tej Vyaape Jeevan Bharjaki, Kripa Kabahu Nahin Chijai ।
॥Aarati Shree Navagrahon Ki Kijai.. ॥
Roop Chandra Sheetalataa Laaye, Shanti Sneh Saras Ras Bhijai ।
॥ Aarati Shree Navagrahon Ki Kijai.. ॥
Mangal Hare Amangak Saara, Saumy Sudha Ras Amrit PIjai ।
॥ Aarati Shree Navagrahon Ki Kijai.. ॥
Buddh Sada Vaibhav Yash LiyeSukh, Sampati Lakshmi Pasijai।
॥ Aarati Shree Navagrahon Ki Kijai.. ॥
Vidya Buddhi Gyan Guru Se Le, Lopragati Sadaa Manav Pe Rijhai।
॥ Aarati Shree Navagrahon Ki Kijai.. ॥
Shukr Tark Vigyan Badhavai , Desh Dharm Seva yash Lijai ।
॥Aarati Shree Navagrahon Ki Kijai.. ॥
Nyaayadheesh Shani Ati Jyare, Jap Tap Shraddha Shani Ko Dijai ।
॥ Aarati Shree Navagrahon Ki Kijai.. ॥
Rahu Man Ka Bharam Harave, Sath Na Kabahu N Kukarm Dijai ।
॥ Aarati Shree Navagrahon Ki Kijai.. ॥
Swasthya Uttam Ketu Rakhai, Paradheenata Manhit Khijai ।
॥ Aarati Shree Navagrahon Ki Kijai.. ॥
॥ Iti Shree Navgrah Aarati॥
नवग्रह आरती के लाभ:
नवग्रहों की शांति और स्थिरता के बिना हमारा जीवन अस्थिर हो सकता हैं। नवग्रह आरती का पाठ करने से ग्रहो की दिशा में सुधार किया जा सकता हैं, अशुभ ग्रहों के प्रभाव को शांति और सुख की दिशा में परिवर्तित किया जा सकता हैं। नवग्रह आरती का पाठ करने के साथ नवग्रह माला धारण करने से साधक के बिगड़े हुए काम बनने लगते हैं और धन का लाभ होने लगता हैं।
नवग्रह अंगूठी नौ ग्रहो के नौ रत्नों से घिरी हुई हैं। इस अंगूठी को धारण करने से व्यवसाय संबंधी सभी समस्याएँ दूर होने लगती हैं तथा आप अपने लक्ष्य के नजदीक पहुँचने लगते हैं। इसी के साथ, नवग्रह यंत्र भी अत्यंत लाभकारी हैं, नवग्रह यंत्र की घर या दुकानों में स्थपना करने से ग्रहो के अशुभ प्रभाव दूर हो जाते हैं।