Navratan Rosary Benefit | नवरत्न माला के लाभ
Navratan Rosary Benefit (नवरत्न माला): In the Indian Astrology have only nine planets are having homologation and this rosary contains all the qualities to have providential effects of all the planets.
Energized and sanctified Navratan Rosary (Navratan Rosary Benefit) to be retained on any Sunday between 11 am to 12 noon. It is removes the malefic effects of planets and make it to providential effects.
On the scientific ground, following contents are embedded in the rosary beads. The materials are Aluminium, Oxygen, Chromium, Iron, Calcium Carbonate, Magnesium, Berelium, Flourine, Hydroxile, Zichronium etc. All the gems for planets are enclubbed in it.
Retention of this rosary (Navratan Rosary Benefit) will enhance, popularity, wealth, grace and remove many diseases like cough, fever etc.
नवरत्न माला के लाभ | Navratan Rosary Benefit
नवरत्न माला के लाभ (Navratan Rosary Benefit): भारतीय ज्योतिष शास्त्र की पद्धति में सूर्य, चन्द्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु तथा केतु को ही मान्यता प्राप्त है, नवग्रहों के अनुसार ही नवरत्न माला में भी सभी ग्रहों के गुण पाए जाते हैं, इसलिए नवरत्न माला धारण करने मात्र से अनेक सफलता एवं सिद्धियां प्राप्त होती हैं।
प्राण प्रतिष्ठित सिद्ध “नवरत्न माला” को किसी भी रविवार के दिन 11 बजे से 12 के बीच धारण करनी चाहिये। इसके धारण करने से ग्रहों का विपरीत प्रभाव नष्ट हो जाता है और सभी नवग्रह आपको अनुकूल फल देने लग जाते है। इस नवरत्न माला में वैज्ञानिक आधार पर निम्न सात्विक सरंचना पाई जाती हैं
जैसे एल्युमीनियम, ऑक्सीजन, क्रोमियम तथा लौह, केल्शियम कार्बोनेट, मैग्नीशियम, बैरीलियम, फ्लोरीन, हाइड्रोाक्सल, जिक्रोनियम आदि संरचनाएं पाई जाती हैं। इस माला में सारे ग्रहों के रत्नों को समाहित किये जाते है। इस माला को धारण करने से अनेक लाभ हैं जैसे यश, सम्मान, वैभव, भौतिक समृद्धि में लाभ के अलावा कफ, शीत, ज्वर आदि रोगों में शीघ्र लाभ मिलता है।