Navratna Mala Benefits, नवरत्न माला के लाभ

Navratna Mala Benefits | नवरत्न माला के लाभ

Navratna Mala Benefits/नवरत्न माला के लाभ: The garland made of nine gems is called the Navratna garland, according to Indian astrology, Sun, Moon, Mars, Mercury, Guru, Venus, Saturn, Rahu and Ketu are called Navagraha, the garland of Navratna is a rubric for the sun, Pearls for Chandra, Coral for Mars, Emerald for Mercury, Pukhraj for Guru, Diamond for Venus, Neelam for Saturn, Onyx for Rahu, Garlic Gemstone for Ketu. Wearing energized garland can reduce the bad effects.

According to science, Navratna Mala (Navrtna Mala Benefits) contains aluminum, oxygen, chromium, iron, calcium carbonate, magnesium, beryllium, fluorine, hydroxyl, zirconium, etc., wearing which can develop seven metals and positive energy in the body.

If you are not getting success even after continuous hard work, your health is not good, you are getting worse to worst result, there is no atmosphere of peace in your family, or there is a big flaw in your horoscope, due to which you fail in life. If you are facing failure, then you must wear the Navratna rosary.

If such a garland is available, it has so many benefits, cannot be expressed here through words.

Navratna Mala Benefits:

  • Navratna Mala is an important rosary, through this garland, Raja Yoga factor planets made of the horoscope of the horoscope are active, which protect man and give him strength, semen, courage, strength, healing.
  • Wearing the garland of Navagraha brings peace to the Navagraha, no matter the planet, if a planet is giving you inauspicious results, you can be pacified by wearing the Navagraha garland.
  • The adverse effects of Navagraha are lessened by Navratna Mala (Navratna Mala Benefits), which begin to deteriorate in life, keep peace in mind and benefit from wealth in all respects.
  • The effect of any incurable disease can be reduced with the Navratna Mala, whatever the disease may be.
  • Even after continuous hard work, there is a loss in business, if you do not feel like doing anything or there is a delay in marriage, then the Navagraha Mala must be worn.

How to awaken the Navratna Mala?

To get full benefit from the Navratna Mala, after bathing on Sunday morning, place the Navratna Mala (Navratna Mala Benefits) on a peepal leaf, keep it in your temple, light a lamp of pure ghee in front, then the following mantra By uttering 108 Akshata (rice) over the Navratna rosary by speaking it, this garland becomes fully awake.

Om San Sarvaarisht Nivaaranaaye Navagrahabhyon Namah .

।। ॐ सं सर्वारिष्ट निवारणाये नवग्रहभ्यों नमः ।।

Navratna Mala Benefits, नवरत्न माला के लाभ

नवरत्न माला के लाभ | Navratna Mala Benefits

नौ रत्नों से निर्मित माला को नवरत्न माला कहा जाता है, भारतीय ज्योतिष शास्त्र अनुसार सूर्य, चन्द्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु तथा केतु को नवग्रह कहा जाता है, नवरत्न की माला में सूर्य के लिए माणिक्य, चन्द्र के लिए मोती, मंगल के लिए मूंगा, बुध के लिए पन्ना, गुरु के लिए पुखराज, शुक्र के लिए हीरा, शनि के लिए नीलम, राहू के लिए गोमेद, केतु के लिए लहसुनिया रत्न प्राण प्रतिष्ठित करके लगाया जाता है, जिससें इस माला को धारण करने से बुरे प्रभाव को कम किया जा सकता है।

विज्ञान के अनुसार नवरत्न माला में एल्युमीनियम, ऑक्सीजन, क्रोमियम,लौह, केल्शियम कार्बोनेट, मैग्नीशियम, बैरीलियम, फ्लोरीन, हाइड्रोक्सल, जिक्रोनियम आदि तत्व पाये जाता है, जसको पहनने से शरीर में सप्तधातु और सकरात्मक उर्जा का विकास होता है।

यदि आपको लगातार मेहनत के बाद भी सफलता नही मिल रही, स्वास्थ्य ठीक न रहता हो, बनते-बनते कम बिगड़ते हो, घर-परिवार में शांति का वातावरण न हो तो या आपकी जन्मकुंडली में कोई बड़ा दोष हो, जिसके कारण आप जीवन में असफलता का मुहं देखते आ रहे हो, तो आपको अवश्य ही नवरत्न माला को धारण करना चाहिये।

सिद्ध नवरत्न माला:

नवरत्न की माला हर जगह आसानी से नही मिलती है, यह माला कई जगह पर यह माला नकली ही बेचीं जाती है, तो कई जगह नवरत्न माला के रत्न अच्छी माईस के नही होते, यदि होते भी है, तो वह पूर्ण प्राण-प्रतिष्ठित नही होते, कुछ लोगमानते है, की इस नवरत्न माला को कच्चे दूध में धोने से माला प्राण-प्रतिष्ठित सिद्ध हो जाती है, पर ऐसा नही है, सभी मालाओं को प्राण प्रतिष्ठित करने का अपना-अपना नियम और विधान है, नवरत्न की माला को अस्त्रों मंत्रा के सिद्ध साधक नवग्रहों के बीज मंत्रो से प्राण-प्रतिष्ठित करके, मन्त्र पुश्चरण करके सिद्ध करते है, तब जाकर यह माला पूर्ण सिद्ध होती है।

यदि ऐसी माला उपलब्ध हो जाए तो, इसके इतने लाभ है जनको शब्दों के माध्यम से यहाँ व्यक्त नही किया जा सकता।

नवरत्न माला के लाभ:

  • नवरत्न माला (Navratna Mala Benefits) एक महत्वपूर्ण माला है, इस माला से जन्मकुंडली के त्रिकोण राशी से बने राजयोग कारक ग्रह सक्रीय होते है, जो मनुष्य की रक्षा करते है और उसे बल,वीर्य, साहस, शक्ति, आरोग्य प्रदान करते है।
  • नवग्रह की माला को धारण करने से नवग्रहों की शांति होती है, चाहे कोई भी ग्रह हो, यदि कोई ग्रह आपको आपको अशुभ फल दे रहा हो, आपको नवग्रह माला को धारण करने से शांत किया जा सकता है।
  • नवरत्न माला से नवग्रहों के प्रतिकूल प्रभाव कम समाप्त होते है, जिससें जीवन में बिगड़े हुए काम बनने लगते है, मन में शांति बनी रहेती है और सभी दृष्टियों से धन का लाभ होता है।
  • नवरत्न माला (Navratna Mala Benefits) से किसी भी असाध्य रोग के प्रभाव को कम किया जा सकता है, जाहे वह रोग कैसा भी हो।
  • यदि लगातार परिश्रम के बाद भी, व्यापार में घाटा ही घाटा हो रहा हो, किसी भी काम में मन नही लग रहा हो या विवाह मे देरी हो तो नवग्रह माला को अवश्य ही धारण करना चाहियें।

नवरत्न माला को कैसे जाग्रत करे?

नवरत्न माला के पूर्ण से लाभ प्राप्त करने के लिए, की भी रविवार के दिनप्रात: स्नान करने के बाद, नवरत्न माला (Navratna Mala Benefits) को एक पीपल के पत्ते पर, रख कर अपने मंदिर में रख दे, सामने शुद्ध घी का दीपक जला दे, फिर निम्न मन्त्र बोलकर नवरत्न माला के उपर 108 अक्षत(चावल) चढ़ाये ऐसा करने से यही माला पूर्ण जाग्रत हो जाती है।

।। ॐ सं सर्वारिष्ट निवारणाये नवग्रहभ्यों नमः ।।