Oleander Benefits/कनेर पुष्प के लाभ
Different names of Red Oleander (Oleander Benefits/कनेर):
Sanskrit— Rakt Karveer
Bengali — Rakto Karabi
Hindi — Lal Kaner
Gujarati — Kaner
Punjabi — Lal Kaner
Telugu — Kaner lal
Description of Oleander (Oleander Benefits):
Red One is available everywhere. The shrubs, leaves and branches are like white Oleander. But red one has some pink shades.
Black Oleander (Oleander Benefits) plants are also like red Oleander but it is rare earth. The quality of this is also like white Oleander. It is poisonous and bitter.
How To Use of Red Oleander (Oleander Benefits):
The red Oleander (Oleander Benefits) is also called Ganesha Kusum, since Ganeshji blesses them who offer him red Oleander.
This is also called Chandi Kusum, since Devi Chandi also provides blessings who worship her with red Oleander.
During the Mrigshira constellation, a 7 finger gauze long nail of red Oleander (Oleander Benefits) to be sanctified by chanting the following spells and if buried, the person to whom you want to dominate or control will be under your disposal. The spell is
।। Om (Name)Hum Hum Swaha।।
।। ॐ (अमुक) हूँ हूँ स्वाहा ।।
The use of Black Oleander (Oleander Benefits):
Black flowers if offered to Devi Bhagawati Kali, malefic effects of Saturn will be over and Goddess Kali will be happy.
On the Sun Pushya constellation if roots of the Black Oleander (Oleander Benefits) are held, the evil spirits goes away.
In Havan of Tantric activities black Oleander (Oleander Benefits) is very much influential.
कनेर पुष्प के लाभ/Oleander Benefits
कनेर के अन्य नाम:
संस्कृत — रक्त करवीर
हिंदी — लाल कनेर
पंजाबी — लाल कनेर
अंग्रेजी — स्वीट सकरुटिड
गुजराती— कनेर
तैलगी— कनेर लाल
कनेर का परीचय:
रक्त करवीर भी प्राय: हर स्थान पर सुलभ है। इसके पत्ते, शाखाएं और झाड सफेद कनेर जैसा ही होता है, परन्तु फूल लाल कुछ गुलाबी आभा लिए होते है।
काले कनेर का पौधा भी और कनेर के जैसा होता है परन्तु काला कनेर बड़ी कठिनता से प्राप्त होता है। इस कनेर के गुण भी सफेद कनेर जैसे होते है। जैसे, विषैला और कडवा आदि।
लाल कनेर का उपयोग:
इस्को गणेश कुसुम भी कहते है, गणेश जी को लाल कनेर के फूल चढाने से मनचाहा वरदान मिलता है।
इस्को ही चण्डी कुसुम भी कहते है, तथा लाल कनेर के पुष्प चण्डी को चढाने से चण्डी शीघ्र ही प्रसन्न हो जाती है।
मृगशिरा नक्षत्र में लाल कनेर (Oleander Benefits) की कील 7 अंगुल लम्बी लेकर, निम्नलिखित मन्त्र से 101 बार अभिमंत्रित करके, भूमि में दबा देने से वशीकरण होता है। अमुक के स्थान पर उस व्यक्ति का नाम जपें जिसे आकर्षित करना है।
मन्त्र (Oleander Benefits):
।। ॐ अमुक हूँ हूँ स्वाहा ।।
काले कनेर का उपयोग:
काले कनेर (Oleander Benefits) के पुष्प भगवती काली को चढाने से शनि ग्रह की शान्ति होती है तथा भगवती काली शीघ्र प्रसन्न होती है।
काले कनेर (Oleander Benefits) की जड़ रवि पुष्य नक्षत्र में धारण करने से भूतादि दूर हो जाते है।
तन्त्र में मारण के हवन के लिए काले कनेर (Oleander Benefits) के पुष्प भी बहुत प्रभावकारी है।