Ashtak Varg Siddhant Evam Falit Book
Ashtak Varg Siddhant Evam Falit Book (अष्टक वर्ग सिद्धांत एवं फलित पुस्तक): The Ashtakvarga method is explain in details in this book. The destiny of any person can be known in very micro form with the help of Ashtakvarga. Calculating Ashtakvarga is a bit difficult. Ashtakvarga means the strength a planet receives from eight stotra. All the planets are connect to each other.
In the book Ashtak Varga, it is explain how the planets have a combined effect on a person’s horoscope. Ashtakvarga is based on the energy emitted by the planets which have auspicious and inauspicious effects on the person horoscope. For example, the Moon has the ability to remove the sorrow of others by increasing the happiness. Venus increases mutual affection for get success in life etc.
The number of pages of the Ashtakvarga book is 157. This book is divide into 12 chapters. In which the importance and usefulness of Ashtakvarga, Surya Ashtak Phal, Chandra Ashtak Phal, Mars’ Ashtakvarga, Mercury Ashtakvarga Phal. Also, Jupiter’s Ashtakvarga, Venus’s Ashtakvarga, Saturn’s Ashtakvarga etc. are describe in detail.
Ashtak Varg Siddhant Evam Falit Book Publication:
This important book of Alfa Publication whose author is Krishna Kumar. The first edition of this book was published in 2011. You will be able to easily understand the combined direction of planets. In a person’s horoscope by taking advantage of this book. Moreover, you will be able to guide him, so that you can embellish his life.
Where to Buy Ashtak Varg Siddhant Evam Falit Book?
All the information given in the Ashtak Varga book is accurate and authentic. Anyone who wants to take advantage of this book can order it online from our Astro Mantra store.
अष्टक वर्ग सिद्धांत एवं फलित पुस्तक
अष्टक वर्ग पुस्तक में अष्टकवर्ग पद्धति को विस्तारपूर्वक समझाया गया हैं। अष्टकवर्ग की सहायता से किसी भी व्यक्ति के भाग्य के बारे में अत्यन्त सूक्ष्म रूप में जाना जा सकता है, अष्टकवर्ग की गणना करना थोड़ा मुश्किल हैं। अष्टकवर्ग का अर्थ है, किसी ग्रह को आठ स्त्रोतों से प्राप्त होने वाला बल। सभी ग्रह आपस में एक-दूसरे जुड़ें होते हैं।
इस पुस्तक के अंतर्गत समझाया गया हैं कि किस प्रकार व्यक्ति की जन्मकुंडली पर ग्रहों का सम्मिलित प्रभाव पड़ता हैं। अष्टकवर्ग ग्रहों द्वारा उत्सर्जित उस ऊर्जा पर आधारित है जो प्रत्येक ग्रहों के सन्दर्भ में किसी की जन्मकुंडली पर शुभ तथा अशुभ प्रभाव डालते हैं, जैसे- चन्द्रमा मन की प्रसन्नता बढ़ाकर दुसरो का दुःख मिटाने की क्षमता रखता हैं, शुक्र जीवन में सफलता पाने के लिए परस्पर स्नेह को बढ़ाता हैं आदि।
अष्टक वर्ग पुस्तक के पृष्ठों की संख्या 157 हैं। इस पुस्तक को 12 अध्यायों में विभाजित किया गया हैं, जिसके अंतर्गत अष्टकवर्ग का महत्त्व और उपयोगिता, सुर्याष्टक फल, चन्द्राष्टक फल, मंगल का अष्टकवर्ग, बुध अष्टकवर्ग फल, गुरु का अष्टकवर्ग, शुक्र का अष्टकवर्ग, शनि का अष्टकवर्ग आदि ग्रहो के अष्टकवर्ग का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया हैं।
अष्टक वर्ग सिद्धांत एवं फलित पुस्तक प्रकाशन:
अल्फ़ा प्रकाशन की यह महत्वपूर्ण पुस्तक जिसके लेखक कृष्ण कुमार हैं। इस पुस्तक का प्रथम संस्करण 2011 में प्रकाशित किया गया हैं। इस पुस्तक का लाभ उठाकर आप किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में ग्रहो की सम्मिलित दिशा को सरलतापूर्वक समझ पाएंगे तथा उसका मार्गदर्शन कर पायेंगे, जिससे आप उनके जीवन को सवार सके।
अष्टक वर्ग सिद्धांत एवं फलित पुस्तक कहाँ से खरीदे?
अष्टक वर्ग पुस्तक में दी गई सारी जानकारी सटीक व प्रमाणिक हैं। जो भी व्यक्ति इस पुस्तक का लाभ उठाना चाहते है, वह इस पुस्तक को हमारे एस्ट्रो मंत्रा के स्टोर से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
Ashtak Varg Siddhant Evam Falit Book Details:
Book Publisher: Alpha Publication
Book Author: Krishan Kumar
Language: Hindi
Weight: 0.200 gm Approx.
Size: “21.5” x “14” x “1” cm
Pages: 157 Pages
Edition: 2011
Shipping: Within 4-5 Days in India
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