Janampatri-Bnane Ki Vidhi Book (जन्मपत्री-बनाने की विधि पुस्तक) is an important book, the book, Janampatri Bnane Ki Vidhi Book is not readily available, this book is written by Dr. H. S. Rawat. This book has 304 pages.
Janampatri-Bnane Ki Vidhi Book Content list:
According to the list of content this book it contains the followings. To clarify the Dwadash Bhav, the resultant (Faladesh) of months, Adhimas and malmas, power of the planets, Shodhash worg, the process of making horoscope, modern time measurement, almanac introduction, zodiac sign and constellation cycle.
The resultants of date, knowledge of constellations, Ashtak worg, making the yearly horoscope according the new concept, the process to clear the conditions of planets, Kaarakansh Kundali, the self active Kundali of the planets, chaturthansh kundali, process of making Saptvargi cycle, Lagna table, to know the time of birth according to the position of Sun.
The knowledge about relatives by analyzing the houses, analyzing of Bhadra during marriage, the knowledge of Ashtottri Dasha, the relation of period during birth time and analyzing the Lagna, auspicious and inauspicious date, the power of the place, to extend the life span, Shodhasansh Kundali making, to chalk out the Vinshottari Mahadasha, are detailed in this book, which are the significant parts of this book.
Janampatri Bnane Ki Vidhi Book Benefits:
- Reading the Janampatri Bnane Ki Vidhi Book gives an insight into the important topics of making a birth certificate.
- You can understand the significance of birth certificate and almanac by reading this Book.
- Learn about the almanac from the method of making a birth certificate and the study of the celestial study.
Janampatri Bnane Ki Vidhi Book Descriptions:
Astrology is considered to be the eye of the Vedas. To understand this scripture, you must understand the fundamental principle of Vedas. This book is originally written by explaining the Vedas and details in it. It has given a method to easily clarify topics such as studying the ephemeris itself, getting acquainted, naming children, yearly and method of getting out of the house. It’s useful for everyone.
जन्मपत्री बनाने की विधि पुस्तक/Janampatri Bnane Ki Vidhi Book
जन्मपत्री बनाने की विधि एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जन्मपत्री बनाने की विधि पुस्तक आसानी से उपलब्ध नहीं होती, यह पुस्तक डॉ. एच. एस. रावत जी के द्वारा लिखी हुई है। इस पुस्तक में 304 पृष्ठ(पेज) है।
जन्मपत्री बनाने की विधि पुस्तक की विषय सूचि:
इस पुस्तक में विषय सूचि अनुसार- द्वादश भाव स्पष्ट करना, मासों का फलादेश, अधिमास और मल मास, ग्रहों का बल, षोड्श वर्ग कुण्डलियाँ बनाने की विधि, आधुनिक समय मापक, पंचांग परिचय, राशी और नक्षत्र चक्र, तिथियों का फलादेश, नक्षत्रों के जानकारी, अष्टक वर्ग, नवीन मतानुसार वर्ष कुण्डली निर्माण, ग्रह स्पष्ट करने की विधि, कारकांश कुण्डली, ग्रह की आत्मकारक कुंडली, चतुर्थांश कुंडली, सप्तवर्गी चक्र बनाने की विधि, लग्न सारणी,सूर्य की स्थिति से जन्म समय का ज्ञान, भावों से रिश्तेदारों का विचार, राशियों का परिचय,विवाह में भद्रा का विचार, अष्टोत्तरी दशा ज्ञान, जन्मकालीन साम्पतिक काल एवं लग्न की गणना, शुभ एवं अशुभ तिथियाँ, स्थान बल, आयु निर्माण,षोडशःअंश कुंडली निर्माण, विंशोतरी महादशा निकालने की विधि के बारे में विस्तार रूप से बताया गया है, जोकि इस पुस्तक के महत्वपूर्ण अंग है।
जन्मपत्री बनाने की विधि पुस्तक के लाभ:
- इस पुस्तक को पढ़ने से जन्मपत्री बनाने के महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी मिलती है।
- जन्मपत्री बनाने की विधि पुस्तक को पढ़कर आप जन्मपत्री व पंचांग के महत्व को समझ सकते है।
- इस पुस्तक से पंचांग के बारे में जान सकते है।
जन्मपत्री बनाने की विधि पुस्तक का विवरण:
ज्योतिष को वेद का नेत्र माना गया है। इस शास्त्र को समझने के लिए वेद के मूल सिद्धांत को समझना होगा। इस पुस्तक में मूल रूप से वेद का विन्यास कर इसमें विवरण सहित लिखा गया है। इस पुस्तक में जन्म पत्री बनाने की विधि आसन तरीके से घर वैठे स्वयं पंचांग का अध्धयन करना, मुहूर्त निकलना, बच्चों का नामकरण करना, वर्षफल व आयु निकलने की विधि जैसे विषयों को आसानी से स्पष्ट करने की विधि दी गई है I यह पुष्तक सबके लिए उपयोगी है।
Janampatri Bnane Ki Vidhi Book Details:
Book Publisher: Dr. H. S. Rawat Books
Book Author: Dr. H.S. Rawat
Language: Hindi
Pages: 304 Pages
Size: “18” x “12” cm
Weight: 362 gm Approx
Shipping: Within 4-5 Days in India
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