Jyotish Gupt Prashnottari Book/ज्योतिष गुप्त प्रश्नोत्तरी पुस्तक : Jyotish Gupt Prashnottari Book is an important book of jyotish, in which information about jyotish shastra.
Jyotish Gupt Prashnottari Book About:
In today’s mechanical era everyone is suffering from some problem and he wants to solve it. A person has many problems that he wants to solve and keep them secret. Keeping this in mind, many people want to solve their problems with a secret astrologer, but many times it is known to some acquaintances by astrologer. In such a situation, the person wants him to find a simplified way to get a smooth solution to the questions of his secret problems. Many times the person wants to solve his problem, but he does not have a horoscope. Do not want to show hands and do not believe in numbers. Apart from the process of complex mathematics of astrology, the simplest way in the moment is to find out the exact way to know the answer of the question. -Jyotish Gupt Prashnottari Book.
This book (Jyotish Gupt Prashnottari Book) will prove to be a perfect path for you in fulfilling this wish. If you are standing on two ways, there is confusion in the mind, which is not being solved; in this case you need a good advisor. This book is capable of being responsible for the good adviser. You can read this and use the knowledge described in it, you will be aware of the simplest way to solve your problems and confusions. This book, written in Hindi language, is unique in its own and has first come to light, in which the knowledge acquired after studying and publishing various texts has been presented for your benefit. This excellent astrological treatise, which will give you the best results of the question without horoscope, numbers and hands, will be useful to you. -Jyotish Gupt Prashnottari Book.
The book, Ramagya-Prashna, was composed by Mahakavi Goswami Tulsidas ji for his well-known astrologer, Pt. Gangaram. This book has seven songs, each of which has seven octaves and has seven doubles in each octave. In this way, he composed the book with seven chapters, 49 exercises and 343 couplets. In this context, a story is also discussed in this regard. Pt. Gangaram lived on the Prahalad Ghat in Kashi Nagar. He used to go to the bank of river Ganges for the evening rituals with Goswami Tuslidas ji. One day Tulsidas ji came to the door to collect him, Gangaram Ji said, ‘you have come, but I will not be able to go with you for the evening today… -Jyotish Gupt Prashnottari Book.
ज्योतिष गुप्त प्रश्नोत्तरी पुस्तक /Jyotish Gupt Prashnottari Book
ज्योतिष गुप्त प्रश्नोत्तरी, ज्योतिष विज्ञान की एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जिसमें ज्योतिष के बारे में जानकारी छिपी हुई है।
ज्योतिष गुप्त प्रश्नोत्तरी पुस्तक के बारे में..
आज के यांत्रिक युग में प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी समस्या से ग्रस्त है और वह उसका समाधान चाहता है। व्यक्ति को कई समस्याएं होती है जिन्हें वह गुप्त रखकर उनका समाधान करना चाहता है। इसी बात को मद्देनजर रखते हुए अनेक व्यक्ति गुपचुप ज्योतिषी से मिलकर समस्या सुलझा लेना चाहते है लेकिन अनेक बार वह रहस्य ज्योतिषी के हाथों कुछ परिचितों को ज्ञात हो जाता है तो बहुत श्रम लगती है। ऐसे में व्यक्ति चाहता है कि उसे अपनी गुप्त समस्याओं के प्रश्नों का सहज समाधान प्राप्त करने का कोई सरल ढंग ज्ञात हो जाए। कई बार व्यक्ति अपनी समस्या सुलझाना चाहता है, पर उसके पास जन्मपत्री नहीं है। हाथ दिखाना नहीं चाहते है और अंकों पर विश्वास नहीं है। ज्योतिष शास्त्र के जटिल गणित की प्रक्रिया से मुक्त रहकर सरल ढंग से चुटकियों में प्रश्न फल जानने का कोई सटीक तरीका जानना चाहते है। इस मनोकामना की पूर्ति में यह पुस्तक आपके लिए उत्तम पथ प्रदर्शक साबित होगी। यदि आप दो राहे पर खड़े है, मन में उलझन है जो सुलझ नहीं रही है तो ऐसे में आपको एक अच्छे सलाहकार की आवश्यकता है। यह पुस्तक अच्छे सलाहकार का उत्तरदायित्व निभाने में सक्षम है। आप इसे पढ़कर इसमें वर्णित ज्ञान को उपयोग में लायें, आपकी समस्या और उलझन सुलझाने का सरल मार्ग आपको ज्ञात हो जाएगा। -Jyotish Gupt Prashnottari Book.
हिंदी भाषा में लिखी गई यह पुस्तक अपने आप में अनोखी है और सर्वप्रथम प्रकाश में आई है, जिसमें अनेक ग्रन्थों के अध्ययन तथा शोधपरक अनुशीलन करने के बाद अनुभूत ज्ञान रश्मियाँ समेटकर आपके उपयोगार्थ प्रस्तुत की गई है। जन्मपत्री, हाथ और अंकों के बिना प्रश्न का फल बताने वाला यह उत्कृष्ट ज्योतिष ग्रन्थ आपके लिए उपयोगी होगा। ‘रामाज्ञा-प्रश्न’ नामक पुस्तक की रचना महाकवि गोस्वामी तुलसीदास जी ने अपने सुपरिचित ज्योतिषी पं गंगाराम के लिए करी थी। इस पुस्तक में सात सर्ग है, प्रत्येक सर्ग में सात सप्तक है और प्रत्येक सप्तक में सात दोहे है। इस प्रकार उन्होंने सात सर्ग, 49 सप्तक और 343 दोहों में पुस्तक की रचना करी थी। पुस्तक किन परिस्थितियों में रची गई, इस सम्बन्ध में भी एक कथा लोक चर्चित है। पं गंगाराम काशी नगरी में प्रहलाद घाट पर रहते थे। वे प्रतिदिन गोस्वामी तुसलीदास जी के साथ संध्या हेतु गंगातट पर जाया करते थे। एक दिन तुलसीदास जी संध्या समय उन्हें लेने द्वार पर आये तो गंगाराम जी ने कहा- ‘आप आ तो गए है, पर मैं आपके साथ गंगातट पर संध्या हेतु नहीं जा सकूंगा। -Jyotish Gupt Prashnottari Book.
Jyotish Gupt Prashnottari Book Details:
Book Publisher : Randhir Prakashan
Book Author: Dr. Umeshpuri ‘Gyaneshwar’
Language: Hindi
Pages: 80 Pages Book
Size: “18” x “12” x “0.5” cm.
Weight: 064 Gram Approx.
Edition: 2008
Shipping: Within 4-5 Days in India
Shop: Books | Yantra | Rosary | Rudraksha | Gemstones | Rings | Kavach | Lucky Charms | Online Puja | Puja Items | Gutika | Pyramids | FengShui | Herbs | View All
Komal –
Good book