Jyotish Svyam Sikhiye Book/ज्योतिष स्वयं सीखिए पुस्तक
Jyotish Svyam Sikhiye (ज्योतिष स्वयं सीखिए पुस्तक) is an important book. The Jyotish Svyam Sikhiye Book is not easily available, this book is written by V.K. Chaudhary Ji, Jyotish Svyam Sikhiye Book published by Sagar Publications, Delhi, this book has 158 pages.
Jyotish Svyam Sikhiye Book Content list:
According to the content list of the Jyotish Svyam Sikhiye Book, the contents are duly expressed in a simple language for the convenience of the readers. The matters are mentioned here under. Simple rules of astrology, important terminology of astrology, introduction to horoscope, natural properties and causality of the zodiac signs, causality of the planets, causality of the planets, planetary conditions, some other concepts of astrology, futuristic art by systematic process of astrology, How to make a birth chart, basic facts of birth chart study, to see various life aspects from sentiment / planets Order, which is an important part of astrological self-learn book.
Jyotish Svyam Sikhiye Book Benefits:
- By reading this Book, you can understand the simple rules of astrology.
- By reading the Jyotish Svyam Sikhiye Book, you will get information about removing the side bad effects of planets.
Jyotish Svyam Sikhiye Book Description:
Astrology is an art of narrating and explaining the mysterious effects of the iconic planets on human life and its activities. It eats divine science, and it gives any person the ability to look into the future. It has many branches, such as birth chart, result astrology, palmistry, transiting fruit, questioning, and year horoscope. The most effective among these is the birth kind and resultant astrology, which is directly related to the birth time of the person. In this process, to study various aspects of life, a car study is done depicting the planetary position of the person’s birth time. Astrology originates from the Vedas and is currently studied all over the world. There are many procedures for its operational studies, and the most effective and useful process among them is “Hindu System of Astrology”. There are many theories or sub-processes in this process as well, but the most accepted test is the theory of Maharishi Parashar. Although there have been many classical and modern interpreters of the subject of astrology, but presently, whoever is interested in the whole subject of astrology, studies it according to the principle of Maharishi Parashar.
ज्योतिष स्वयं सीखिए पुस्तक/Jyotish Svyam Sikhiye Book
ज्योतिष स्वयं सीखिए एक महत्वपूर्ण पुस्तक है ज्योतिष स्वयं सीखिए पुस्तक/Jyotish Svyam Sikhiye Book आसानी से उपलब्ध नहीं होती, यह पुस्तक वी.के. चौधरी जी के द्वारा लिखी हुई है, इस ज्योतिष स्वयं सीखिए पुस्तक को सागर पब्लिकेशन, दिल्ली, ने प्रकाशित किया है, इस पुस्तक में 158 पृष्ठ(पेज) है।
ज्योतिष स्वयं सीखिए पुस्तक की विषय सूचि:
ज्योतिष स्वयं सीखिए पुस्तक/Jyotish Svyam Sikhiye Book में विषय सूचि अनुसार – ज्योतिष की सरल नियमावली, ज्योतिष विज्ञान की महत्त्वपूर्ण शब्दावली, जन्म कुण्डली से परिचय, द्वादश राशियों के नैसर्गिक गुण तथा कारकत्व, भावों के कारकत्व, ग्रहों के कारकत्व, ग्रह दशाऐं, ज्योतिष की कुछ अन्य संकल्पनायें, ज्योतिष की क्रमबद्ध प्रक्रिया द्वारा भविष्य कथन कला, जन्म-पत्री कैसे बनायें, जन्म-पत्री अध्ययन के आधारभूत तथ्य, विभिन्न जीवन पहलुओं को भाव/ग्रहों से कारकत्व देखने का क्रम, जोकि ज्योतिष स्वयं सीखिए पुस्तक/Jyotish Svyam Sikhiye Book के महत्वपूर्ण अंग है।
ज्योतिष स्वयं सीखिए पुस्तक के लाभ:
- ज्योतिष स्वयं सीखिए पुस्तक को पढ़ने से ज्योतिष के सरल नियम को समझ सकते है।
- इस पुस्तक को पढ़ने से ग्रहों के दुष्प्रभाव दूर करने की जानकारी प्राप्त होगी।
ज्योतिष स्वयं सीखिए पुस्तक का विवरण:
ज्योतिष विज्ञान, मानव जीवन तथा उसके क्रिया कलापों पर प्रतिष्ठिति ग्रहों के रहस्यमयी प्रभावों के फल कथन एवं व्याख्या करने की एक कला है। इसे दैविक विज्ञान खा जाता है, और यह किसी भी व्यक्ति को भविष्य में झांकने की समर्थतता प्रदान करता है। इसकी बहुत सी शाखायें है, जैसे जन्म कुण्डली, फलित ज्योतिष, हस्त रेखा विज्ञान, गोचर फल, प्रश्नशास्त्र, एवं वर्षफल इत्यादि। इनमें सबसे प्रभावी है जन्म किन्दाली एवं फलित ज्योतिष, जो व्यक्ति के जन्म समय से सीधा सम्बन्ध रखता है। इस प्रक्रिया में जीवन के विभिन्न पक्षों का अध्ययन करने के लिए व्यक्ति के जन्म समय की ग्रह स्थिति को अंकित कार अध्ययन किया जाता है। ज्योतिष का उद्गम वेदों द्वारा हुआ है और वर्तमान में इसका अध्ययन सम्पूर्ण विश्व में किया जाता है। इसके संचालन अध्ययन की बहुत सी प्रक्रियायें हैं, और उनमें से जो सबसे प्रभावी एवं उपयोगी प्रक्रिया है वह है “हिन्दू सिस्टम ऑफ़ एस्ट्रोलॉजी”। इस प्रक्रिया में भी बहुत से सिद्धान्त या उप प्रक्रियायें है, लेकिन सर्वाधिक मान्य परीक्षित महर्षि पराशर का सिद्धान्त है। यूँ तो ज्योतिष विषय के बहुत से शास्त्रीय एवं आधुनिक व्याख्याकार हुए हैं परन्तु वर्तमान में सम्पूर्ण विषय में जो भी ज्योतिष विषय में रूचि रखता है, वह महर्षि पराशर के सिद्धान्त के अनुसार ही इनका अध्ययन करता है।
Jyotish Svyam Sikhiye Book Details:
Book Publisher: Sagar Publications
Book Author: V. K. Choudhary & Krishan Rajesh Choudhary
Language: Hindi
Weight: 0.235 gm Approx.
Size: “21.5” x “14” x “1.7” cm
Pages: 158 Pages
Shipping: Within 4-5 Days in India
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