Muhurat Nikaliye Book/मुहूर्त निकालिए पुस्तक
Muhurat Nikaliye (मुहूर्त निकालिए पुस्तक) is an important book, Muhurat Nikaliye Book is not easily available, this book is written by Dr. Umesh Puri, this Muhurat Nikaliye Book is published by Randhir Prakashan, Haridwar, in 2013, in this book 179 Pages.
Muhurat Nikaliye Book Content list:
According to the content list of the Muhurat Nikaliye Book, the contents are duly expressed in a simple language for the convenience of the readers. The matters are mentioned hereunder. Dedication, sequence, primary, primary knowledge, time proof, age proof, divine value, Pitra Maan, Ayan, Uttarayana, Dakshinayana, Gol, Ritu formulation, Chakram, Mass representation, Chandra Maas, Mass Naam Chakram, Mass Chakra, English Mass, Muslim month, Bangla month, aspect representation, date representation, dates names, how to remove Muhurt, three and a half Muhurt, Chandra Shuddhi, Chandra Vayana, Ambush Chandra, Tara Shuddhi, Lagna Shuddhi, Punyakal, Mu Aurthy idea, planetary Muhurt idea, land idea, Shubhashubh Bhoomi thought, Vrisha Vastu Chakram, planetary door idea, Nakshatra Dwar Chakram, Vastu Shanti Muhurt, Sannyas Muhurt, Sandhi Muhurt, Job Muhurt, Panchamrita, Panchagavya, Pancharatna, Muntha Daan , Varsha Gyan, dream fruit idea, limb spurting fruit, Shakun inauspicious, vocal thought, the epilogue has been explained in detail, which should be taken out To the vital organs.
Muhurat Nikaliye Book Benefits:
- Take out the Muhurt, reading the book gives information about the auspicious time.
- Take out the Muhurt, you can understand the importance of auspicious time by reading the book.
Muhurat Nikaliye Book Description:
The effect of Kaal is on all types of substances, roots and conscious. Time is considered to be well before every welfare work, this is an Indian tradition. The auspiciousness of time is described in the Muhurt thought. Recognizing time is essential for success. Success is found in auspicious times, while losses occur in inauspicious times. Know that the basic mantra of success is to be effortful in a timely manner. The “Sandhi Vidchhed” for the term is thus: It breaks Muhurt into two parts, “muhu” (moment/immediate) and “ṛta” (order). The author of Rig-Veda has accordingly created this descriptive term. Ṛta refers to the natural, yearly order of the seasons, so that the term Muhurt refers to the daily reflection of these.
मुहूर्त निकालिए पुस्तक/Muhurat Nikaliye Book
मुहूर्त निकालिए एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, मुहूर्त निकालिए पुस्तक/Muhurat Nikaliye Book आसानी से उपलब्ध नही होती, यह पुस्तक डॉ. उमेश पुरी जी के द्वारा लिखी हुई है, इस मुहूर्त निकालिए पुस्तक को रणधीर प्रकाशन हरिद्वार, ने सन् 2013 में प्रकाशित किया है, इस पुस्तक में 179 पृष्ठ(पेज) है।
मुहूर्त निकालिए पुस्तक/Muhurat Nikaliye Book की विषय सूचि:
मुहूर्त निकालिए पुस्तक में विषय सूचि अनुसार- समर्पण, अनुक्रम, आमुख, प्राथमिक ज्ञान, काल प्रमाण, युग प्रमाण, दिव्य मान, पित्रय मान, अयन, उत्तरायण, दक्षिणायण, गोल, ऋतु निरूपण, ऋतु निरूपण चक्रम, मास निरूपण, चान्द्र मास, मास नाम चक्रम, मास चक्र, अंग्रेजी मास, मुस्लिम मास, बंगला मास, पक्ष निरूपण, तिथि निरूपण, तिथियों के नाम, मुहूर्त कैसे निकालें, साढ़े तीन मुहूर्त, चन्द्र शुद्धि, चन्द्र वाहन, घात चन्द्र, तारा शुद्धि, लग्न शुद्धि, पुण्यकाल, मुहूर्त विचार, ग्रह मुहूर्त विचार, भूमि विचार, शुभाशुभ भूमि विचार, वृष वास्तु चक्रम, ग्रह द्वार विचार, नक्षत्र द्वार चक्रम, वास्तु शांति मुहूर्त, सन्यास लेने का मुहूर्त, सन्धि मुहूर्त, नौकरी सम्बन्धी मुहूर्त, पंचामृत, पंचगव्य, पंचरत्न, मुंथा दान, वर्षा ज्ञान, स्वप्न फल विचार, अंग स्फुरण फल, शकुन अपशकुन, स्वर विचार, उपसंहार के बारे में विस्तार रूप से बताया गया है, जोकि मुहूर्त निकालिए पुस्तक/Muhurat Nikaliye Book के महत्वपूर्ण अंग है।
मुहूर्त निकालिए पुस्तक/Muhurat Nikaliye Book के लाभ:
- मुहूर्त निकालिए पुस्तक को पढ़ने से शुभ मुहूर्त के बारे में जानकारी मिलती है।
- मुहूर्त निकालिए पुस्तक को पढ़कर आप शुभ समय के महत्व को समझ सकते है।
मुहूर्त निकालिए पुस्तक/Muhurat Nikaliye Book का विवरण:
काल का प्रभाव जड़ और चेतन सभी प्रकार के पदार्थो पर पड़ता है। प्रत्येक मांगलिक कार्य को प्रारम्भ करने से पूर्व समय का शुभाशुभ विचार किया जाता है, यह भारतीय परम्परा है। मुहूर्त विचार में समय की शुभाशुभता का वर्णन किया जाता है। सफलता के लिए समय को पहचानना अति आवश्यक है। शुभ समय में सफलता अवश्य मिलती है जबकि अशुभ समय में हानि होती है। यह जान लीजिए कि सफलता का मूल मन्त्र समयानुरूप प्रयत्नशील होना है।
Muhurat Nikaliye Book Details:
Book Publisher: Randhir Prakashan
Book Author: Dr. Umeshpuri Gyaneshwar
Language: Hindi
Weight: 295 gm Approx.
Pages: 179 Pages
Size: “21” x “14” x “1.5” cm
Edition: 2013
Shipping: Within 4-5 Days in India
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