Shadvargiy Kundali Swayam Banayen Book
Shadvargiy Kundali Swayam Banayen, book (षड्वर्गीय कुंडली स्वयं बनाएँ पुस्तक) has been written taking India’s longitude 82.30 as the base. On the basis of this longitude, the method of finding sunrise, sunset, daytime etc. has been given, but nowadays, horoscopes are usually made from Kashi’s almanac.
Therefore, as per the rules, longitude correction has to be done in the datetime, constellation etc. On the basis of the latitude-longitude of Kashi and your birthplace. For example, sunrise will happen first in Kashi and five minutes later in Prayag. In eastern areas like Calcutta, sunrise will happen before Kashi.
In the almanacs published from Kashi, daytime-datetime-start time is written on the basis of Kashi’s latitude-longitude. For now, leave this hassle and make the horoscope and write predictions on the basis of this book.
Shadvargiy Kundali Swayam Banayen Book Publication:
This important book of Shastri Publications is written by Shridhar Shastri. This book is of 104 pages. By reading Shadvargiya Kundli Swyam Banayen, no other Pandit will be able to criticize your Kundli and you will also be able to know this subject.
Where to buy the book Shadvargiy Kundali Swayam Banayen?
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षड्वर्गीय कुंडली स्वयं बनाएँ पुस्तक
षड्वर्गीय कुंडली स्वयं बनाएँ, पुस्तक भारत के रेखांश ८२.३० को मूल आधार मानकर लिखी गयी है। इसी रेखांश के आधार पर सूर्योदय सूर्यास्त दिनमान आदि निकालने की विधि दी गयी है, किन्तु इधर प्रायः काशी के पंचाग से कुंडली बनायी जाती है। अतः नियमानुसार काशी और अपने जन्म नगर के अक्षांश-रेखांश के आधार पर तिथिमान नक्षत्र मान आदि में देशान्तरीय संस्कार करना पड़ता है।
जैसे काशी में सूर्योदय पहले होगा और पाँच मिनट बाद प्रयाग में सूर्योदय होगा। कलकत्ता आदि पूर्वी क्षेत्रों में काशी से पहले सूर्योदय होगा। काशी से प्रकाशित पंचांगों में काशी के अक्षांश-रेखांश के आधार पर दिनमान- तिथिमान-नक्षत्रमान लिखा जाता है। सम्प्रति आप इस जंजाल को छोड़कर इस पुस्तक के आधार पर कुंडली बनाएं और फलादेश लिखें।
षड्वर्गीय कुंडली स्वयं बनाएँ पुस्तक प्रकाशन:
शास्त्री प्रकाशन की यह महत्वपूर्ण पुस्तक जो श्रीधर शास्त्री के द्वारा रचित हैं। यह पुस्तक 104 पृष्ठ की है। षड्वर्गीय कुंडली स्वयं बनाएँ पढने से कोई दूसरा पंडित आपकी कुंडली की आलोचना नहीं कर सकेगा और आप भी इस विषय को जान सकेंगे।
षड्वर्गीय कुंडली स्वयं बनाएँ पुस्तक कहाँ से खरीदे?
षड्वर्गीय कुंडली स्वयं बनाएँ पुस्तक में दी गई सारी जानकारी सटीक व प्रमाणिक हैं। जो भी व्यक्ति इस पुस्तक का लाभ उठाना चाहते है, वह इस पुस्तक को हमारे एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
Shadvargiy Kundali Swayam Banayen Book Details:
Book Prakashan: Shastri Prakashan
Book Author: Shridhar Shastri
Language: Hindi
Weight: 180 gm Approx.
Pages: 104 Pages
Size: “23.5” x “18” x “0.7” cm
Edition: 2018
Shipping: Within 4-5 Days in India
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