Shighra Bodh Book/शीघ्र बोध पुस्तक: This is an important book of astrology, in which information about jyotish shastra is hidden.
Shighra Bodh Book About:
Veda is the treasure of knowledge. According to the sages, Vedang is six – education, art, grammar, Nirukta, Chhand and astrology. Considering the Vedas as a human figure, the grammar has been called as mouth, the Nirukta has been called the Kshatra (ear), the kalp to the hand, the education to the nostrils, the feet of the feet and the astrology is called the eye.
Therefore, it is clear that astrology is an important part of the Vedas, since the eyes are the realization and the realization of all the substances of the universe. Everyone wants the foreseeable of Shubha auspicious. This can happen only when you recognize the speed of time. It is necessary to have knowledge of astrology to recognize the speed of time.
For the best knowledge of astrology, you should study this book called Immediate Perception. The book, Immediate Perception: is not very ancient, this text has been collected in 567 Shlokas in this century. One particular thing in this book is that, various facts of astrology have been collected in one place, so that it can be useful to the public.
Many books in the market are available in the name of quick understanding. But in order to make this book fully useful in a new environment, it has been tried and tried to clarify its subject by giving comments and examples. It is compulsory to study this book for quick knowledge of Falit astrology.
Students of astrology and those wishing to learn it should read this scripture seriously because its study simply makes sense of astrology easy. By reading fast understanding, you will be able to achieve success by taking out a lot of work in daily use and knowing the unknown.
शीघ्र बोध पुस्तक/Shighra Bodh Book
यह एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जिसमें ज्योतिष शास्त्र के बारे में बताया गया है।
शीघ्र बोध पुस्तक के बारे में:
वेद ज्ञान का भंडार है। ऋषियों के अनुसार वेदांग छह है – शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरुक्त, छन्द एवं ज्योतिष। वेद को मानव आकृति मानकर व्याकरण को मुख, निरुक्त को क्षोत्र (कान), कल्प को हाथ, शिक्षा को नासिका, छन्द को पैर और ज्योतिष को नेत्र कहा गया है। अतः स्पष्ट है की ज्योतिष वेद का महत्वपूर्ण अंग है क्योकि नेत्रों से ही जगत के समस्त पदार्थो की प्रतीति और अनुभूति होती है
ज्योतिष में काल की पूर्ण व्याख्या होती है। समय बलवान है और किसी के वश में नही आता है, वह तो निरंतर अपने पद पर चिन्ह छोड़ता जाता है। वस्तुतः ज्योतिष का ज्ञान होना अत्यावश्यक है। प्रत्येक व्यक्ति शुभा शुभ का पूर्वाभास चाहता है। यह तभी हो सकता है, जब आप समय की गति को पहचान लेंगे। समय की गति को पहचानने के लिए ज्योतिष का ज्ञान होना आवश्यक है।
ज्योतिष शास्त्र के सर्वोत्तम ज्ञान के लिए आपको शीघ्र बोध: नामक इस पुस्तक का अध्ययन करना चाहिए। शीघ्र बोध: नामक पुस्तक अत्यंत प्राचीन नही है, यह ग्रन्थ इसी शताब्दी में ५६७ श्लोको में संग्रहित किया हुआ है। इस पुस्तक में एक विशेष बात यह है की इस पुस्तक में एक स्थान पर ज्योतिष के विभिन्न तथ्यों को संग्रहित किया गया है
जिससे यह जन उपयोगी बन सके। बाजार में अनेकानेक पुस्तक शीघ्र बोध: के नाम से उपलब्ध है। लेकिन इस पुस्तक को नए परिवेश में पूर्णतः उपयोगी बनाने के लिए इसमें टिप्पणी और उदाहरण देकर इसके विषय को स्पष्ट करने का पूर्ण प्रयास किया गया है। फलित ज्योतिष का शीघ्रतापूर्वक ज्ञान पाने के लिए इस ग्रन्थ का अध्ययन करना अनिवार्य है।
ज्योतिष के विद्यार्थी एवं उसे सीखने के इच्छुक जनो को चाहिय की इस ग्रन्थ को गंभीरता से पढ़े क्योकि इसके अध्ययन से ज्योतिष का बोध सरलता से हो जाता है। शीघ्र बोध: को पढ़कर आप दैनिक प्रयोग में आने वाले अनेकानेक कार्य के मुहूर्त निकालकर एवं अज्ञात को जानकर सफलता पा सकने में समर्थ हो सकेंगे।
Shighra Bodh Book Details:
Book Publisher: Randhir Prakashan
Book Author: Dr. Umeshpuri ‘Gyaneshwar’
Language: Hindi
Weight: 159 gm Approx.
Pages: 166 Pages
Size: “18” x “12” x “1” cm
Edition: 2013
Shipping: Within 4-5 Days in India
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Ankush –
very important book, i like this book