Varshfal Vichar Book/वर्षफल विचार पुस्तक : Varshfal Vichar Book is an important book of astrology, in which information about astrology is hidden.
Varshfal Vichar Book About:
The auspicious result of whole life is known from the horoscope while the Varshfal is said to be the analysis of subtle result of the whole year. After achieving the knowledge of the Varshfal of the year, you will be able to bring it into practice, and the auspicious result of the year will be able to achieve good success, progress and Kudos.
How many days is there in a year its well-know, that is three hundred and sixty-five days. According to the Solar Principle, the sun comes in its former state after 365.2587565 days, from which it travels for excursion. In this way it is the time of journey of the Sun, in which it travels across the entire zodiac.
The yearly horoscope is first made to know the Varshfal. For making horoscope, birth year, birth date, birth place or birth horoscope and the effect of Sun sunlight and festivity are required during birth chart. Year Horoscope Year is made at the time of admission. The foresight of the birth of the sun when it comes in the same situation next year is called the time of entry.
From the Yearly horoscope Varshfal of the year is determined; it is also explained in this book the way of knowing. Similarly, by knowing the time of monthly entry, monthly horoscope is determined and by monthly horoscope one can find monthly and daily functions.
‘Varshfal method’ is the contribution of Tajik science. The propagation of this scripture has come from the contact of Yavans in India. They did this because they did not take the long and complicated process of horoscope, then they encouraged the Varshfal method. Tajik refers to Horse and it is believed that by this method horses speed result can be known.
Like the horoscope, the yearly Kundali also considers fruit. In order to give information about both the mathematical and the result, in order to give the year horoscope to year horoscope, this book has been explained with a simplified example in the book ‘The yearly thought’ of the science of Tajik science. The more you practice this knowledge, the more useful and useful you will find.
वर्षफल विचार पुस्तक/Varshfal Vichar Book
वर्षफल विचार, एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जिसमें ज्योतिष शास्त्र के बारे में जानकारी दी गई है।
पुस्तक के बारे में..
जन्म कुंडली से सम्पूर्ण जीवन का शुभाशुभ फल जाना जाता है जबकि वर्ष कुंडली से सम्पूर्ण वर्ष का सूक्ष्म फल विचारा जाता है। वर्षफल विचार के ज्ञान को प्राप्त करके इसे व्यवहार में लायेंगे तो वर्ष भर का शुभाशुभ फल जानकर सफलता, उन्नति और यश की प्राप्ति कर सकेंगे। एक वर्ष में कितने दिन होते हैं। यह तो अच्छी तरह जानते है-तीन सौ पैसठ।
सूर्य सिद्धान्त के अनुसार सूर्य 365.2587565 दिन में अपनी पूर्व स्थिति में आ जाता है जहां से वह भ्रमण के लिए चलता है। इस प्रकार यह कालमान सूर्य का भ्रमण समय ही है जिसमें वह पूर्ण राशिचक्र की यात्रा करता है। वर्षफल जानने के लिए सर्वप्रथम वर्षकुंडली बनाई जाती है।
वर्ष कुंडली बनाने के लिए जन्मसमय, जन्मतिथि, जन्म स्थान या जन्म कुंडली और जन्म कालीन इष्ट सूर्य स्पष्ट एवं इष्टकाल की आवश्यकता पडती है। वर्ष कुंडली वर्ष प्रवेश के समय पर बनाई जाती है। जन्म का इष्टकालीन सूर्य जिस समय अगले वर्ष उसी स्थिति में आता है, उसे वर्ष प्रवेश का समय कहते हैं।
वर्ष कुंडली से वर्षफल ज्ञात किया जाता है जिसको जानने का तरीका भी समझाया गया है। इसी प्रकार मास प्रवेश का समय ज्ञात करके मास कुंडली और दिन कुंडली भी बनाकर मासिक और दैनिक फलादेश भी ज्ञात कर सकते हैं। वर्षफल-पद्धति’ ताजिक शास्त्र की देन है। इस शास्त्र का प्रचार भारत में यवनों के संपर्क से हुआ है।
यह सब उन्होंने इसलिए किया क्योंकि उनको जन्मपत्री की लम्बी और जटिल प्रक्रिया नहीं भायी तो उन्होंने वर्षफल-पद्धति को प्रश्रय दिया? ताजिक से तात्पर्य अश्व से है और यह माना जाता है कि इस पद्धति द्वारा अश्व तुल्य गति सदृश फल ज्ञात किया जा सकता है। जन्मकुंडली की तरह ही वर्षकुंडली द्वारा भी फल विचारते हैं।
वर्ष कुंडली द्वारा वर्षफल विचारने के लिए गणित और फलित दोनों की प्रमाणिक, जानकारी देने के लिए इस पुस्तक में ताजिक शास्त्र की पद्धति ‘वर्षफल विचार’ के रहस्य को सरल ढंग से उदाहरण सहित समझाया गया है। इस ज्ञान को जितना व्यवहार में लायेंगे उतना सार्थक और उपयोगी पायेंगे।
Varshfal Vichar Book Details:
Book Publisher: Randhir Prakashan
Book Author: Dr. Umeshpuri ‘Gyaneshwar’
Language: Hindi
Weight: 328 gm Approx.
Pages: 224 Pages
Size: “22” x “14” x “1.5” cm
Edition: 2002
Shipping: Within 4-5 Days in India
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hemant singh –
nice yearly prediction