Alsi Book (अलसी पुस्तक): is an important book, the Alsi Book is not readily available; this book is written by Dr. Rajkumari Gupta Ji, and published by, Popular Book Depot, Jaipur, there are 63 pages in this book.
Alsi Book Content List:
According to the subject lists in the Alsi book- the useful part of linseed, method of consumption of linseed. Benefits of linseed, dishes of linseed, summary is explain in detail, which is an important part of the Alsi Book.
Alsi Book Description:
Linseed is the vegetable of the oilseed class. Often, in all the countries it is produce in far more quantities. It is a multilayered oilseed and plant fertile crop of the winter season. It is sown with wheat crop in Rabi season. The lassy therapeutic utility is described in our many codes such as Charak Samhita, Sushruta Samhita, Ashtanga Collection. Along with Ayurveda, other medical practices such as Unani medicine and natural medicine also refer to linseed and its therapeutic properties and significance are described in detail.
On the fifth day during the Navaratri festival from the religious point of view, the sacramental mother we worship is actually a linseed. Prasad, made of linseed, is distributed in the worship of them and this is also done for them. Our ancestor is familiar with its importance since time immemorial and it has been cultivated in the world since ancient times. Even today, it is cultivated in many countries of the world, such as Canada, Egypt, France, India, Russia and the United States.- Alsi pushtak.
Alsi Book Benefits:
Reading this Alsi Book gives important information about linseed seed.
By reading the Alsi Book you can understand the importance of linseed seeds.
अलसी पुस्तक/Alsi Book
यह अलसी एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, अलसी पुस्तक आसानी से उपलब्ध नहीं होती, यह पुस्तक डॉ. राजकुमारी गुप्ता जी के द्वारा लिखी हुई है, इस अलसी पुस्तक को पापुलर बुक डिपो प्रकाशन, जयपुर, ने प्रकाशित किया है, इस पुस्तक में 63 पृष्ठ(पेज) है।
अलसी पुस्तक की विषय सूचि:
इस पुस्तक में विषय सूचि अनुसार- अलसी, अलसी के उपयोगी भाग, अलसी सेवन करने की विधि, अलसी के लाभ, अलसी के व्यंजन, सारांश के बारे में विस्तार रूप से बताया गया है, जोकि अलसी पुस्तक के महत्वपूर्ण अंग है।
अलसी पुस्तक/Alsi Book का विवरण:
अलसी तिलहन वर्ग की वनस्पति है। प्राय: समस्त देश में यह कहीं ज्यादा व कहीं कम मात्रा में पैदा होती है। यह सर्दी के मौसम की एक बहुद्देशीय तिलहनी एवं पादप रेशे वाली फसल है। इसे गेहूं के साथ बोते है। अलसी चिकित्सीय उपयोगिता हमारी कई संहिताओं जैसे-चरक संहिता, सुश्रुत संहिता, अष्टांग संग्रह में वर्णित है। आयुर्वेद के साथ साथ अन्य चिकित्सा पद्धतियों जैसे यूनानी चिकित्सा एवं प्राक्रतिक चिकित्सा में भी अलसी का उल्लेख मिलता है तथा इसके चिकित्सीय गुणों एवं महत्वों का विस्तार से वर्णन किया गया है।
धार्मिक दृष्टिकोण से नवरात्रि पर्व के दौरान पांचवे दिन हम जिस स्कन्द माता की पूजा करते है वह वास्तव में अलसी ही है। इनकी पूजा में अलसी से निर्मित प्रसाद का वितरण किया जाता है और इसी से उनकी पूजा भी की जाती है। आदिकाल से हमारे पूर्वज इसके महत्व से परिचित है तथा आदिकाल से ही विश्व में इसकी खेती होती आई है। आज भी विश्व के कई देशों जैसे कनाडा, मिश्र, फ्रांस, भारत, रूस, अमेरिका में इसकी खेती होती है।- Alsi pushtak.
अलसी पुस्तक के लाभ:
इस पुस्तक को पढ़ने से अलसी बीज के बारे में महत्वपूर्ण जानकरी मिलती है।
अलसी पुस्तक को पढ़कर आप अलसी बीज के महत्व को समझ सकते है
Alsi Book Details:
Book Publisher: Popular Prakashan
Book Author: Dr. Rajkumari Gupta
Language: Hindi
Weight: 0.112 gm Approx.
Pages: 63 Pages
Size: “21” x “14” x “1” cm
Shipping: Within 4-5 Days in India
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kk singh –
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