Gomata Dwara Upchar Book (गोमाता द्वारा उपचार पुस्तक): It is an important book, Gomata Dwara Upchar Book is not easily available. This book is written by Dr. Bhimrao Mudrevaar Ji, The Gomata Dwara Upchar Book is published by Kalyan Medical Publication, Jaipur, This book has 142 pages.
Gomata Dwara Upchar Book Content list:
According to the content list of the book, the contents are duly express in a simple language for the convenience of the readers. The matters are mention here under. Gomata like Kamadhenu, Kalpavriksha, Sastang Dandavat and Vandana, cow urine is a divine healing medicine. Causes and treatment of diseases, cow urine treatment on human and animal diseases, cow urine system and its uses. Cow milk Treatment on human and animal colors, treatment of human and animal diseases by cow’s ghee.
Diseases of medicines prepare from Panchagavya according to the usage, use of cow urine for farming and pickling diseases. The meaning of the classical words of the book, industry-system base on bovine, Nedep compost manure. Use of Panchagavya on animal diseases, Panchagavya and flora for human health. The use of, some suitable substances for domestic things farming, which is an important part of the Book.
Gomata Dwara Upchar Book Description:
Considering the past, practice of treatment for humans and animals, it comes to mind that there was no allopathic treatment in those days. At that time other treatment methods were used and treatment also had an effect. So by practicing these methods, they should be made more effective by developing them. It is necessary to pay more attention to home remedies if affordable, easy to get at home and other bad results are not need. There are many methods among them- natural cure, Vanaushadhi, acupressure, acupuncture, magnetic therapy. Cow therapy means things like cow, such as cow urine, cow milk butter, ghee, panchagavya and easily treat incurable diseases. It is possible to do.
Gomata Dwara Upchar Book Benefits:
By reading Gomata Dwara Upchar Book, you can understand the causes and treatment of diseases.
You can understand the importance of the method of using cow urine from the Book.
गोमाता द्वारा उपचार पुस्तक/Gomata Dwara Upchar Book
यह गोमाता द्वारा उपचार एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, यह पुस्तक आसानी से उपलब्ध नहीं होती, यह पुस्तक डॉ. भीमराव मद्रेवार जी द्वारा लिखी हुई है, इस गोमाता द्वारा उपचार पुस्तक को कल्याण चिकित्सा प्रकाशन, जयपुर, ने प्रकाशित किया है, इस पुस्तक में 142 पृष्ठ(पेज) है।
गोमाता द्वारा उपचार पुस्तक (Gomata Dwara Upchar Book) की विषय सूचि:
इस पुस्तक में विषय सूचि अनुसार – कामधेनु, कल्पवृक्ष जैसी गोमाता को साष्टांग दण्डवत् और वंदना, गाय का गोमूत्र एक दिव्य आरोग्यदायी औषधी रसायन, रोगों के कारण तथा उपचार पद्धति, गोमूत्र का मनुष्य तथा पशुओं के रोगों पर उपचार, गोमूत्र से औषधी बनाने की पद्धतियां तथा उसके उपयोग, गाय के दूध द्वारा मानव तथा जानवरों के रंगों पर उपचार, गाय के घी द्वारा मानव तथा जानवरों के रोगों पर उपचार, पंचगव्य से तैयार की हुई औषधियों का रोगों के अनुसार उपयोग, गोमूत्र का खेती के लिये व पिकों के रोगों पर उपयोग, पुस्तक के शास्त्रीय शब्दों के अर्थ, गोवंश पर आधारित उद्योग-व्यवस्था, नेडेप कम्पोस्ट खाद, जानवरों के रोगों पर पंचगव्य का उपयोग, मानव के स्वास्थ्य के लिए पंचगव्य और वनस्पति का उपयोग, घरेलू चीजों से खेती के लिये कुछ उपयुक्त पदार्थ, जोकि गोमाता द्वारा उपचार पुस्तक के महत्वपूर्ण अंग है।
गोमाता द्वारा उपचार पुस्तक का विवरण:
भूतकाल का विचार करने पर मनुष्य तथा जानवरों कर लिये उपचार का अभ्यास करने पर यह ध्यान में आता है कि उन दिनों एलोपैथिक उपचार नहीं था। उस समय अन्य उपचार पद्धतियों का प्रयोग होता था और इलाज का असर भी होता था, इसलिये इन पद्धतियों का अभ्यास करके उसका और भी विकास कार उन्हें प्रभावशाली बनाना चाहिये। उसके लिए सस्ती, घर में आसानी से मिलने वाली और अन्य बुरा परिणाम न करने वाली यदि उपचार पद्धति चाहिये to घरेलू उपचारों की और ध्यान देना जरूरी है। इनमें भी कई पद्धतियां हैं- निसर्गोपचार, वनौषधी, एक्यूप्रेशर, एक्यूपंक्चर, चुम्बकीय चिकित्सा, काऊ थेरेपी यानि गाय से मिलने वाली चीजें जैसे-गोमूत्र, गोदूध, गाय की छाछ, घी, पंचगव्य का प्रयोग कर साध्य तथा असाध्य रोगों का सरल रूप से इलाज करना सम्भव है।
गोमाता द्वारा उपचार पुस्तक के लाभ:
इस पुस्तक को पढ़ने से आप रोगों के कारण व उनके उपचार को समझ सकते है।
गोमाता द्वारा उपचार पुस्तक से आप गोमूत्र प्रयोग करने की विधि के महत्त्व को समझ सकते है।
Ghar Ka Vaidy-Neem Book Details:
Book Publisher: Kalyan Publications
Book Author: Dr. Bhimrao Mudrevaar
Language: Hindi
Weight: 0.137 gm Approx.
Pages: 142 Pages Gomata Dwara Upchar Book
Size: “22” x “14” x “1” cm
Edition: 2014
Shipping: Within 4-5 Days in India
Shop: Books | Yantra | Rosary | Rudraksha | Gemstones | Rings | Kavach | Lucky Charms | Online Puja | Puja Items | Gutika | Pyramids | FengShui | Herbs | View All
Reviews
Clear filtersThere are no reviews yet.