Nirogi Jeevan Book (निरोगी जीवन पुस्तक): It is an important book, Nirogi Jeevan Book is not easily available. This book is written by Dr. Ashok Gupta Ji, this Nirogi Jeevan book has been published by Amit Pocket Books, Jalandhar, in this book there are 400 Pages.
Nirogi Jeevan Book Content List:
According to the content list of the Nirogi Jeevan Book, the contents of the book Nirogi Jeevan are duly express in a simple language for the convenience of the readers. The matters are mention here under. Why are we unhealthy and patient ? Health and healthy body requirements, body composition, food for health care, key food elements, calories require by the body, losses from overeating, what to eat and why?
Treatment by gooseberry, treatment by Grapes, treatment by Pomegranate, treatment by Figs, treatment by Bitter Gourd, treatment by Carrot, treatment by Spinach, treatment by onion. Treatment by Petha, Treatment by Almonds, Treatment by Cashew, Treatment by Pistachio, Treatment by Peanuts, Treatment by Wheat. Constipation, Indigestion, Diarrhea, Indigestion, Vomiting, Gas, Serial, Colic. Hiccups, Colds, Colds, Whooping Cough, Hemorrhage, backache, jaundice, sunburn, navel sagging, white spot is explained in detail. Which is an important part of the Book.
Nirogi Jeevan Book Description:
Health is an essential requirement of a person and is the first step to personality formation. In this mortal world, there is no happiness other than being healthy. A scholar has said, Dharma, Kama, Moksha, Earth is the root of these four substances. Those who are pious, consider the body as the main means of religion. There is no doubt in this that there can be no work of this world and hereafter without health. If the body is not healthy and life is not healthy, then the mind is not engage in any work. The heart and mind does not work, the lust is lost, because a patient does not like anything. Whatever happiness there is in wealth, son and woman etc. Without health everything seems dull and meaningless. A person who recognizes his importance in this world, he is able to reach Narayan from human being.
Nirogi Jeevan Book Benefits:
Reading the Nirogi Jeevan Book provides important information about disease treatment.
You can learn Ayurvedic treatment of diseases by reading the Nirogi Jeevan Book.
You can keep your health well by reading the Nirogi Jeevan Book.
निरोगी जीवन पुस्तक/Nirogi Jeevan Book
यह निरोगी जीवन एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, निरोगी जीवन पुस्तक आसानी से उपलब्ध नहीं होती, यह पुस्तक डॉ. अशोक गुप्ता जी के द्वारा लिखी हुई है, इस निरोगी जीवन पुस्तक को अमित पॉकेट बुक्स, जालन्धर, ने प्रकाशित किया है, इस पुस्तक में 400 पृष्ठ(पेज) है।
निरोगी जीवन पुस्तक की विषय सूचि:
इस पुस्तक में विषय सूचि अनुसार- हम अस्वस्थ और रोगी क्यों है?, स्वस्थ तथा निरोग शरीर की आवश्यकताएं, शरीर के रचनात्मक घटक, स्वास्थ्य रक्षा के लिए भोजन, भोजन से मिलने वाले प्रमुख तत्व, शरीर के लिए कैलोरी की आवश्यकता, अधिक भोजन से हानियाँ, क्या खाएं और क्यों? आंवला द्वारा चिकित्सा, अंगूर द्वारा चिकित्सा, अनार द्वारा चिकित्सा, अंजीर द्वारा चिकित्सा, करेला द्वारा चिकित्सा, गाजर द्वारा चिकित्सा, पालक द्वारा चिकित्सा, प्याज द्वारा चिकित्सा, पेठा द्वारा चिकित्सा, बादाम द्वारा चिकित्सा, काजू द्वारा चिकित्सा, पिस्ता द्वारा चिकित्सा, मूंगफली द्वारा चिकित्सा, गेहूं द्वारा चिकित्सा, कब्ज, अपच, दस्त, अजीर्ण, उलटी, गैस, क्रमि, पेट का दर्द, हिचकी, सर्दी, जुकाम, काली खांसी, नकसीर, कमर का दर्द, पीलिया, लू लगना, नाभि टलना, सफेद दाग के बारे में विस्तार रूप से बताया गया है, जोकि निरोगी जीवन पुस्तक के महत्वपूर्ण अंग है।
निरोगी जीवन पुस्तक का विवरण:
स्वास्थ्य व्यक्ति की अनिवार्य अपेक्षा है और व्यक्तित्व निर्माण का प्रथम सोपान है। इस नश्वर संसार में निरोग रहने के बराबर, दूसरा कोई सुख नहीं है। एक विद्वान ने कहा है, धर्म, काम, मोक्ष, अर्थ इन चारों पदार्थो की जड़ निरोगता है। जो लोग धर्मपरायण है, वे शरीर को ही धर्म आदि का मुख्य साधन समझते है। इसमें तनिक भी संदेह नहीं है कि बिना निरोगता के इस लोक और परलोक का कोई कार्य नहीं हो सकता।
शरीर स्वस्थ न हो और जीवन निरोगी न हो, तो किसी भी कार्य में मन नहीं लगता, दिलों दिमाग काम नहीं करता, विषय-वासना सब व्यर्थ हो जाती है, क्योंकि एक रोगी को कुछ भी अच्छा नहीं लगता। धन, पुत्र और स्त्री आदि जितने भी सुख है, स्वास्थ्य के बिना सब कुछ फीके और व्यर्थ प्रतीत होते है। जो व्यक्ति इस संसार में अपने महत्व को पहचान जाता है, वो नर से नारायण तक पहुँचने में समर्थ हो जाता है।
निरोगी जीवन पुस्तक के लाभ:
निरोगी जीवन पुस्तक को पढ़ने से रोग उपचार के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है।
इस पुस्तक को पढ़कर आप रोगों के आयुर्वेदिक उपचार जान सकते है।
निरोगी जीवन पुस्तक पढ़कर आप अपने स्वास्थ्य को ठीक रख सकते है।
Nirogi Jeevan Book Details:
Book Publisher: Amit Prakashan
Book Author: Dr. Ashok Gupta
Language: Hindi
Weight: 0.392 gm Approx.
Pages: 400 Pages
Size: “22” x “14” x “2” cm
Shipping: Within 4-5 Days in India
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