Chamatkari Mahima Sadhana Book/चमत्कारी महिमा-साधना पुस्तक : Chamatkari Om Mahima Aivam Sadhana Book is an important book, in which information about om mahima is hidden.
About Chamatkari Om Mahima Aivam Sadhana Book:
In our ancient texts, there are very detailed descriptions of the “omkar”, and in its glory there are many gesture gems filled. Om is the best, most accomplished and powerful name of God. It is such a seed mantra which has absorbed the entire universe itself. It is believed that it was originally created before the creation of the universe. Some scholars have considered Omkar as the power of all the Mantras. In the expansion of the Gayatri Mantra, the first “Oum” was born, from “Oum” three things were created, “Then one each expansion of Gayatri was done in three stages. -Chamatkari Om Mahima Aivam Sadhana Book.
“Oum Mantra is embellished with the titles of Mantra, Mantra Shiromani, Mantra Emperor and Seed Mantra etc. It is also given the title of the highest, greatest and sacred mantra. There is great importance in our life. This is the protector of our lives. The smaller it appears, the more effective it is. This is called the world cosmic microprocessor. The most recognizable in the book, Granth Rigved of Mantras has been given to this one “Oum”. – Chamatkari Om Mahima Aivam Sadhana Book.
Omkar Mahamantra is the provider of Sidhdhi and Shakti. The conch shell of the temples is similar to the sound. This “Omkar” is similar to the spiritual practice of “Soham”. In Soham, Omkar is hidden in the form of seed. The meaning of Mantra Shastra is Pranav: Setu is that through the Pranav Rupi Setu, the mantra Ocean can be easily overcome. The “Omkar” is a symbol of brahmaleen, capable of reaching the state of Samadhi and liberation and scientific symbols of miracles. -Chamatkari Om Mahima Aivam Sadhana Book.
The Sadhana of Omkar, worship, meditation and chanting of the OM are all beneficial. The mind remains pure by meditating on it. Sufferers are prevented. It keeps the mind pure. By chanting “OM”, the fulfillment of God-visit, spiritual consciousness, the realization of Brahma and cosmic wishes is fulfilled. Its cultivation provides energy, power and divinity to the seeker. For worldly humans, there is no other superior and simple spiritual practice for material and spiritual upliftment. -Chamatkari Om Mahima Aivam Sadhana Book.
If we use ‘Om’ in place of ‘Namaste’ then our life will be very beautiful and smoothly benefited.
चमत्कारी महिमा-साधना पुस्तक/Chamatkari Om Mahima Aivam Sadhana Book
चमत्कारी ॐ महिमा एवं साधना, यह एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जिसमे तंत्र शास्त्र के बारे में बताया गया है।
चमत्कारी महिमा-साधना पुस्तक के बारे में..
ॐकार के विषय में हमारे प्राचीन ग्रन्थों में बहुत विशद विवरण मिलता है और इसकी महिमा में अनेक ग्रन्थ रत्न भरे पड़े हैं। ओउम् ईश्वर का सर्वश्रेष्ठ, सर्वाधिक सम्पन्न एवं शक्तिशाली नाम हैं। यह एक ऐसा बीज मंत्र है, जो अखिल ब्रह्माण्ड को स्वयं समाहित किये है। ऐसा माना जाता है कि सृष्टि की रचना से पूर्व ही इसकी उत्पत्ति हो चुकी थी। कुछ विद्वानों ने ओंकार को ही सभी मंत्रो की शक्ति माना है। गायत्री मंत्र के विस्तार में प्रथम “ॐ“ की उत्पत्ति हुई, “ॐ” से तीन व्याहतियाँ बनीं फिर एक-एक का विस्तार गायत्री के तीन चरणों में हो गया। -Chamatkari Om Mahima Aivam Sadhana Book.
ॐ मन्त्र को मंत्रराज, मंत्र शिरोमणि, मंत्र सम्राट और बीज मंत्र आदि उपाधियों से अलंकृत किया जाता है। इसे श्रेष्ठतम, महानतम और पवित्रतम मंत्र की संज्ञा भी दी जाती है। ॐ का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। यह हमारे जीवन का रक्षक है। यह जितना लघु प्रतीत होता है, उतना अधिक प्रभावशाली है। इसे विश्व ब्रह्माण्ड सूक्ष्म प्रतिरूप कहा जाता है। मंत्रों के आदि ग्रन्थ ऋग्वेद में सर्वाधिक मान्यता इसी “ॐ” को दी गई है। -Chamatkari Om Mahima Aivam Sadhana Book.
ओंकार महामंत्र सिद्धि और शक्तिदाता है। मन्दिरों की शंख ध्वनि भी ॐ के ही सदृश्य है। इस “ॐकार” की साधना के समतुल्य ही “सोहम्” साधना है। सोहम् में बीज रूप में ओंकार छिपा हुआ है। मंत्र शास्त्र की उक्ति ‘मंत्रणा प्रणव: सेतु’ का आशय यही है कि प्रणव रूपी सेतु के द्वारा मंत्र महासागर को सरलता से पार किया जा सकता है। ॐकार ब्रह्मलीनता का बोधक, समाधि एवं मुक्ति की अवस्था में पहुँचाने में समर्थ एवं वैज्ञानिक चमत्कारों का प्रतीक है। ॐकार की साधना, उपासना, चिंतन मनन और जप सब कुछ कल्याणकारी है। इसका ध्यान करने से आत्मा शुद्ध रहती है। दुःखों का निवारण होता है। ॐ मन को शुद्ध रखता है। “ॐ” का जप करने से देव-दर्शन, आध्यात्मिक चेतना, ब्रह्मा की प्राप्ति तथा लौकिक कामनाओं की पूर्ति होती है। इसकी साधना साधक को ऊर्जा, क्षमता और दिव्यता प्रदान करती है। सांसारिक मनुष्यों के लिए भौतिक और आध्यात्मिक उत्थान के लिए कोई भी दूसरी श्रेष्ठ व सरल साधना नहीं है। -Chamatkari Om Mahima Aivam Sadhana Book.
यदि हम ‘नमस्ते’ के स्थान पर ‘ॐ’ का प्रयोग करें तो हमारा जीवन अत्यधिक सुंदर और सुचारू रूप से लाभान्वित होगा।
Chamatkari Om Mahima Aivm Sadhana Book Details:
Book Publisher: Randhir Prakashan
Book Author: Prakash Nath Shastri
Language: Hindi
Weight: 109 gm Approx.
Pages: 126 Pages
Size: “22” x “14” x “1” cm
Edition: 2012
Shipping: Within 4-5 Days in India
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Sahil –
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