Durga Sadhana Book
Durga Sadhana Book (दुर्गा साधना पुस्तक): In Sanatan culture, the worship or devotion of Shakti has been prevalent since the Vedic period. No deity is complete without their power, meaning the goddess. Even after the Vedic period, there is a history of goddess worship in the Puranic era, and currently, the same form of worship seekers most commonly practice.
Under goddess Sadhana, the worship of Navadurga and Das Mahavidya seekers is primarily conducted. Navadurga includes the nine forms of Maa Durga and, under Das Mahavidya, the worship of the ten different forms of the goddess the seekers perform.
The primary scripture for Shakti worship is Durga Saptashati, which is from the Markandeya Purana. Over the past thousand years, the Durga Saptashati scripture has undergone various expansions by numerous tantra traditions. Many types of sadhanas (spiritual practices) for Shakti are within it.
The earliest mention of Shakti Sadhana is available in Maa Durga. According to the Durga Saptashati, Maa Durga manifested from the fragments of all the deities. In India, among the major centers of Shakti worship, known as Shakti Peeths, the worship of the Durga, people primarily practiced under the goddess Sadhana.
Publisher and Writer of the Durga Sadhana Book:
Nirogi Duniya Prakashan has published it, written by Sudhakar Purohit.
Where to buy Durga Sadhna book?
The Durga Sadhana Book contains accurate and authentic information. Although, anyone who wants to take advantage of this book can order it online from our Astro Mantra store.
दुर्गा साधना पुस्तक
सनातन संस्कृति में शक्ति उपासाना या आराधना वैदिक काल से ही प्रचलन में रही है। कोई देवता अपनी शक्ति अर्थात् देवी के बिना अधूरा है। वैदिक काल के बाद पौराणिक काल में भी देवी आराधना का इतिहास है और वर्तमान में अधिकांशतः वही स्वरूप प्रचलन में है। देवी साधना के अन्तर्गत नवदुर्गा एवं दशमहाविद्या की साधना प्रमुख रूप से की जाती है। नवदुर्गा के अन्तर्गत माँ दुर्गा के नौ रूप तथा दशमहाविद्या के अन्तर्गत देवी के दस अलग- अलग स्वरूपों की आराधना होती है।
शक्ति उपासना का प्रमुख ग्रन्थ दुर्गासप्तशती माना जाता है, जो मार्कण्डेय पुराण से उद्धृत है। पिछले सहस्र से अधिक वर्षों में दुर्गासप्तशती ग्रन्थ का अनेक तंत्र परम्पराओं के अनुसार भिन्न-भिन्न विस्तार हुआ है। शक्ति की अनेक प्रकार की साधनायें इनमें उल्लिखित हैं।
शक्ति साधना के अन्तर्गत सबसे प्राचीन उल्लेख माँ दुर्गा का मिलता है। दुर्गासप्तशती के अनुसार माँ दुर्गा का प्राकट्य समस्त देवी-देवताओं के अंशों से हुआ है। भारत में शक्ति उपासना के प्रमुख केन्द्रों में, जो शक्तिपीठ के नाम से भी जाने जाते हैं, वहाँ देवी साधना के अन्तर्गत मेँ दुर्गा की उपासना ही प्रमुख रूप से होती है।
दुर्गा साधना पुस्तक के प्रकाशक और लेखक:
निरोगी दुनिया प्रकाशन ने इस पुस्तक को प्रकाशित और लेखक सुधाकर पुरोहित है ।
दुर्गा साधना पुस्तक कहाँ से खरीदें?
दुर्गा साधना पुस्तक में सटीक और प्रामाणिक जानकारी है। हालाँकि, जो कोई भी इस पुस्तक का लाभ उठाना चाहता है, वह इसे हमारे एस्ट्रो मंत्रा स्टोर से ऑनलाइन मंगवा सकते है।
Durga Sadhana Book Details:
Book Publisher: Nirogi Duniya Prakashan
Book Author: Sudhakar Purohit
Language: Hindi
Weight: 157 gm Approx.
Pages: 112 Pages
Size: “21.5” x “14” x “1” cm
ISBN No: 978-93-85151-75-0
Edition: 2024
Shipping: Within 4-5 Days in India
Shop: Books | Yantra | Rosary | Rudraksha | Gemstones | Rings | Kavach | Lucky Charms | Online Puja | Puja Items | Gutika | Pyramids | FengShui | Herbs | View All
Reviews
Clear filtersThere are no reviews yet.