Ganesh Chaturthi Vrat-Kathayen Book/गणेश चतुर्थी व्रत-कथाएं पुस्तक: Ganesh Chaturthi Vrat Kathayen Book is an important book, in which information about vrat kathayen.
Ganesh Chaturthi Vrat-Kathayen Book About :
The description of the stories of Lord Shree Ganesh is found in many texts. Shree Ganesh has many pastimes like this, which are similar to the Leela of Krishna. These leela are found in Mudgalpuran, Ganeshpuran, Shivpuran and Brahmavyarta Purana. One such story is the Ganesh Chaturthi Vrat Katha which is read on the day of Ganesh Chaturthi. Ganesh is the god of progress, prosperity and welfare. -Ganesh Chaturthi Vrat-Kathayen Book.
Where there is a worship of Lord Ganesh, worship of Ridhdhi-Sidhdhi and auspiciousness resides. In such a place there are no incidents of misery. Therefore Ganesh ji is worshiped in every house. People keep a statue and picture of Ganesh in their homes. According to Vastu Shastra, the house or house of Ganesh on the main door of the house is the advancement of people living in that house. -Ganesh Chaturthi Vrat-Kathayen Book.
Performing Chaturthi lent, all troubles and distractions are removed. The coincidence of Chaturthi is very auspicious and accomplished in the worship of Ganesh. The Chaturthi lent if performed properly, Sri Ganesh is immediately pleased. Fasting of Chaturthi attains complete virtue of fast. – Ganesh Chaturthi Vrat-Kathayen Book
गणेश चतुर्थी व्रत-कथाएं पुस्तक/Ganesh Chaturthi Vrat-Kathayen Book
गणेश चतुर्थी की व्रत कथाएं, यह एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जिसमें व्रत कथाएं के बारे में बताया गया है।
गणेश चतुर्थी व्रत-कथाएं पुस्तक के बारे में:
भगवान श्रीगणेश की कथाओं का वर्णन अनेक ग्रंथों में मिलता है। श्रीगणेश ने कई लीलाएं ऐसी की हैं, जो कृष्ण की लीलाओं से मिलती-जुलती हैं। इन लीलाओं का वर्णन मुद्गलपुराण, गणेशपुराण, शिवपुराण और ब्रह्मवैवर्त पुराण में मिलता है। ऐसी ही एक कथा गणेश चतुर्थी व्रत कथा है जो गणेश चतुर्थी के दिन पढ़ी जाती है। गणेश जी उन्नति, खुशहाली और मंगलकारी के देवता हैं। जहां पर गणेश जी की नित पूजा अर्चना होती है वहां पर रिद्घि-सिद्घि और शुभ-लाभ का वास होता है। ऐसे स्थान पर अमंगलकारी घटनाएं और दुख दरिद्रता नहीं आती हैं। इसलिए गणेश जी की पूजा हर घर में होती है। लोग अपने घरों में गणेश जी की मूर्ति और तस्वीर लगाकर रखते हैं। वास्तुविज्ञान के अनुसार, जिस घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी की प्रतिमा या तस्वीर होती हैं उस घर में रहने वाले लोगों की उन्नति होती है। – Ganesh Chaturthi Vrat-Kathayen Book.
चतुर्थी व्रत से सभी संकट-विघ्न दूर होते हैं। चतुर्थी का संयोग गणेश जी की उपासना में अत्यंत शुभ एवं सिद्धिदायक होता है। चतुर्थी का माहात्म्य यह है कि इस दिन विधिवत् व्रत करने से श्रीगणेश तत्काल प्रसन्न हो जाते हैं। चतुर्थी का व्रत विधिवत करने से व्रत का सम्पूर्ण पुण्य प्राप्त हो जाता है। -Ganesh Chaturthi Vrat-Kathayen Book.
Ganesh Chaturthi Vrat Kathayen Book Details:
Book Publisher: Randhir Publications
Language: Hindi
Pages: 121 Pages Book
Size: “22” x “14” x “1” cm
Weight: 167 gm Approx
Shipping: Within 4-5 Days in India
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