Hanuman Jeevan Charitra Book/हनुमान जीवन चरित्र पुस्तक : Hanuman Jeevan Charitra Book is an important book, in which information about hanuman jeevan.
Hanuman Jeevan Charitra Book About :
Mahavir Hanuman is called the 11th Rudra Avatar of Lord Shiva and he is the exclusive devotee of Lord Shri Ram. Hanuman ji took birth in the monkey caste. His mother’s name is Anjana (Anjani) and father is Vanaraj Kesari. For this reason, they are called by names such as Anjaneya and Kesarinandan etc. According to the second accreditation, Hanuman ji is also called Pawan’s Son. -Hanuman Jeevan Charitra Book.
There are many interesting incidents of Hanuman ji’s life (Hanuman Jeevan Charitra Pushtak), which inspires life. Today, in this article we know about some interesting things about why Hanuman ji likes vermilion. Why women should not worship Hanuman ji? At the same time, they will also know that what kid Maruti did by which he was named Hanuman. Hanuman has given equal status to every woman. This is the reason that no woman can bow before him praying in front of himself, but he submits himself to female power. If women want, they can offer lamp in the service of Hanuman ji. Hanuman ji can be praised, can be offered gifts to Hanuman ji. But 16 treatments, which come in the form of main baths, garments, oblation, is not accepted by Hanuman ji through any woman. -Hanuman Jeevan Charitra Book.
हनुमान जीवन चरित्र पुस्तक/Hanuman Jeevan Charitra Book
हनुमान जीवन चरित्र, यह एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जिसमें हनुमान जी के बारे में बताया गया हैं।
हनुमान जीवन चरित्र पुस्तक के बारे में:
महावीर हनुमान को भगवान शिव का 11वां रूद्र अवतार कहा जाता है और वे प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त हैं। हनुमान जी ने वानर जाति में जन्म लिया। उनकी माता का नाम अंजना (अंजनी) और उनके पिता वानरराज केशरी हैं। इसी कारण इन्हें आंजनाय और केसरीनंदन आदि नामों से पुकारा जाता है। वहीं दूसरी मान्यता के अनुसार हनुमान जी को पवन पुत्र भी कहते हैं। हनुमान जी के जीवन के ऐसे कई रोचक प्रसंग हैं, जिनसे जीवन में प्रेरणा मिलती है। आज इस लेख में हम जानते हैं ऐसी ही कुछ रोचक बातों के बारे में कि आखिर हनुमानजी सिंदूर क्यों पसंद करते हैं। हनुमान जी की पूजा महिलाओं को क्यों नहीं करनी चाहिए। साथ ही ये भी जानेंगे कि नटखट नन्हें मारुति ने ऐसा क्या किया कि उनका नाम हनुमान रख दिया गया। -Hanuman Jeevan Charitra Book.
हनुमान ने प्रत्येक स्त्री को मां समान दर्जा दिया है। यही कारण है कि किसी भी स्त्री को अपने सामने प्रणाम करते हुए नहीं देख सकते बल्कि स्त्री शक्ति को वो स्वयं नमन करते हैं। यदि महिलाएं चाहे तो हनुमान जी की सेवा में दीप अर्पित कर सकती हैं। हनुमान जी की स्तुति कर सकती हैं। हनुमान जी को प्रसाद अर्पित कर सकती हैं। लेकिन 16 उपचारों जिनमें मुख्य स्नान, वस्त्र, चोला चढ़ाना आते हैं, ये सब सेवाएं किसी महिला के द्वारा किया जाना हनुमान जी स्वीकार नहीं करते हैं। -Hanuman Jeevan Charitra Book.
Hanuman Jeevan Charitra Book Details:
Book Publisher: Randheer Publications
Book Author: Sudarshan Singh Chakra
Language: Hindi
Pages: 144 Pages Book
Size: “18” x “12” x “1” cm.
Weight: 124 gm Approx
Edition: 2011
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Tushar –
Hanuman ji ke jeevan charitra ke bare me bahut ache se btaya hai