Mahamrityunjay Prayog Book/महामृत्युंजय प्रयोग पुस्तक : Mahamrityunjay Prayog Book is an important book, in which information about benefits of mahamrityunjay mantra and procedure of mantra jaap are mentioned.
Mahamrityunjay Prayog Book About :
Such countless stories are found in the scriptures, which make it clear that Lord Shiva, also called Mahamrityunjaya Bhagwan, suppresses diseases, distress, poverty, enemy etc., they provide life. Maharishi Vashishta, Markandeya and Shukracharya have become the seekers and users of Mahamrityunjaya Mantra. -Mahamrityunjay Prayog Book.
Rishi Markandey had postponed his death on the basis of Mahamrityunjaya Mantra; Yama Raj had to go back empty-handed. Lankapati Ravana was also a seeker of Mahamrityunjaya Mantra With the influence of this mantra; he had cut his nine heads and offered them ten times. Shukracharya had the divine Mahamrityunjaya mantra, with the effect that he would make the injured soldiers in the war healthy and immediately revive the dead. -Mahamrityunjay Prayog Book.
Lord Ashutosh’s grace and saga of his innocence are popular. Another vivid example of this naïve and grace is ‘Lord Mahamrityunjaya’. As the god Ashutosh had taken the poison with ease similarly, Ashutosh, in the form of Mahamrityunjaya, gave relief to the devotees and the killing crusades, giving relief to the creatures by removing the problems laughingly. The whole powers of thirty-three crores of gods are contained with the Mahamrityunjaya mantra. The person who recites the Mahamrityunjaya only gets long life. At the same time, it is disease less, wealthy and rich. The person who recites Mahamrityunjaya is happy and prosperous in every sense. The eternal grace of Lord Shiva keeps pouring on that continuous rain. – Mahamrityunjay Prayog Book.
महामृत्युंजय प्रयोग पुस्तक/Mahamrityunjay Prayog Book
महामृत्युंजय प्रयोग, यह एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जिसमें महामृत्युंजय मंत्र के फायदे और मन्त्र जाप के बारे में बताया गया है।
महामृत्युंजय प्रयोग पुस्तक के बारे में..
ऐसे अनगिनत वृत्तांत शास्त्रों में मिलते हैं जिससे स्पष्ट होता है कि भगवान शिव, जो महामृत्युंजय भगवान भी कहलाते हैं, रोग, संकट, दारिद्र्य, शत्रु आदि का शमन तो करते ही हैं, जीवन तक प्रदान कर देते हैं। महर्षि वशिष्ठ, मार्कंडेय और शुक्राचार्य महामृत्युंजय मंत्र के साधक और प्रयोगकर्ता हुए हैं। ऋषि मार्कंडेय ने महामृत्युंजय मंत्र के बल पर अपनी मृत्यु को टाल दिया था, यमराज को खाली हाथ वापस यमलोक जाना पड़ा था। लंकापति रावण भी महामृत्युंजय मंत्र का साधक था। इसी मंत्र के प्रभाव से उसने दस बार अपने नौ सिर काट कर उन्हें अर्पित कर दिए थे। -Mahamrityunjay Prayog Book.
शुक्राचार्य के पास दिव्य महामृत्युंजय मंत्र था जिसके प्रभाव से वह युद्ध में आहत सैनिकों को स्वस्थ कर देते थे और मृतकों को तुरंत पुनर्जीवित कर देते थे। भगवान आशुतोष की कृपा तथा उनके भोलेपन की गाथा तो लोक-प्रचलित है। इसी भोलेपन तथा कृपा का एक और ज्वलंत उदहारण है ‘भगवान महामृत्युंजय’। जिस भांति भगवान आशुतोष ने हसँते-हसँते हलाहल का पान किया था इसी भांति भगवान आशुतोष महामृत्युंजय के रूप में अपने भक्तों पर आये रोगादि तथा प्राणलेवा संकटों को हसँते-हँसते हटाकर प्राणी को प्रसन्नता प्रदान करते हैं| तैंतीस कोटि देवताओं की सम्पूर्ण शक्तियाँ महामृत्युंजय मंत्र से निहीत होती है। महामृत्युंजय का पाठ करने वाला प्राणी दीर्घायु तो प्राप्त करता ही हैं। साथ ही वह निरोग, ऐश्वर्य युक्ता धनवान भी होता है। महामृत्युंजय का पाठ करने वाला प्राणी हर दृष्टि से सुखी एवं समृद्धिशाली होता है। भगवान शिव की अमृतमयी कृपा उस पर निरन्तंर बरसती रहती है।
Mahamrityunjay Prayog Book Details:
Book Publisher: Randhir Prakashan
Book Author: Yogiraj Yashpal Ji
Language: Hindi
Weight: 286 gm Approx.
Pages: 191 Pages
Size: “21” x “14” x “1.5” cm
Edition: 2017
Shipping: Within 4-5 Days in India
Shop: Books | Yantra | Rosary | Rudraksha | Gemstones | Rings | Kavach | Lucky Charms | Online Puja | Puja Items | Gutika | Pyramids | FengShui | Herbs | View All
Reviews
Clear filtersThere are no reviews yet.